मोहित शाह को सजल आंखों से परिजनों, स्नेहीजनों एवं समाज बंधुओं ने दीक्षा के लिए दी अंतिम बिदाई
आचार्यदेव विश्वरत्न सागर म.सा. का मंगल प्रवेश - 25 से अधिक साधु-साध्वी रहे मौजूद

इंदौर । ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा जैसी उपाधि प्राप्त करने वाले 21 वर्षीय मोहित शाह को आज दोपहर वल्लभ नगर स्थित श्वेतांबर जैन मंदिर में सैकड़ो स्नेहीजनों, परिजनों एवं शहर के समाज बंधुओं ने संयम और वैराग्य के पथ पर चलने के लिए अंतिम बिदाई के पूर्व उनके कपड़े रंगे और हल्दी-मेहंदी लगाकर अपने शुभाशीष प्रदान किए। इस भावपूर्ण दृश्य को देखकर अनेक आंखें सजल हो उठी।
महोत्सव समिति के मुख्य संयोजक ललित सी. जैन, प्रभारी प्रीतेश ओस्तवाल एवं दिलसुखराज कटारिया ने बताया कि गुजरात के सुरेंद्र नगर से मुमुक्षु मोहित शाह अपने माता-पिता एवं अन्य स्नेहीजनों के साथ जब मंदिर पहुंचे तो उनके चेहरे पर अदभुत चमक, आंखों में खुशियां और भावों में उल्लास नजर आ रहा था। माता डिंपल बेन और पिताश्री योगेश भाई शाह के साथ दादी, चाचा-चाची, बुआ-फूफा, मौसा- मौसी एवं भाई-बहनों ने नम आंखों से अंतिम बार मोहित के वस्त्रों पर केसरिया रंग लगाया। उसके बाद अन्य रिश्तेदारों ने भी बिदाई गीतों के बीच मोहित के कपड़ों पर रंग के साथ अपने आंसुओं से भी उनका अभिषेक किया। शहर के जैन श्रीसंघों की ओर से कांतिलाल बम, मनीष सुराणा, यशवंत जैन, दीपक सुराणा, सुनील पटवा, अंकित मारू सहित अनेक जैन संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी कपड़े रंगे एवं हल्दी- मेहंदी की रस्म में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई।
इस अवसर पर प.पू. पदमलताश्री, प.पू. सौम्यवंदनाश्री, प.पू. लक्षितज्ञाश्री, प.पू. प्रीतिधराश्री, प.पू. सुधाशनाश्री, प.पू. मुक्तिनिलयाश्री, प.पू. मोक्षज्योतिश्री, प.पू. जितेशरत्नाश्री, प.पू. हर्षप्रियाश्री, प.पू. रितुदर्शनाश्री,प.पू. जिनेशकलाश्री एवं प.पू. नम्रव्रताश्री और शहर में विराजित साधु- साध्वी भगवंतों की निश्रा में मुमुक्षु के ‘छाब’ भरने की विधि संपन्न हुई। मुमुक्षु मोहित ने अपने नए वस्त्रों को एक थाल में रखकर मस्तक पर धारण किया। साधु-साध्वी भगवंतों ने कपड़े रंगने एवं मेहंदी की ‘छाब’ रस्म का महत्व बताया । आचार्यदेव विश्वरत्न सागर म.सा. एवं आचार्य मतिचंद्र सागर म.सा. आदिठाणा सहित सुबह उज्जैन मार्ग से रतनबाग के आदिनाथ मंदिर पधारे और वहां से वल्लभनगर मंदिर पहुंचे। शहर के जैन श्रीसंघ, नवरत्न परिवार एवं जैन श्वेतांबर मालवा महासंघ की ओर से उनकी गरिमापूर्ण अगवानी की गई। मंगल प्रवेश जुलूस भी निकाला गया।
आज वर्षीदान का वरघोड़ा– मुमुक्षु मोहित शाह का वर्षीदान का वरघोड़ा बुधवार 7 जून को सुबह 7.30 बजे बैंड- बाजों, घोड़े -बग्गी, भगवान के रथ, झांकियों एवं भजन -गरबा मंडलियों सहित वल्लभनगर श्वेतांबर जैन मंदिर से प्रारंभ होकर लैंटर्न चौराहा होते हुए बॉस्केटबॉल स्टेडियम पहुंचेगा। आचार्यदेव विश्वरत्न सागर म.सा. एवं मतिचंद्र सागर म.सा. आदिठाणा सहित शामिल रहेंगे। मुमुक्षु मोहित इस जुलूस में अपने संसारी जीवन में काम आने वाली वस्तुओं को लुटाते हुए चलेंगे। बास्केटबॉल स्टेडियम पर आचार्यदेव विश्वरत्न सागर म.सा. एवं मतिचंद्र सागर म.सा. और 50 से अधिक साधु -साध्वी भगवंतों की निश्रा में धर्मसभा के बाद दीक्षा महोत्सव का शुभारंभ होगा