हनुमान आराधना के साथ आविर्भाव महोत्सव शुरू
मां जीवन की प्रथम गुरु, इनकी पूजा करने वाले देवताओं को भी प्रिय
इंदौर। मां से ही जीवन की शुरुआत होती है और मां ही मनुष्य की प्रथम गुरु और सामाजिक परिवेष व सनातन संस्कृति की जननी मानी गई हैं। ऋषि-मुनि और संत-महात्माओं ने भी आदि अनादिकाल से मां के स्थान को सर्वोपरि माना है। मां की पूजा करने वालों को देवता भी प्रिय मानकर उन पर अपना स्नेह बरसाते हैं।
यह विचार दलाल बाग के विशाल पांडाल में मातृ स्तुति कार्यक्रम के दौरान अतिथियों ने व्यक्त किए। विश्व ब्राह्मण संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. योगेन्द्र महंत ( पूर्व राज्यमंत्री दर्जा) ने बताया कि दो दिवसीय आविर्भाव महोत्सव का आगाज भगवान हनुमान जी की आराधना व पूजन अर्चन के साथ मंगलवार को सुबह शुरू हुई। शाम को सामूहिक कन्या पूजन, गौदान भी किया गया। रणजीत हनुमान और देवी-देवताओं का पूजन क्रम दिनभर चलता रहा। इसके साथ ही आविर्भाव महोत्सव में शामिल होने वाले संत-माहात्मा जत्थे के रूप में इंदौर पहुंचना शुरू हो गए हैं। जबलपुर, झाबुआ और नर्मदा किनारे के संतों का आगमन हो गया है। मंगलवार शाम को दलाल बाग में मातृ स्तुति के साथ इंदौर गौरव दिवस की पूर्व संध्या पर मां अहिल्या देवी की आराधना
की गई। 500 से ज्यादा जरूरतमंद महिलाओं को सुहाग एवं व आदि सामग्री का वितरण किया गया एवं संकल्प लिया गया कि महिलाओं को रोजगार देने के लिए सिलाई मशीन एवं अन्य आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने के लिए सालभर प्रकल्प चलाएंगे। यह भी संकल्प लिया गया कि सामाजिक बुराइयों को दूर करने और आमजन में जागरूकता लाने के कार्यक्रम भी होंगे। श्रीमती यशोदा देवी महंत की मात्र स्तुति कार्यक्रम में साल भर सेवा कार्य और जरूरतमंदो की मदद और रोजगार उपलब्ध कराने का संकल्प लिया गया इस अवसर पर पं. योगेन्द्र महंत, आचार्य रामचंद्र शर्मा वैदिक, पवन महाराज, रामप्रकाश शर्मा, विजय बोडख़ा, सावित्र अग्रावत, श्रीमती वर्षा शर्मा, जयदीप जैन, देवेंद्र शा ी, अनंत महंत, पं. अशोक चतुर्वेदी, डॉ. राजकुमार दुबे आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे।
बाक्स संतों का लगेगा मेला, सुबह से शाम तक होंगे धार्मिक आयोजन पं. योगेन्द्र महंत ने बताया कि आविर्भाव दिवस के मुख्य कार्यक्रम में धार्मिक आयोजन का सिलसिला बुधवार को सुबह से देर रात तक जारी रहेगा। इस दौरान प्रमुख परम पूज्य महामंडलेश्वर और सैकड़ों की संख्या में संत महात्माओं का सान्निध्य मिलेगा। सामाजिक समरसता पर उद्बोधन के बाद आविर्भाव महोत्सव शुरू होगा।
विशाल तैयारियां
बुधवार को होने वाले आविर्भाव महोत्सव के लिए दलाल बाग में विशेष तैयारियां की गई हैं। 100 बाय 200 का विशाल पांडाल और इससे दुगने स्थान पर बैठक व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही संत महात्माओं के लिए 80 बाय 100 का विशाल मंच बनाया गया है। वहीं दो दिवसीय आयोजन में 20 हजार से ज्यादा श्रद्धालु मौजूद रहेंगे।
देर रात तक चली भजन संध्या
मंगलवार को मातृ स्तुति, पूजन अर्चन के बाद भजनों का सिलसिला लगातार जारी रहा। देर रात तक कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दी। एक दर्जन भजन कलाकार और उनकी मंडली जैसी ही भजन गुनगुना रहे थे तो लोग उनके सुर में सुर मिलाकर अपने आपको आनंदित महसूस कर रहे थे।