खरगोन; जमीन का पट्टा देने के नाम पर सरपंच ने मांगें रुपये, कलेक्टर ने एसडीएम को जांच सौंपी
कलेक्टर ने दो आवेदकों को दी रेडक्रॉस से आर्थिक सहायता जनसुनवाई में आवेदनों का किया निराकरण

खरगोन से इसहाक पठान की रिपोर्ट।
जनसुनवाई में कसरावद तहसील के इमरान इस्माईल ने कलेक्टर को बताया कि 22 बाय 50 की कच्ची टपरी थी। जो हवा आंधी में ध्वस्त हो गई थी। इसी जगह पर पिता का कब्जा 30 से 35 वर्षांे है। पिताजी की मृत्यु हो गई और हम 6 सदस्यों के पास कोई मकान नहीं है। पटवारी द्वारा मौका मुआयना करने के बाद जमीन पिता के नाम पर ही होना बताया। लेकिन सरपंच ने अकेले में कहा कि स्वामित्व योजना में तुम्हारा पट्टा बन जायेगा लेकिन 50 हजार देना पड़ेंगे। क्योंकि की कागजात नहीं है। कलेक्टर श्री वर्मा ने एसडीएम कसरावद को इस मामले में जांच करने के निर्देश देते हुए कहा कि रिपोर्ट जल्द भेजे। शासकीय योजना में ऐसे कोई भी रुपये की मांग नहीं कर सकता है।
दो जरूरतमंदों को दी आर्थिक सहायता
कलेक्टर श्री वर्मा ने जनसुनवाई में गोगांवा की रमाबाई को तुरंत आर्थिक सहायता स्वीकृत करते हुए जनसुनवाई में ही चेक भी प्रदान किया। रमाबाई के पति की हार्टअटैक से मृत्यु के बाद अत्यंत गरीबी में जीवनयापन कर रही है। साथ ही पति के क्रिया कर्म के लिए रिश्तेदारों से राशि ली जिससे कर्ज हो गया। कलेक्टर ने हाथों हाथ रेडक्रॉस से रमाबाई को 10 हजार का चेक प्रदान किया। इसी तरह हीरापुर निवासी भूरेसिंह को (रीड के जोड़े में गतिरोधक सूजन की समस्या से ग्रसित) ने जनसुनवाई में कलेक्टर श्री शिवराज सिंह वर्मा के समक्ष मदद के लिए आवेदन प्रस्तुत किया। कलेक्टर श्री वर्मा ने उनके इलाज के लिए सीएचएमओ को निर्देशित किया साथ ही 5 हजार का चेक प्रदान किया।