पानसेमल; स्वयं को रोगी एवं मूर्ख मत बनाइए- योग गुरू सोनी

पानसेमल
गलतियां, विफलता, अपमान, निराशा, और अस्वीकृति ये सभी उन्नति और विकास का हीं एक हिस्सा है। कोई भी व्यक्ति इन पांचों चीजों का सामना किए बिना जीवन में कुछ भी प्राप्त नहीं कर सकता है। उक्त विचार योग गुरु कृष्णकांत सोनी ने शासकीय हाई स्कूल भील आमदा के विधार्थियों के समक्ष कहीं। योग गुरु ने आगे बताया कि सही समय की प्रतीक्षा करके स्वयं को मूर्ख मत बनाइए क्योंकि सही समय तभी आएगा जब उसे सही बनाने के लिए आप प्रयत्न करेंगे। अतः प्रातः काल योग प्राणायाम, सूर्य नमस्कार,अपना कर देखें तो तनाव, अवसाद, आत्मह्त्या, अनेकों रोगों से एवं समस्याओं का अंत होगा। योग गुरु ने निशुल्क योग शिविर में युवा शक्ति को कपालभाति, नाड़ी शोधन, अनुलोम विलोम,शीतली, भ्रामरी प्राणायाम के साथ आसनों का प्रशिक्षण निशुल्क दिया। इस अवसर पर प्रभारी प्राचार्य विनोद पटेल, शिक्षक गण राधेश्याम पटेल, रुपसिंह भोसले, कैलाश पांडवी के साथ 120 छात्र छात्राओं ने योग के विभिन्न गुर सीखे।
फोटो छात्र छात्राएं आसनों का प्रदर्शन करते हुए।