
बड़वानी। बच्चे ईश्वर का प्रतिरूप होते हैं तथा उनमें सदैव नवाचार करने की प्रवृत्ति रहती है। बच्चे यदि विशेष श्रेणी के होकर विभिन्न प्रकार की दिव्यांगता धारक है तो उनके लिए विशेष प्रोत्साहन के साथ नवाचार के लिए सही माहौल उपलब्ध करवाना सभी की जिम्मेदारी है। उक्त बातें बुधवार रात्रि में समग्र शिक्षा अभियान अंतर्गत आशाग्राम ट्रस्ट द्वारा संचालित विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के (सीडब्ल्यूएसएन ) छात्रावास का बुधवार रात्रि में औचक निरीक्षण करने पहुंचे कलेक्टर डॉ राहुल हरिदास फटिंग ने कही। उन्होंने विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए बिल्डिंग के बाहर सुरक्षित फेंसिंग लगवाने के साथ-साथ गेम्स की गतिविधियों के संचालन हेतु विभिन्न संसाधन उपलब्ध कराने हेतु अतिरिक्त प्रयास करने के लिए संबंधितों को निर्देशित किया। उन्होंने निर्देश दिए कि ब्लॉक स्तर पर पदस्थ मोबाइल स्रोत सलाहकार की सेवाएं छात्रावास में साप्ताहिक रूप से उपलब्ध कराने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए । वही दृष्टिबाधित बच्चों के लिए भी संबंधित विशेषज्ञों को समावेशी शिक्षा हेतु विद्यालय में भेजना सुनिश्चित करें। हॉस्टल में उन्होंने जहां बच्चों की शयन व्यवस्था देखी । वही किचन में उपलब्ध संसाधनों एवं भोजन व्यवस्था के विषय में जानकारी प्राप्त की। इस दौरान आशाग्राम ट्रस्ट की कार्यकर्ता एवं छात्रावास के वार्डन एवं स्टाफ उपस्थित थे।
