बड़वाह। नर्मदा खतरे के निशान से 3.44 मीटर नीचे…ओंकारेश्वर बांध के 9 गेटों से छोड़ा गया पानी… एसडीएम, एसडीओपी सहित थाना प्रभारी ने किया नर्मदा घाट का निरीक्षण…

कपिल वर्मा बड़वाह। ऊपरी हिस्सों में हो रही लगातार बारिश के बाद नर्मदा के जल स्तर में तेजी से बढ़ोतरी हो रही हैं। जिसके बाद रविवार सुबह से इंदिरा सागर डैम एवं ओंकारेश्वर डैम के गेटों को खोलकर पानी छोड़ा गया।
जिससे निचले इलाकों में भी अलर्ट जारी कर दिया हैं। बड़वाह के नावघाट खेड़ी स्थित नर्मदा घाट पर नर्मदा का जल स्तर बढ़ने पर प्रशासनिक अमला भी अलर्ट मोड़ पर हैं। जहां एसडीओपी अर्चना रावत अपने अमले के साथ लगातार नर्मदा घाट का निरीक्षण कर रही हैं। एवं घाट पर बने दुकानों को हटाने के निर्देश दिए हैं।
नर्मदा का जल स्तर बढ़कर घाट पर बने साईं मंदिर के नजदीक आ गया। रविवार को नर्मदा का जल स्तर 160.540 मीटर रहा हैं। जो सबसे ज्यादा मापा गया। वहीं खतरे का निशान 163.980 मीटर हैं। लेकिन नर्मदा का जल स्तर शाम तक कम होते हुए दिखाई दे रहा हैं।
एसडीएम सत्यनारायण दर्रो ने बताया कि शनिवार रात को ही सूचना मिल गई थी कि ऊपरी हिस्सों में बने बांधों से रविवार सुबह छोड़ा जाएगा। जिससे हमारी टीम ने निचली बस्तियों में सुचित कर दिया था।
जिसके बाद सुबह से ही प्रशासनिक टीम द्वारा नर्मदा घाट का निरीक्षण किया हैं। वहीं घाट पर बाहर से आ रहे श्रद्धालुओं को पानी से बाहर निकलने की समझाइश दे रहे हैं। वहीं सुरक्षा को लेकर हमारी पूरी टीम यहां मौजूद हैं। इसके साथ ही नर्मदा में नावों के संचालन को भी बंद कर दिया गया।
एसडीओपी अर्चना रावत ने बताया कि ओंकारेश्वर बांध के 9 गेट खोलकर करीब 3500 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा हैं। जिससे बड़वाह के नावघाट खेड़ी पर नर्मदा का जल स्तर बढ़ रहा हैं।
जिसके कारण नर्मदा घाट पर बनी दुकानों एवं गुमटियों को हटा दिया गया हैं। जिसको लेकर हमारी पूरी टीम भी अलर्ट मोड़ पर हैं। वहीं घाट पर सूचना तंत्र को भी चालू कर दिया गया हैं।
जिससे यहां के नागरिकों की सूचना मिल जाए। इस दौरान घाट पर स्थानीय गोताखोर बाबूलाल मंगले, प्रदीप केवट सहित सुमित सेन, यश पाठक को तैनात किया गया।