बड़वाह। विधायक सचिन बिरला ने शासकीय अस्पतालों में रिक्त पड़े चिकित्साकर्मियों के पद भरने के लिए लिखा पत्र…साथ ही थानों में बल पूर्ति के लिए की मांग… हीरापुर तालाब में पानी छोड़ने और तालाब की मरम्मत के लिए लिखा पत्र…

कपिल वर्मा बड़वाह। बड़वाह विधायक सचिन बिरला ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिख कर बड़वाह विधानसभा क्षेत्र के समस्त शासकीय चिकित्सालयों में लंबे समय से रिक्त पड़े चिकित्साकर्मियों के पद भरने की मांग की है। ताकि शासकीय अस्पतालों में मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिल सकें। विधायक ने क्षेत्र के समस्त पुलिस थानों में भी पुलिस बल बढ़ाने के लिए पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है सनावद पुलिस थाने में 1 उपनिरीक्षक,2 प्रधान आरक्षक और 6 आरक्षक, बड़वाह पुलिस थाने में 4 उपनिरीक्षक, 4 सहायक उपनिरीक्षक, 12 प्रधान आरक्षक और 14 आरक्षक एवं बेड़िया थाने में 3 सहायक उपनिरीक्षक, 4 प्रधान आरक्षक और 4 आरक्षक एवं काटकूट पुलिस चौकी में 1 सहायक उपनिरीक्षक, 1 प्रधान आरक्षक और 3 आरक्षकों की नियुक्ति की जाए। ताकि क्षेत्र में कानून व्यवस्था को बनाए रखने में मदद मिल सके। पत्र में कहा गया है कि सनावद थानांतर्गत सनावद नगर और 53 ग्राम, बड़वाह थानांतर्गत बड़वाह नगर और 77 ग्राम और बेड़िया थानांतर्गत 51 ग्राम तथा काटकूट पुलिस चौकी के अंतर्गत 22 ग्राम सम्मिलित हैं। इसलिए पुलिस थानों के विस्तृत कार्यक्षेत्र को दृष्टिगत रखते हुए पुलिस थानों और चौकी में पर्याप्त पुलिस बल की उपलब्धता आवश्यक है।

विधानसभा क्षेत्र की दो सिंचाई परियोजनाओं के लिए भी लिखा मुख्यमंत्री को पत्र—-विधायक ने बड़वाह विधानसभा क्षेत्र की दो सिंचाई परियोजनाओं के लिए भी मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। पत्र में भीेकनगांव -बिंजलवाड़ा उद्वहन परियोजना से हीरापुर तालाब में पानी छोड़ने और तालाब की मरम्मत की मांग की गई है। ताकि तालाब की जल संचय क्षमता में वृद्धि हो सके। वर्तमान में तालाब में जल संचय की क्षमता कम होने के कारण हीरापुर तालाब क्षेत्र के पशुओं को पर्याप्त पेयजल तथा ग्रामवासियों को अन्य उपयोग हेतु जल नहीं मिल पाता। यदि तालाब की मरम्मत कर भीेकनगांव- बिंजलवाड़ा उद्वहन परियोजना से तालाब में जल प्रवाहित करने की व्यवस्था की जाए तो क्षेत्र का जल संकट दूर किया जा सकता है। हीरापुर तालाब क्षेत्र के ग्रामवासी लंबे समय से जल संकट का सामना कर रहे हैं। ग्रामवासियों की मांग है कि हीरापुर तालाब में पानी छोड़ा जाए तो बड़ी समस्या का स्थाई समाधान हो सकता है। इसी प्रकार विधायक ने पत्र लिख कर अंबा-रोड़िया उद्वहन परियोजना से आदिवासी बाहुल्य वनग्राम जुलवानिया की 75 हेक्टेयर कृषि भूमि को सिंचित करने की मांग भी की है। वनग्राम जुलवानिया सनावद तहसील के अंतर्गत ग्राम दाभड़ बीपीटी-1 के समीप स्थित है। जुलवानिया ग्राम के आदिवासी और सीमांत कृषक वर्षों से सिंचाई जल की मांग कर रहे हैं। इसलिए वन ग्राम जुलवानिया को समीपवर्ती अंबा-रोड़िया उद्वहन सिंचाई परियोजना से जोड़ा जाए। ताकि जुलवानिया आदिवासी क्षेत्र में जलसंकट का स्थाई समाधान हो सके।