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इंदौर: रक्षाबंधन पर विजयवर्गीय के हाथों पर बंधी विश्वास की डोर, बेटियों को लव जिहाद से सतर्क रहने की नसीहत

इंदौर के बाबा श्री गार्डन में आयोजित रक्षाबंधन कार्यक्रम में मातृशक्ति की बड़ी भागीदारी, नारी सशक्तिकरण और संस्कारों पर दिया विशेष संदेश।

इंदौर। सत्याग्रह लाइव। रक्षाबंधन महोत्सव के अवसर पर बाबा श्री गार्डन में आयोजित कार्यक्रम में पांच हजार से अधिक महिलाओं ने नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की कलाई पर राखी बांधी। कार्यक्रम में नारी सशक्तिकरण और संस्कारों पर जोर दिया गया।

इंदौर के विधानसभा-1 स्थित बाबा श्री गार्डन में रक्षाबंधन महोत्सव का आयोजन हुआ, जिसमें हजारों महिलाएं शामिल हुईं। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, उनकी धर्मपत्नी आशा विजयवर्गीय और पुत्र पूर्व विधायक आकाश विजयवर्गीय कार्यक्रम में मौजूद रहे। मातृशक्ति ने मंत्री की कलाई पर विश्वास की डोर बांधी और उन्हें आशीर्वाद दिया।

संस्कार और परंपरा पर जोर

विजयवर्गीय ने संबोधन में कहा कि माताएं बेटियों को शिवलिंग पर जल चढ़ाने और बेटों को हनुमान चालीसा का पाठ करने की आदत डालें। उन्होंने अपने बचपन का अनुभव साझा करते हुए बताया कि उनकी माँ ने उन्हें रामचरित मानस और सुंदरकांड का पाठ सिखाया था। उन्होंने लव जिहाद से बचने की सलाह देते हुए माताओं से बच्चों को अच्छे संस्कार देने का आग्रह किया।

नारी सशक्तिकरण की मिसालें

विजयवर्गीय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार नारी शक्ति को मजबूत बनाने के लिए काम कर रही है। सैनिक स्कूलों में अब बेटियों को भी प्रवेश मिल रहा है और महिला पायलट जेट विमान उड़ा रही हैं। उन्होंने आगामी वर्ष में महिलाओं को मिलने वाली आर्थिक सहायता की भी जानकारी दी।

सैनिकों और प्रधानमंत्री के लिए राखियां

कार्यक्रम में महिलाओं ने तीन विशेष राखियां भेंट कीं—पहली सरहद पर तैनात सैनिकों के लिए, दूसरी प्रधानमंत्री मोदी के लिए और तीसरी कैलाश विजयवर्गीय के लिए। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ और मंत्री का स्वागत हार-फूल, ढोल-ताशों और आतिशबाजी से किया गया।

जनसंपर्क और सामाजिक जुड़ाव

विजयवर्गीय ने कहा कि वे पूरी विधानसभा को अपना परिवार मानते हैं और सभी त्योहार जनता के साथ मनाते हैं। उन्होंने मुस्लिम समाज की बेटियों को भी सम्मानित बताते हुए समाज में विकृतियों से बचाने के लिए संस्कारों पर बल दिया।

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