सेंधवा: खाज्या नायक की प्रतिमा अनावरण में बोले अंतरसिंह आर्य – आजादी में आदिवासी वीरों का अमर योगदान
खाज्या नायक महाविद्यालय में प्रतिमा अनावरण, पौधारोपण और छात्र संवाद कार्यक्रम आयोजित

सेंधवा कॉलेज में गूंजा वीर खाज्या नायक का नाम, एनसीएसटी अध्यक्ष ने युवाओं को दी प्रेरणा
सेंधवा: आदिवासी समाज को तोड़ने के षड्यंत्र से सावधान रहें – अंतरसिंह आर्य का युवाओं को संदेश
सेंधवा के खाज्या नायक शासकीय महाविद्यालय में वीर बलिदानी खाज्या नायक की प्रतिमा का अनावरण हुआ। राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष अंतरसिंह आर्य ने कार्यक्रम में युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी में आदिवासी समाज का योगदान अविस्मरणीय रहा है और समाज को विभाजित करने के प्रयासों से सावधान रहना चाहिए।
प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में उमड़ी भीड़
सेंधवा के खाज्या नायक शासकीय महाविद्यालय परिसर में शुक्रवार को वीर बलिदानी खाज्या नायक की प्रतिमा का अनावरण किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष अंतरसिंह आर्य उपस्थित रहे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर परिषद अध्यक्ष बसंती बाई यादव ने की। इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष लता पटेल, पार्षद कांता बाई यादव, भाजपा जिला उपाध्यक्ष छोटू चौधरी, विवेक छाबड़ा, सचिन शर्मा और अनेक गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। प्राचार्य जी.एस. वास्कले ने स्वागत भाषण दिया।

आदिवासी समाज के योगदान और चुनौतियों पर बोले आर्य
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अंतरसिंह आर्य ने कहा कि खाज्या नायक 1857 की क्रांति के महान योद्धा थे जिन्होंने ब्रिटिश सेना में रहते हुए अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह किया। वे बड़वानी क्षेत्र के क्रांतिकारी भीमा नायक से जुड़े, जिनके साथ मिलकर निमाड़ में अंग्रेजों के विरुद्ध आंदोलन खड़ा किया। आर्य ने कहा कि वर्तमान में आदिवासी समाज को तोड़ने के षड्यंत्र रचे जा रहे हैं, जिससे सावधान रहना आवश्यक है। उन्होंने युवाओं से अपनी भाषा और संस्कृति को सुरक्षित रखने का आह्वान किया।

छात्रों ने रखी मांगें, मिली कार्रवाई का आश्वासन
कार्यक्रम के अंत में छात्रों ने कॉलेज में नए छात्रावास भवन के निर्माण और सीट बढ़ाने की मांग की। उन्होंने बताया कि 1982 में बने 50 सीट के छात्रावास की स्थिति जर्जर हो चुकी है, जबकि वर्तमान में कॉलेज में 3 हजार से अधिक छात्र अध्ययनरत हैं। छात्रों ने परिसर में असामाजिक तत्वों की गतिविधियों और स्ट्रीट लाइट की कमी की शिकायत भी रखी। इस पर आर्य ने एसडीओपी को फोन कर अवांछित तत्वों पर कार्रवाई के निर्देश दिए और स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए प्राचार्य को कहा। उन्होंने छात्रों की मांगों को शासन स्तर पर उठाने का आश्वासन दिया



 
				 
					
 
						


