जिले में शालाओं का संचालन नियमानुसार एवं समय पर हो-कलेक्टर
शिक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने कलेक्टर ने दिए निर्देश: शालाओं में उपस्थिति, पोर्टल एंट्री और मॉनिटरिंग पर जोर

बड़वानी। रमन बोरखड़े। सर्व शिक्षा अभियान अंतर्गत 17 जुलाई को कलेक्टर सुश्री गुंचा सनोबर की अध्यक्षता में डी.पी.एम.यू की बैठक आयोजित की गई। इसमें सुश्री काजल जावला मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत बडवानी, सहायक आयुक्त, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला परियोजना समन्वयक जिला बडवानी, समस्त एपीसी, बीईओ, बीआरसी एवं जनशिक्षक उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर सुश्री गुंचा सनोबर ने निर्देशित किया कि शिक्षक शाला संचालन समय मे नियमानुसार शाला संचलित करे, शाला में प्रवेश योग्य बच्चों को शाला में प्रवेशित करे, शाला में दर्ज समस्त विद्यार्थियों की शाला मंे उपस्थिति सुनिश्चित करे, समस्त विद्यार्थियों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान करते हुए उन्हे समय पर पात्रतानुसार पुस्तकें, गणवेश, साईकिल, छात्रवृति, मध्यान्ह भोजन का लाभ दिलवायें। सहायक आयुक्त, जिला शिक्षा अधिकारी, डीपीसी, समस्त एपीसी, बीईओ, बीआरसी, जनशिक्षक शालाओं का नियमित निरीक्षण/मॉनिटरिंग करे। यदि शाला संचालन समय में कोई शिक्षक बिना उचित कारण के अनुपस्थित पाए जाते है अथवा शाला संचालन में कोई अनियमितता पाई जाती है तो संबंधित के विरूद्व नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्यवाही सुनिश्चित करे।
वर्ष 2024-25 के कक्षा 1 से 4 एवं कक्षा 6, 7 के समस्त विद्यार्थियों को सत्र 2025-26 में कक्षा 2 से 5 में एवं कक्षा 7, 8 में कक्षौन्नत कर उनकी समग्र शिक्षा पोर्टल 3.0 पर एण्ट्री करायें । 30 सितम्बर 2025 की स्थिति में 6 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले समस्त बच्चों का कक्षा 1 में एवं कक्षा 5वीं एवं 8वीं उत्तीर्ण समस्त विद्यार्थियो ंको कक्षा 6टी एवं 9वीं मे प्रवेशित कराकर इनकी भी समग्र शिक्षा पोर्टल 3.0 पर एण्ट्री करायें । यह कार्य 01 सप्ताह में अनिवार्य रूप से पूर्ण करे। यदि समयावधि में बिना किसी उचित कारण के उक्त कार्य पूर्ण नही किया जाता है तो संबंधित जनशिक्षक एवं संस्था प्रमुख के विरूद्व अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
चाईल्ड ट्रेकिग एप्प पर 6 से 18 आयु वर्ग के समस्त बच्चों के सर्वे का कार्य 31 जुलाई तक अनिवार्य रूप से पूर्ण करे।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत जिला बडवानी द्वारा समस्त बीईओ/बीआरसी एवं जनशिक्षको को निर्देशित किया गया कि जाति प्रमाण पत्र बनाने से शेष रहें बच्चों की सूची तैयार कर, कोई समस्या होने पर इसके निराकरण मे पालक को सहयोग कर लक्ष्य अनुरूप समस्त बच्चों के जाति प्रमाण पत्र बनवाना सुनिश्चित करे। समस्त प्राथमिक शालाओ में एफ.एल.एन कक्षाओं का भी नियमित संचालन एवं मॉनिटरिंग करे।