पानसेमल; शासकीय प्रशिक्षण के साथ साथ आध्यात्मिक प्रशिक्षण भी जरुरी- योग गुरू

पानसेमल
शासकीय प्रशिक्षण के साथ साथ आध्यात्मिक प्रशिक्षण भी जरुरी है। तभी कर्मचारी गण स्वस्थ रह पायेंगे। अच्छा व्यक्ति हो, चाहे बुरा हो न्याय के लिए आमजन कर्मचारी में ही विश्वास करते हैं। आज व्यक्ति सुख दुःख, लाभ हानि,मान अपमान के जाल मे उलझता रहता है। उक्त विचार योग गुरु कृष्णकांत सोनी ने पानसेमल थाने के पुलिसकर्मियों से निशुल्क योग शिविर में कहे। योग गुरु ने आगे प्रगति और सुखद जीवन के लिए समभाव होना बेहद आवश्यक तभी व्यक्ति जीवन को नियंत्रित कर पायेंगे।यह कोई एक दिन का काम नहीं है। इसके लिए धैर्य और सकारात्मक सोच आवश्यक है। तभी कार्यशैली बेहतर होगी और व्यक्ति खिन्न भी नहीं रह पायेगा । निशुल्क योग शिविर में योग गुरु ने ठंड के दिनो मे होने वाले रोग अस्थमा, सर्दी, खांसी, ठंड आदि में सुरक्षित रहने के लिये सूर्यभेदी प्राणायाम, उजजाई प्राणायाम, एवं आसनों का प्रशिक्षण निशुल्क दिया। ठंड के दिनों में बाजरा की रोटी के साथ देशी गुड़ का सेवन करने से मस्तिष्क, एवं हड्डियों को मजबूत मिलती है। इस अवसर पर थाना प्रभारी लाखन सिंह बघेल, उपनिरीक्षक रतन सिंह भोसले, पाटीदार हेड साहब, सुमित मीणा,आरक्षक महेंद्र प्रजापत, राकेश रघुवंशी, विशाल पाटिल, कनसिह भाबर, आदि पुलिस कर्मी उपस्थित थे। जिला बड़वानी पुलिस अधीक्षक दीपक शुक्ला के निर्देशानुसार प्रति रविवार योग शिविर आयोजित किया जाता है।
फोटो पुलिस कर्मी ध्रुव आसन करते हुए।