सेंधवा: दिगंबर जैन समाज में पर्युषण पर्व का तीसरा दिन, उत्तम आर्जव धर्म की आराधना
मैकेनिक नगर स्थित दिगंबर जैन चौत्यालय में पर्युषण पर्व के तीसरे दिन समाजजनों ने आर्जव धर्म की पूजा और विधान किए। अभिषेक, शांतिधारा और दीप आरती के साथ धार्मिक वातावरण श्रद्धा से सराबोर रहा।

सेंधवा। सत्याग्रह लाइव। मैकेनिक नगर स्थित दिगंबर जैन चौत्यालय में पर्युषण पर्व का तीसरा दिन आस्था और श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस दिन समाजजनों ने उत्तम आर्जव धर्म की पूजा, विधान और आराधना की।
सेंधवा के मैकेनिक नगर स्थित दिगंबर जैन चौत्यालय में पर्युषण पर्व के तीसरे दिन धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन हुआ। प्रातः 8 बजे श्री जी के अभिषेक और शांतिधारा के पश्चात समाजजनों ने आर्जव धर्म की पूजा और विधान किए।
दशलक्षण धर्म का महत्व
समाज के सचिव सौरभ जैन ने बताया कि पर्युषण पर्व के दौरान दशलक्षण धर्म की आराधना की जाती है। इसमें प्रथम दिन उत्तम क्षमा, दूसरे दिन उत्तम मार्दव, तीसरे दिन उत्तम आर्जव, चौथे दिन उत्तम शौच, पांचवें दिन उत्तम सत्य, छठे दिन उत्तम संयम, सातवें दिन उत्तम तप, आठवें दिन उत्तम त्याग, नौवें दिन उत्तम आकिंचन और दसवें दिन उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म का विधान किया जाता है। उन्होंने बताया कि यह पर्व मानव कल्याण और विश्व शांति की स्थापना हेतु पूरे देश में दिगंबर जैन समाज द्वारा मनाया जाता है।
जैन समाज ने पर्युषण पर्व के अवसर पर सभी धर्म अनुयायियों से आग्रह किया कि वे जमीकंद, प्याज, लहसुन, आलू, मांस, मछली और अभक्ष्य खाद्य पदार्थों का सेवन त्याग कर आत्मशुद्धि के साथ अपने जीवन को सार्थक बनाएं।
दीप आरती और भक्तामर पाठ
धार्मिक माहौल को और भव्य बनाने के लिए प्रतिदिन रात्रि में 48 दीपकों से आरती और भक्तामर पाठ समाजजनों द्वारा किया जा रहा है। इस आयोजन से चौत्यालय का वातावरण भक्ति और आस्था से गूंज उठा।