सेंधवा में प्रवचन: जीवन की गाड़ी सुगमता से चलाने के सूत्र बताए,
पर्युषण पर्व पर मुनि प्रवचन और तप आराधना का आयोजन

सेंधवा: हम केवल दूसरों को जानने में और उनके बारे में बात करने में अपनी शक्ति को खत्म करते हैं जबकि हमें स्वयं को जानना है। अभी तक हमने दूसरों की पंचायती में बहुत समय को व्यर्थ किया पर अब हमें स्वयं को जानने में और अपने आत्म कल्याण में अपने समय को लगाना है।
उक्त उद्गार प्रवर्तक जिनेंद्र मुनि जी महाराज साहब की आज्ञानुवरती सुव्रताजी म.सा. ने जैन स्थानक में व्यक्त किए। आपने कहा कि अपने स्वयं के प्रति अंह मत करो एवं देवगुरु के प्रति कभी वहम मत करो, भगवान की वाणी सदैव सच्ची होती है भगवान की वाणी पर विश्वास हो तो आए हुए संकट भी टल जाते हैं।
आज व्यक्ति अधिकार जताना तो चाहता है पर कर्तव्य से विमुख हो जाता है हमारे क्या कर्तव्य है हम इस पर भी हम चिंतन करें । आपने कहा कि जीवन की गाड़ी को यदि सुगमता से चलना हो तो हौसले के पहिए, श्रम का ईंधन, विश्वास का स्टेरिंग, उत्साह का एक्सीलेटर, और धैर्य का ब्रेक होना चाहिए तभी हमारी जीवन की गाड़ी व्यवस्थित चल पाएगी। आपने कहा कि ज्ञानीजन फरमाते हैं कि यदि कर्म आपके हैं तो उसके परिणाम भी हमें ही भुगतना होंगे इसलिए अपने कर्म पर ध्यान दीजिए।
इसके पूर्व शीतल जी म.सा ने कहा कि परिवार सहनशीलता एवं त्याग की भावना पर टिका होता है ध्यान रखना जब सोच में मोच आई है तो हर रिश्ते में खरोच आ जाती है इसलिए अपनी सोच को सदैव सकारात्मक रखें । जो परिवार का हाथ पकड़ कर चलता है तो उसे लोगों के पांव पकड़ने की जरूरत नहीं पड़ती है। अपने कटाक्ष करते हुए कहा कि रिश्ता वह शीशे दोनों नाजुक होते हैं पर शीशा गलती से टूटता है वह रिश्ते गलतफहमी से टूटते हैं इसलिए सावधान रहे।
श्रीसंघ के उपाध्यक्ष परेश सेठिया ने बताया कि पर्युषण पर्व में बड़ी संख्या में धर्म ओर तप आराधना चल रही हैं आज केवल गर्म जल पर आधारित 27 उपवास के पच्खान दिक्षीता रिषभ सुराणा एवं 26 उपवास के पच्खान नीता बैन खोना ने लिए साथ ही सोनल ओस्तवाल ने सिद्धी तप आराधना करते हुए आज 10 उपवास के पच्खान लिए साथ ही आज 6 उपवास के पच्खान भुषण जैन, नीता जैन ने लिए। 5 उपवास के पच्खान दिपाली अश्विन जैन ने लिए एवं 4 उपवास के पच्खान राजेन्द्र कांकरिया, मितेश बोकड़िया, साधना नाहटा , परिधि चोपड़ा ने लिए। इसके अलावा अनेक श्रावक श्राविकाओं की तपस्याए पर्युषण पर्व सतत् गतिमान है