
कपिल वर्मा बड़वाह। श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रथम प्रकाशोत्सव हर साल भादो महीने में मनाया जाता है। इस मौके पर बड़वाह सिक्ख संगत द्वारा इस अवसर पर 3 दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किए गए।
समिति के अध्यक्ष सरदार रविंदर सिंह भाटिया ने बताया कि मुख्य आयोजन 24 अगस्त को हुआ। बता दें श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी सिख समुदाय का एक प्रमुख धर्मग्रंथ है। जिसे सिक्खों के पांचवें गुरु, श्री गुरु अर्जन देव जी ने पहली बार साल 1604 में दरबार साहिब में प्रकाशित किया था।
बाद में सिक्ख धर्म के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने एक आदेश जारी किया कि अब से सिक्ख पंथ के अनुयाई श्री गुरु ग्रंथ साहिब को ही अपना इष्ट मानेंगे और श्री गुरु ग्रंथ साहेब में बताई गई मर्यादाओं का पालन करेंगे। सर्वप्रथम सुबह 9 बजे श्री अखंड पाठ साहेब का समापन हुआ।
पश्चात भाई बुध सिंह के जत्थे ने कीर्तन किया। उसके पश्चात इंदौर से पधारे भाई गुरदयाल सिंह के जत्थे ने कीर्तन के माध्यम से संगत को निहाल किया। अंत में पधारे हुए श्रद्धालुओं के लिए लंगर का आयोजन हुआ। सचिवद्वय सरदार मनप्रीत सिंह एवं सरदार सतविंदर सिंह पिछले तीन दिनों से चल रहे।
आयोजनों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने के लिए संगत का आभार माना और भविष्य में इसी प्रकार से कार्यक्रमों में सहयोग की अपील की। अंत में सभी श्रद्धालुओं के लिए लंगर की सेवा हुई।