मकर संक्राति पर 15 से शुरू होगा श्रीराम महायज्ञ, 22 को पूर्णाहुति, डेढ़ लाख आहुतियां दी जाएंगी

- 22 को मनेगा दीपोत्सव 11 हजार दीपक लगाएंगे भक्त, प्रतिदिन राम रक्षा स्तोत्र, हनुमान चालीसा के 108 पाठ होंगे, सुंदरकांड होगा, राम-नाम के जाप करेंगे श्रद्धालु
इंदौर. अयोध्या में राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में स्कीम-51, संगमनगर स्थित मनोकामनापूर्ण दुर्गा माता मंदिर में 15 से 22 जनवरी तक श्रीराम महायज्ञ होगा। पंचकुंडीय महायज्ञ में 21 विद्वानों के सान्निध्य में प्रतिदिन 25 यजमान दंपत्ति मंत्रोच्चार के बीच आहुतियां देंगे। आठ दिनों में डेढ़ लाख आहुतियां दी जाएंगी। साथ ही प्रतिदिन हनुमान चालीसा के 108 पाठ होंगे। सुंदरकांड के पाठ होंगे। 22 जनवरी को राम मंदिर की प्रतिष्ठा वाले दिन महायज्ञ की अभिजित मुहूर्त में पूर्णाहुति होगी। साथ ही दीपोत्सव मनेगा। 11 हजार दीपक मंदिर में लगाए जाएंगे। विश्व ब्राह्मण महासंघ अौर गणपति सेवा समिति द्वारा महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। महायज्ञ समिति के संयोजक पूर्व राज्य मंत्री पं. योगेंद्र महंत औरउद्योगपति योगेश मेहता ने बताया महायज्ञ के लिए आचार्य पं. रामचंद्र शर्मा “वैदिक” के आचार्यत्व में देवपूजन व ध्वजारोहण मंत्रोच्चार के बीच किया गया। महायज्ञ के लिए पंडित नंदकिशोर शर्मा।के।निर्देशन में यज्ञशाला का निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया है। महायज्ञ के प्रमुख यजमान राजेश गर्ग केटी है। 15 जनवरी को नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की उपस्थिति में श्री राम यात्रा के साथ महायज्ञ का विधिवत शुभारंभ किया जाएगा। इसके साथ ही प्रायश्चित कर्म विष्णु पूजन,पंचांगकर्म एवम् मंडप प्रवेश होगा।मंत्रोच्चार से अरणिमंथन द्वारा अग्नि प्रज्वलित कर अग्नि स्थापना, विभिन्न मंडल देवताओं की स्थापना के बीच महायज्ञ मेंआहुतियों का क्रम शुरू होगा। प्रतिदिन दो सत्रों में सुबह नौ से 12 एवम् दोपहर 2 से 6महायज्ञ होगा। हर दिन 25 यजमान दंपत्तियां आहुति देंगे। महायज्ञ के लिए समिति का गठन किया गया इसमें एमआईसी सदस्य अश्विनी शुक्ला, पार्षद पराग कौशल, राजेश बंसल,गोविंद सिंह पवार, शिव जिंदल, लक्की अवस्थी, ऋषभ शुक्ला,सुमितझा ,रितिक शुक्ला, अशोक चौहान चांदू, जयदीप जैन आदि शामिल किए गए। चित्र में विश्व ब्राह्मण समाज संघ के राष्ट्रीय अध्यक्षश्री योगेंद्र महंत,पूर्व राज्यंत्री दर्जा सेआचार्य शर्मा वैदिकसहित विद्वज्जन पूजा विधि सम्पन्न कराते।