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खरगोन के ऊन में महालक्ष्मी दर्शन शुरू: आधी रात बाद हुआ श्रृंगार-आरती, देररात तक उमड़ेंगे श्रद्धालु

खरगोन। खरगोन जिले के ऊन स्थित 11वीं शताब्दी के प्राचीन महालक्ष्मी मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए दर्शन प्रारंभ हो गए हैं। आधी रात के बाद माता महालक्ष्मी का सिंदूर चोला चढ़ाकर स्वर्ण मुकुट से विशेष श्रृंगार किया गया। ब्रह्ममुहूर्त में महाआरती के उपरांत सुबह 4 बजे मंदिर के पट खोले गए। इस दौरान श्रद्धालुओं ने मंदिर आंगन में दीप जलाकर कमल पुष्प अर्पित किए। दर्शन का यह सिलसिला देररात तक जारी रहेगा।
मंदिर के पुजारी नरेंद्र पंडित ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा की मध्यरात्रि से महालक्ष्मी पूजन की शुरुआत हुई। माता का स्वर्ण आभूषणों से विशेष श्रृंगार किया गया, जिसके बाद दर्शन के लिए पट खोले गए। देररात तक लगभग दो लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना जताई गई है।
मंदिर समिति के विनोद पंडित और गजेंद्र सोनी के अनुसार, ऊन का यह मंदिर देश का एकमात्र ऐसा स्थल है जहां माता महालक्ष्मी को सिंदूर चढ़ाया जाता है। दीपावली की रात श्रद्धालुओं को माता की सवारी उल्लू के भी दर्शन होते हैं। मंदिर परिसर में स्थापित माता की प्रतिमा एक ही पत्थर से निर्मित है, जो कमल की पंखुड़ियों पर विराजमान है। छह भुजाओं वाली इस प्रतिमा में माता एक हाथ से धनवर्षा करती हैं, जबकि अन्य हाथों में चक्र, शंख, धनुष-बाण, जल कलश और कमल पुष्प धारण किए हुए हैं