
पत्रकारिता और राजनीति को लेकर वरिष्ठ पत्रकार जयंतो घोषाल ने स्टेट प्रेस क्लब, म.प्र. के रूबरू कार्यक्रम में रखी बेबाक राय
नई पीढ़ी देखती है, सुनती है लेकिन पढ़ती नहीं
इंदौर। वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनीतिक विश्लेषक जयंतो घोषाल ने कहा कि पत्रकारिता की नई पीढ़ी देखती है, सुनती है लेकिन पढ़ती नहीं है। यह पीढ़ी सोशल मीडिया को ही सबकुछ मान बैठी है। प्रिंट मीडिया का असर कम होने की वजह भी यही है
घोषाल स्टेट प्रेस क्लब, म.प्र. के ‘रूबरू’ कार्यक्रम में मीडियाकर्मियों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पुरानी पीढ़ी के पत्रकार खूब पढ़ते थे और फिर असरकारक लिखते थे। लेकिन नई पीढ़ी नालेज बेस जर्नलिज्म को छोड़कर एआई, मेटा, जैमिनी, चेट-जीपीटी को सबकुछ मान बैठी है। बेहतर पत्रकारिता के लिए पुराने और नए दौर की अच्छी बातों को लेकर काम करना चाहिए।
पत्रकारिता के गिरते स्तर के सम्बन्ध में घोषाल ने कहा कि हर दौर में लगता है कि पत्रकारिता का स्तर गिर रहा है लेकिन इसमें नया कुछ नहीं है। हर दौर में अलग-अलग किस्म की चुनौतियाँ होती हैं। भ्रष्टाचार पहले भी था और अभी भी है। राजनीति का क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं है। पं जवाहरलाल नेहरु, इंदिरा गाँधी से लेकर अनेक प्रधानमंत्रियों ने छोटे-मोटे भ्रष्टाचार के चलते बड़े-बड़े मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाया है। अब बड़े भ्रष्टाचार भी मुद्दा नहीं बनते
बिहार चुनाव में पीके की भूमिका महत्वपूर्ण
राजनीतिक विश्लेषक श्री घोषाल ने कहा कि बिहार चुनाव में जन सुराज पार्टी के प्रशांत किशोर की भूमिका महत्वपूर्ण नजर आ रही है। हमेशा की तरह मुस्लिम और यादव वोट बैंक यादव परिवार की आरजेडी के साथ है। तेजस्वी यादव ने कांग्रेस को कम सीटें देकर सूझ-बूझ का परिचय दिया है। बीजेपी ने नितीश कुमार पर दबाव बनाकर अपना नियंत्रण बढाया है। इन तमाम हालातों के बावजूद उन्हें आज की तारिख में एनडीए गठबंधन आगे नज़र आ रहा ह
पं बंगाल में टीएमसी की सरकार बनना तय
श्चिम बंगाल के संदर्भ में उन्होंने कहा कि भाजपा ने प लेकिन इस बार भी वहां टीएमसी की सरकार बनना तय है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि 30 साल तक राज करने वाली सीपीएम और देश की बड़ी पार्टी कांग्रेस का 294 सदस्यीय विधानसभा में एक भी सदस्य नहीं है। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने बताया कि ममता बनर्जी ने अनेक जिलों में मंदिरों की स्थापना की है और नवदुर्गा पंडालों को मदद भी बढाई है
राहुल गांधी मोदी के सामने बच्चे हैं
कांग्रेस के संदर्भ में घोषाल ने कहा कि सोनिया गांधी की सूझ-बूझ से कांग्रेस अपना सर्वोच्च पा चुकी है। राहुल गांधी बेहतर इंसान है लेकिन राजनीति में असफल हैं। नरेन्द्र मोदी के सामने वे बच्चा है। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी को एंटी इनकम्बेंसी को न्यूट्रल करने का जादू आता है इसलिए आज भी विपक्ष के मंसूबे सफल होते नज़र नहीं आते। उन्होंने भाजपा संगठन की भी तारीफ करते हुए कहा कि चुनाव हारने के अगले दिन से ही उनका संगठन फिर से नए लक्ष्य को प्राप्त को करने की दिशा में बढ़ जाता है जबकि कांग्रेस में नामांकन के दिन तक सिर्फ फुट्टवल चलती रहती है।
बेहतर पत्रकारिता करने से किसने रोका…?
गोदी मीडिया के संदर्भ में श्री घोषाल ने कहा कि हाल ही में उन्होंने अडानी समूह के एनडीटीवी में बतौर कंसल्टिंग एडिटर ज्वाइन किया है। छः माह के कार्यकाल में उन्हें कभी पक्षपात करने का संकेत भी नहीं दिया गया। मीडिया जगत में गोदी मीडिया की बातें खूब चलती हैं लेकिन किस पत्रकार को एक्सक्लूसिव स्टोरी करने से रोका गया है? पत्रकारों ने विशेष और खोजपरक पत्रकारिता ही बंद कर दी है। उन्होंने बताया कि सीईओ राहुल कँवर के नेतृत्व में एनडीटीवी पत्रकारिता के नए आयाम गढ़ने में लगा है। आने वाले समय में एनडीटीवी में कार्यक्रमों को लेकार कई बड़े बदलाव नज़र आयेंगे।
प्रारम्भ में एनडीटीवी के कंसल्टिंग एडिटर जयंतो घोषाल एवं श्रीमती प्रज्ञापारमिता घोषाल का स्वागत एवं स्मृति चिन्ह भेंट प्रवीण खारीवाल, मनोहर लिम्बोदिया, रवि चावला, पंकज क्षीरसागर, अभिषेक बडजात्या, संजय मेहता, समीर खान, मीना राणा शाह, रचना जौहरी, सोनाली यादव ने किया। यशवर्धन सिंह ने आभार व्यक्त किया।



