भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा इनोवेटर्स के लिए आयोजित
यूजीसी ऑटोनॉमस संस्थान, आईपीएस अकादमी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड साइंस ने ग्रेजुएशन सेरेमनी का आयोजन

इंदौर। यूजीसी ऑटोनॉमस संस्थान, आईपीएस अकादमी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड साइंस ने ग्रेजुएशन सेरेमनी का आयोजन किया गया । इस साल संस्थान के 746 ओजस्वी छात्रों को ग्रेजुएशन सर्टिफिकेट प्रदान किये गए I समारोह की शुरुआत सभी शाखाओं (कंप्यूटर साइंस , सिविल, केमिकल , इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स, फायर टेक्नोलॉजी और सेफ्टी, मैकेनिकल इंजीनियरिंग) के स्टूडेंट प्रोसेशन के साथ हुई। स्टूडेंट प्रोसेशन में शामिल होकर छात्रों ने गौरवान्वित महसूस किया। इसके बाद एकेडमिक प्रोसेशन हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि प्रो. राजीव त्रिपाठी, कुलपति राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल , ने प्रतिष्ठित सदस्यों के साथ भाग लिया।
अन्य सम्मानित अतिथि प्रो. मोहन सेन रजिस्ट्रार राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल
गवर्निंग बॉडी के अध्यक्ष आर्किटेक्ट अचल के चौधरी, गवर्निंग बॉडी के उपाध्यक्ष योगेन्द्र कुमार जैन और प्रिंसिपल आईपीएसए इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड साइंस डॉ. अर्चना कीर्ति चौधरी उपस्थित थे।
संस्थान की प्रिंसिपल डॉ. अर्चना कीर्ति चौधरी ने संस्थान की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। अपने संबोधन में उन्होंने पिछले वर्ष के दौरान संस्थान की प्रमुख उपलब्धियों पर प्रकाश डाला, मैडम ने बताया कि टाइम्स इंजीनियरिंग 2025 के सर्वे में इस साल इंस्टिट्यूट ने चार पायदान की बढ़त हासिल करके नेशनल लेवल पर टॉप 27 में स्थान पाया है। पार्टिसिपेटिंग प्राइवेट इंजीनियर इंस्टिट्यूट में इंस्टिट्यूट का 25वा स्थान है और वेस्टर्न जोन में इंस्टिट्यूट छठे पायदान पर है।
संस्थान के मैन कैंपस में अभी 13 अंडर ग्रेजुएट और 8 पोस्ट ग्रेजुएट इंजीनियरिंग प्रोग्राम चल रहे है।
संसथान का एक ऑफ कैंपस विजय नगर इंदौर में स्थित है जिसमे 4 अंडर ग्रेजुएट इंजीनियरिंग प्रोग्राम चल रहे है। संस्थान ने इंडस्ट्री में कार्यरत प्रोफेशनल के लिए अंडर ग्रेजुएट लवेल पर 03 और पोस्ट ग्रेजुएट लेवल पर 02 प्रोग्राम चल रहे है।
संस्थान के छात्रों ने अकादमिक रूप से उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और 261 छात्रों ने अकादमिक पुरस्कार प्राप्त किए, 08 छात्रों ने अंतरराष्ट्रीय जर्नल में शोध पत्र प्रकाशित किये, 40 छात्रों ने राष्ट्रीय सम्मेलन/सेमिनार में पेपर प्रस्तुत किये, 15 छात्रों ने अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (कॉन्फ्रेंस) में पेपर प्रस्तुत किये । 1400 से अधिक छात्रों ने राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की तकनीकी कार्यशालाओं में भाग लिया।
विद्यार्थियों ने शिक्षा के अलावा अन्य गतिविधियों में भी उम्दा प्रदर्शन किया।
भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा इनोवेटर्स के लिए आयोजित दुनिया के सबसे बड़े खुले मंच (स्मार्ट इंडिया हैकथॉन -2024) में पांच टीमों ने भाग लिया। जिनमे से, मोहाली और बेंगलुरु में प्रतिस्पर्धा करने वाली दो टीमों ने 1 लाख रुपये के नकद इनाम के साथ प्रथम पुरस्कार जीता। इसके अतिरिक्त अन्य प्रतिभागी टीमों ने प्रस्तुत 60,000 विचारों में से 1500 चयनितों के विशिष्ट क्लब का हिस्सा बनकर उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं।
संस्थान की BAJA टीम ने ऑटोनॉमस BAJA 2024 प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए कई शीर्ष सम्मान अर्जित किए, जिनमें AIR 1 ओवरऑल विनर अवार्ड (₹75,000), फिजिकल डायनेमिक में AIR 1 (₹35,000), और रिमोट ड्राइव सिस्टम में AIR 1 (₹25,000) शामिल हैं। टीम के मेंटर को सर्वश्रेष्ठ फैकल्टी सलाहकार के लिए प्रतिष्ठित द्रोणाचार्य पुरस्कार (ट्रॉफी और सैमसंग टैब) से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त, टीम ने बिज़नेस प्रेजेंटेशन और डिज़ाइन प्रेजेंटेशन, दोनों श्रेणियों में AIR 2 हासिल किया।
विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त TEDx बैनर के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में दूरदर्शी वक्ताओं और विचारकों को “तारामंडल” विषय पर प्रेरक विचारों को साझा करने के लिए एक साथ लाया गया, जो कनेक्शन, नवाचार और सामूहिक प्रभाव की शक्ति का प्रतीक है।
आर्किटेक्ट अचल के. चौधरी ने कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। उन्होंने उत्तीर्ण छात्रों को बधाई दी और उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. राजीव त्रिपाठी, स्नातक स्तर की पढ़ाई उत्कृष्टता की यात्रा का अंत नहीं है। इंजीनियरिंग नए विचारों को सीखने, एक अच्छे नागरिक की भूमिका निभाने, कानूनों का सम्मान करने, सीखने और समाज को देने, पर्यावरण के प्रति संवेदनशील होने, बड़े सपने देखने के बारे में है।
पंजीयक प्रो. मोहन सेन, असुरक्षित पर्यावरण की रक्षा करने, सकारात्मक सोच और सभी कार्य करने, समाज की चुनौतियों के प्रति संवेदनशील होने, कम लागत वाले रणनीतिक बदलाव लाने के बारे में। परोपकाराय फलन्ति वृक्षाः परोपकाराय वहन्ति नद्यः । परोपकाराय दुहन्ति गावः परोपकारार्थ मिदं शरीरम् ॥
योगेन्द्र कुमार जैन आईपीएस अकादमी के उपाध्यक्ष इंदौर ने छात्रों को उनके बेहतर भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।कार्यक्रम के प्रो. राजीव त्रिपाठी ने सुश्री यशु यादव सिविल इंजीनियरिंग सीजीपीए 9.89 बी.टेक. अंतिम वर्ष में सभी कार्यक्रमों में सर्वोच्च सीजीपीए स्कोर करने के लिए स्वर्ण पदक प्रदान किया गया।
एक अन्य पुरस्कार संस्थान के मो. नूरुलैन मैकेनिकल इंजीनियरिंग सीजीपीए 7.86 संस्थान स्तर पर शैक्षणिक स्तर पर सर्वोच्च आत्म-सुधार के लिए डॉ. ए.एन. पटेल स्वर्ण पदक दिया गया।
सुश्री प्रियंका लिल्हारे सिविल इंजीनियरिंग कुल अंक 175,भू-तकनीकी इंजीनियरिंग में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने के लिए आईजीएस स्वर्ण पदक दिया गया।
अन्य पुरस्कारों में ब्रांच टॉपर भी शामिल है जिसकी सूची निम्नानुसार है1) सुश्री यशु यादव सिविल इंजीनियरिंग सीजीपीए 9.89,2) श्री उत्सव गेल्डा केमिकल इंजीनियरिंग सीजीपीए 8.54,3) सुश्री आरिफा कुरैशी कंप्यूटर विज्ञान एवं इंजीनियरिंग सीजीपीए 9.82,4) मयूर सोनारे कंप्यूटर विज्ञान एवं सूचना प्रौद्योगिकी सीजीपीए 9.70,5) सुश्री पलक सोनी कंप्यूटर विज्ञान एवं इंजीनियरिंग (आईओटी) सीजीपीए 9.66,6) सुश्री दीपाली अग्रवाल कंप्यूटर विज्ञान एवं इंजीनियरिंग (डेटा साइंस) सीजीपीए 9.57
7) प्रथमेश वैराले कंप्यूटर विज्ञान एवं इंजीनियरिंग (एआई एवं एमएल) सीजीपीए 9.70,8) साहिल पटेल कृत्रिम बुद्धिमत्ता एवं मशीन लर्निंग सीजीपीए 9.21,9) विकास मल्लाह इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार इंजीनियरिंग सीजीपीए 8.64,10) आकाश कुमार मिश्रा इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग सीजीपीए 9.01,11) मानस जैन अग्नि प्रौद्योगिकी एवं सुरक्षा इंजीनियरिंग सीजीपीए 9.61
12) शिव सेन मैकेनिकल इंजीनियरिंग सीजीपीए 9.32
अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ (कर्नल) दिनेश कुमार, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग द्वारा दिया गया ।