चार दिनों में अनुमानित 7 लाख से ज्यादा आगंतुक जत्रा में हुए सम्मिलित
*मराठी सोशल ग्रुप और स्वच्छता प्रेमी जनता ने पेश की जीरो वेस्ट जत्रा की अनूठी मिसाल*

*चार दिनों में अनुमानित 7 लाख से ज्यादा आगंतुक जत्रा में हुए सम्मिलित*
*मराठी सोशल ग्रुप और स्वच्छता प्रेमी जनता ने पेश की जीरो वेस्ट जत्रा की अनूठी मिसाल*
*अगले साल 30 ,31 अक्टूबर और 1 नवंबर 2026 को फिर मिलने के वादे से विदा हुई जत्रा*
इंदौर। मराठी सोशल ग्रुप द्वारा आयोजित स्वाद एवं संस्कृति के महाकुंभ जत्रा में सोमवार को समापन पर इंदौरियो का हजारों की संख्या में जनसैलाब उमड़ा यह रजत जयंती वर्ष जत्रा पोद्दार प्लाजा गांधी हाल एमजी रोड पर आयोजित किया गया था। इसका समापन सोमवार हुआ। इन चार दिनो में सात लाख से ज्यादा आगंतुक सम्मिलित हुए।
संस्था के सुधीर दांडेकर और राजेश शाह ने बताया कि हमारे द्वारा इस वर्ष भी जत्रा 100 फीसदी जीरो वेस्ट था। इस आयोजन में 100 प्रतिशत बायोडिग्रेबल आइटम फूड से संबंधित प्लेट ग्लास सहित अन्य का इस्तेमाल किया गया। शाम 7 बजे तक करीबन 11550 किलो गीले कचरे की खाद एवं बायोडिग्रेडेबल सूखा कचरा 6450 किलो कचरा कंपोस्ट किया गया। इस तरह से कुल 12 टन के करीब कचरा रीसायकल किया गया। जत्रा में 20 से ज्यादा कलेक्शन काउंटर बनाए गए थे जिनमें सूखा और गीला कचरा अलग-अलग किया जा रहा था। सूखे गीले कचरे की खाद बनाकर नगर निगम को सौंप दी गई है। कार्यक्रम में विशेष रुप से श्री नाना महाराज संस्थान के प्रमुख श्री बाबा साब तराणेकर, मराठी साहित्य अकादमी के संचालक श्री संतोष गोडबोले जी उपस्थित थे।
संस्था के सुधीर दांडेकर और राजेश शाह, तृप्ति महाजन ने बताया कि सुबह 11 बजे से ही – लोगो का आना शुरू हो गया था, इंदौरवासियो ने वं दीपावली की खरीददारी खूब की। इंदोरवासियो का जमावड़ा और बढ़ गया। लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था। इंदौरवासी ने गृह साज-सज्जा, सहित अन्य उत्पाद की खूब खरीददारी की। इन चार दिनो में ट्रेड जोन में अनुमानित 5.16 करोड़ का व्यापार हुआ, जत्रा में तकरीबन 7 लाख से ज्यादा लोग सम्मिलित हुए, फूड जोन में भी इंदौरियों ने मराठी व्यंजनों का स्वाद भी लिया। इन फूड जोन में भी काफी अच्छा प्रतिसाद मिला। जत्रा की विशेषता रही है कि हमेशा महिलाओ को स्वावलंबन बनाना और उनको प्रेरित करना।
जत्रा के सफल आयोजन हेतु संस्था के सुधीर दांडेकर, राजेश शाह, तृप्ति महाजन ने इंदौर वासियों के प्रति आभार माना साथ ही उन्होंने पुलिस प्रशासन, नगर निगम, मीडिया का आभार भी जताया। और अगले साल 30,31 अक्टूबर और 1 नवंबर 2026 को फिर जत्रा में मिलने के वादे के साथ जत्रा ने विदा ली।
तृप्ति महाजन एवं सुमेधा बावकर ने बताया कि 50 से ज्यादा मराठी व्यंजनों के स्टॉल रहे जिनमे पुरण पोळी, झुणका भाकर, भाकरवडी, सोलकढी, आदी विविध व्यंजनो को परोसा गया जिसे इंदौरियो ने खूब शौक से हर जायके का आनंद उठाया।
संकेता देशकुलकर्णी एवं सुप्रिया पुंडलिक ने बताया कि इंदौरीयो ने हैंडीक्राफ्ट आइटम जिसमे गृह साज सज्जा, दीपावली डेकोरेशन, इसके अलावा हस्त निर्मित खाद्य पदार्थ और विशेष कोकन के उत्पाद की भी खूब खरीदारी की। सभी उत्पाद पर जत्रा में विशेष दिवाली ऑफर के तहत छूट दी जा रही है। मुंबई से आए कलाकारो ने लावणी और मराठी लोक नृत्य की धमाकेदार प्रस्तुति दी इन कलाकारों की प्रस्तुति ने इंदौरियो का मन मोह लिया।