DSP की आत्महत्या की कोशिश, पूर्व IPS पर लगाए संगीन आरोप
डिप्रेशन में जान लेने की कोशिश, सुसाइड नोट में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप, इलाज के लिए इंदौर रेफर

रतलाम। सत्याग्रह लाइव। जावरा की 24वीं बटालियन में तैनात असिस्टेंट कमांडेंट डीएसपी रामबाबू पाठक ने डिप्रेशन के चलते आत्महत्या का प्रयास किया। उन्होंने 50 गोलियां खा लीं। इलाज के लिए इंदौर रेफर किया गया। सुसाइड नोट में पूर्व IPS अफसरों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
रतलाम जिले के जावरा स्थित 24वीं बटालियन में पदस्थ असिस्टेंट कमांडेंट डीएसपी रामबाबू पाठक द्वारा आत्महत्या के प्रयास की खबर से पुलिस महकमे में सनसनी फैल गई है। रामबाबू ने डिप्रेशन की स्थिति में 50 से अधिक गोलियां खा लीं। उनकी हालत बिगड़ने पर उन्हें तत्काल रतलाम मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया, जहां से उन्हें इंदौर के लिए रेफर कर दिया गया।
सुसाइड नोट में पूर्व IPS अफसरों का नाम
रामबाबू के परिजनों के अनुसार, उन्होंने एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें पूर्व वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों यूसुफ कुरैशी, कृष्णा वेडी, इरशाद वली और हाल ही में स्थानांतरित हुए आईपीएस अमित तोलानी पर मानसिक प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। नोट में एक पूर्व ADG स्तर के अधिकारी का भी उल्लेख किया गया है।
सुसाइड नोट पर लिखी गई तारीख 1 जुलाई 2025 है, जबकि घटना 1 अगस्त को हुई, जिससे मानसिक असंतुलन की स्थिति स्पष्ट होती है। परिजनों का दावा है कि यह नोट पहले फेसबुक पर पोस्ट किया गया था, लेकिन बाद में उसे हटा लिया गया।
परिवार ने उठाए कई सवाल
रामबाबू की पत्नी और बेटी मुस्कान ने आरोप लगाया कि पूर्व अधिकारियों द्वारा ड्यूटी के नाम पर लगातार मानसिक दबाव डाला जा रहा था, जिससे वह अवसाद में चले गए थे। घटना की जानकारी मिलते ही रामबाबू का बेटा भोपाल से इंदौर रवाना हो गया। परिजनों को इस बात की आशंका है कि सुसाइड नोट को नष्ट किया जा सकता है।
एसपी ने दी स्थिति की जानकारी
रतलाम एसपी अमित कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि रामबाबू की हालत गंभीर है और उन्हें बेहतर इलाज के लिए इंदौर भेजा गया है। इस मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है। पुलिस ने अभी तक सुसाइड नोट की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है, लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नोट में लगाए गए आरोप बेहद गंभीर हैं।