इंदौर में होगा भव्य “अयोध्या महोत्सव 2025 – गांधी हॉल परिसर सजेगा दुनिया के सबसे ऊँचे 51 फीट धनुष
अयोध्या नगरी – राम राज्य की झलक - श्रद्धा, संस्कृति और समरसता का अद्भुत संगम

इंदौर में होगा भव्य “अयोध्या महोत्सव 2025 – गांधी हॉल परिसर सजेगा दुनिया के सबसे ऊँचे 51 फीट धनुष स
अयोध्या नगरी – राम राज्य की झलक – श्रद्धा, संस्कृति और समरसता का अद्भुत संगम
इंदौर, । : संस्कारों की नगरी इंदौर इस बार अयोध्या की पावन छटा में रंगने जा रही है। गांधी हॉल परिसर “अयोध्या नगरी – राम राज्य की झलक” थीम पर आयोजित होने वाले “अयोध्या महोत्सव 2025” का साक्षी बनेगा। महोत्सव का आयोजन 11 और 12 अक्टूबर 2025 को गांधी हॉल परिसर में होगा। महोत्सव का शुभारंभ 10 अक्टूबर (शुक्रवार) शाम 6:30 बजे किया जाएगा, मुख्य अतिथि मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय जी फीता काटकर कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। ,मुख्य कार्यक्रम 11 एवं 12 अक्टूबर को प्रतिदिन प्रातः 10:30 बजे से रात्रि 10:00 बजे तक चलेगा।, महोत्सव का सबसे बड़ा आकर्षण रहेगा “विश्व का सबसे ऊँचा खड़ा धनुष” 51 फीट ऊँचा और लगभग 1.5 टन वजनी यह धनुष विशेष PVC शीट से निर्मित किया गया है। इस धनुष में 11,000 ‘राम नाम’ पुस्तकें समाहित की जाएंगी, जिनमें प्रत्येक में 1008 बार ‘राम नाम’ अंकित है। यह श्रीराम नाम की शक्ति, श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत प्रतीक बनेगा। इस धनुष को विश्व रिकॉर्ड में दर्ज कराने की दिशा में भी पहल की जा रही है। इस भव्य आयोजन का संयुक्त आयोजन अयोध्या महोत्सव फाउंडेशन एवं प्लान एंड ग्रूव इवेंट्स प्राइवेट लिमिटेड (सीए मुस्कान सोमानी ,नंदिनी सोमानी ) द्वारा किया जा रहा है।
रामायण के सातों कांडों की जीवंत प्रस्तुति
गांधी हॉल परिसर को “अयोध्या नगरी” के रूप में सजाया जाएगा, जहाँ रामायण के सातों कांडों की झलकियां झांकियों, नृत्य और नाट्य रूपांतरण के माध्यम से दिखाई जाएंगी बाल कांड – श्रीराम जन्म एवं सीता स्वयंवर ,अयोध्या कांड – वनवास और त्याग ,अरण्य कांड – स्वर्ण मृग और सीता हरण ,किष्किंधा कांड – हनुमान-सुग्रीव मित्रता ,सुंदर कांड – हनुमान जी का समुद्र लांघना , युद्ध कांड – राम-रावण युद्ध एवं सेतु निर्माण , उत्तर कांड – राम राज्याभिषेक एवं “जय श्रीराम” की गूंज
भव्य महा आरती एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ
प्रत्येक संध्या सूर्यास्त के बाद “श्रीराम महा आरती” का आयोजन होगा, जहाँ दीपों की रौशनी, शंखध्वनि और भजनों की मधुर ध्वनि से पूरा परिसर दिव्यता से आलोकित होगा। संगीतमय श्रीराम कथा, भजन संध्या, लोक नृत्य और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां श्रद्धा और आनंद का अद्भुत संगम प्रस्तुत करेंगी। महोत्सव में विशेष रूप से “अयोध्या बाजार” लगाया जाएगा, जहाँ हस्तशिल्प, धार्मिक कलाएँ, पारंपरिक परिधान, “राम नाम” पुस्तकें और देशी व्यंजनों के स्टॉल आकर्षण का केंद्र बनेंगे।साथ ही, बच्चों और युवाओं के लिए 9 रचनात्मक प्रतियोगिता (ऑफलाइन) आयोजित की जाएंगी।