
*विश्व जागृति मिशन मंडल इंदौर द्वारा शहर में बाल संस्कार केंद्र प्रारंभ*
इंदौर। सद्गुरुदेव आचार्य सुधांशु महाराज की कृपा, आशीर्वाद एवं प्रेरणा से देश में 108 बाल संस्कार केंद्र की स्थापना की परिकल्पना को साकार रूप देने की श्रृंखला में विश्व जागृति मिशन इंदौर मंडल के तत्वाधान में 24 वें बाल संस्कार केंद्र का शुभारंभ का कार्यक्रम राज मोहल्ला स्थित वैष्णव विद्यालय में सम्पन्न हुआ। स्कूल के हाल में 1000 बच्चों सहित बड़ी संख्या में उपस्थित मिशन के गुरु भक्तों की उपस्थिति में किया गया।
बाल संस्कार केंद्र 04, इंद्रलोक कालोनी, इंदौर से संचालित होगा
*कार्यक्रम का शुभारंभ आनंदधाम आश्रम, नई दिल्ली से पधारे जे.एल. रस्तोगी, अनिल मित्तल एवं हितेश चंद्र तिवारी, प्राचार्य, वैष्णव अकादमी एवं नवीन मुदग्ल, प्राचार्य वैष्णव हायर सेकेंड्री स्कूल के द्वारा मां सरस्वती एवं सदगुरुदेव के चित्र के पूजन एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ,*
वैष्णव एकेडमी की शिक्षिका द्वारा सरस्वती गान किया गया। कु. भव्या शर्मा, कु.शुभ्रा शर्मा के द्वारा नृत्य के माध्यम से मां सरस्वती व भगवान गणेश की वंदना की गई । आयोजन में विशेष रूप से पधारी दिव्यांग बच्चियों नादिया, कश्मीरा, गीता व रोशनी के द्वारा ईश्वर भक्ति का एक भजन तथा एक देशभक्ति के एक गीत की प्रस्तुति दी गई।
*बाल संस्कार केंद्र के शुभारंभ के अवसर पर अतिथि के रूप में पधारे वैष्णव अकादमी के प्राचार्य हितेश चंद्र तिवारी द्वारा अपने संक्षिप्त उदबोधन में कहा कि हम सब ऋषि मुनियों की संतान है, यह देश ऋषि मुनियों का देश है, इसलिए आज शिक्षा के पाठ्यक्रम में बच्चों को संस्कार और संस्कृति के विषय समाविष्ट किया जाना चाहिए तथा उनके द्वारा नैतिक शिक्षा की आवश्यकता भी प्रतिपादित की गई, यह भी बताया कि इस दिशा में वैष्णव विद्यालय बच्चों को प्रभावी शिक्षण दे रहा है, श्री तिवारी के द्वारा शिक्षा में भारतीयता का समावेश किए जाने पर भी बल दिया*
*वहीं वैष्णव हायर सेकेंडरी के प्राचार्य नवीन मुदग्ल द्वारा बच्चों के जागरण से लेकर रात्रि तक दिनचर्या के आदर्श स्वरूप पर विस्तार से बोलते हुए बच्चों को मार्गदर्शित किया उन्होंने यह भी कहा कि परमात्मा हमें अपने कर्मों के हिसाब से ही फल देता है इसलिए बचपन से ही नेक कर्म करने की आदत प्रारंभ करें*
सद्गुरुदेव द्वारा स्थापित आनंदधाम आश्रम, नई दिल्ली से विशेष रूप से पधारे जे.एल. रस्तोगी द्वारा सदगुरुदेव के इस अभियान पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए बच्चों को बताया कि हमें प्रतिदिन घर में स्थापित देवालय/मंदिर में परमात्मा को प्रणाम करना, माता-पिता दादा दादी, बड़े भाई बहन और वरिष्ठजनों का सम्मान करने के साथ-साथ उनकी सेवा भी करना चाहिए, घर से प्रस्थान करने के पूर्व सभी वरिष्ठजनों का आशीर्वाद लेकर ही घर से प्रस्थान करना चाहिए, गुरुजनों तथा परिवार के वरिष्ठजनों की आज्ञा का पालन करना, अतिथियों का सम्मान करना, प्रतिदिन ईश्वर का धन्यवाद करना,भोजन के समय मोबाइल का प्रयोग नहीं करने एवं बच्चों को प्रतिदिन श्रेष्ठ कार्य करने के के संस्कारों को अपनी आदत डालने आदि का संदेश उपस्थित सभी बच्चों को दिया गया।

*आयोजन की आयोजक संस्था विश्व जागृति मिशन,इंदौर मंडल की और से कार्यक्रम में उपस्थित लगभग 1000 बच्चों को हनुमान चालीसा की पुस्तक वितरित कराने के बाद मंडल के कृष्णा मुरारी शर्मा के द्वारा सभी बच्चों से प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करने की शपथ भी दिलाई गई। इसके अतिरिक्त बच्चों से प्रतिदिन सुबह ईश्वर के समक्ष बैठकर कम से कम सात बार ॐ नाम का उच्चारण करना ही चाहिए का संदेश दिया*
*वैष्णव एकेडमी की शिक्षिका श्रीमती अर्चना त्रिवेदी, द्वारा बच्चों को दो प्रेरक कहानियां सुनाई गई तथा कहानी सुनाने के पश्चात बच्चों से कहानी के संबंध में प्रश्न भी किए गए*
*कार्यक्रम के अंत में वैष्णव शैक्षणिक एवं परमार्थिक न्यास के अध्यक्ष सहित समस्त पदाधिकारी, प्राचार्य वैष्णो अकैडमी प्राचार्य वैश्णव हायर सेकेंडरी स्कूल के साथ-साथ समस्त शिक्षक एवं शिक्षिकाओं के सहयोग के लिए हृदय से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उन सभी के सुखद एवं मंगलमय जीवन के लिए मंगल कामनाएं की गई*

कार्यक्रम में दिलीप बडोले, राजेश विजयवर्गीय, ओम प्रकाश सोलंकी, अनिल शर्मा, गोविंद गंगराड़े, श्री विजय राव भोसले,श्रीमती आशा लता डाबर, श्रीमती स्वीटी शर्मा, श्रीमती रत्नमाला पाराशर, श्रीमती राजकुमारी विजयवर्गीय, श्रीमती शोभा सोलंकी साहित मंडल के बड़ी संख्या में गुरु भाई बहनों उपस्थित थे इन्होंने आयोजन में भरपूर सहयोग भी प्रदान किया गया है*