
पानसेमल शीत ऋतु में कफ दोष का संचय होता है। पितदोष का नाश होता है। वातावरण ठंडा होने के कारण शरीर की ऊष्मा भीतर भीतर जठराग्नि को प्रदीप्त करती है। और शारीरिक बल बढ़ता है। लेकिन मनुष्य को पता ही नहीं है। और वह पता करना चाहता भी नहीं है उसे क्यों सर्दी ,खांसी, दमा ,नाक बहना, एसिडिटी ,हृदय रोग, क्यों हो जाते हैं। उक्त विचार योग गुरु कृष्णकांत सोनी ने निशुल्क योग शिविर में पानसेमल थाने के पुलिसकर्मियों से कहे। ठंड के दिनों में जल नेती क्रिया भस्त्रिका प्राणायाम का अभ्यास प्रतिदिन करने से सर्दी खांसी दमा नाक बहना कमजोर नजर आदि में शीघ्र लाभ होता है। शुद्ध ताजा प्राकृतिक पानी का प्रयोग करें। प्रातः काल खजूर, नारियल ,मूंगफली का सेवन देसी गुड़ के साथ ,कच्चे भीगे हुए चने ,गाजर ,का सेवन करें और बासी भोजन से दूर रहे। जिला पुलिस अधीक्षक दीपक शुक्ला निर्देशानुसार योगशिवीर आयोजित किया गया। इस अवसर पर इस अवसर पर थाना प्रभारी लखनसिह बघेल , उपनिरीक्षक भुवान सिंह चौहान, निर्मल बाबा, सुमित मीणा , सीताराम, महेंद्र प्रजापत कन सिंह भाबर, सुरेश, राकेश, देवी सिंह बरडे आदि पुलिसकर्मियों ने निशुल्क योग प्रशिक्षण का लाभ उठाया।
फोटो पुलिसकर्मी आसनों का अभ्यास करते हुए।