MP NEWS एक क्लिक में 1700 सेवाएंः मप्र में बनेगा यूनिफाइड पोर्टल सिस्टम, सिंहस्थ 2028 के लिए हाईटेक तैयारीए तकनीक से सजेगा महाकुंभ
“ड्रोन से निगरानी, साइबर सेफ्टी और स्पेस टेक नीति पर सीएम यादव का फोकस”

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश में जनसेवाओं की पहुंच को और सुलभ बनाने के लिए यूनिफाइड पोर्टल सिस्टम तैयार किया जाए। यह पोर्टल विभिन्न विभागों की 1700 सेवाओं को एकत्र कर नागरिकों को एक ही स्थान पर उपलब्ध कराएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंहस्थ 2028 में तकनीक का व्यापक उपयोग किया जाए। इसके लिए एमपीएसइडीसी द्वारा विशेष सॉफ्टवेयर और एप विकसित किए जाएं। साथ ही ड्रोन के माध्यम से कानून व्यवस्था, यातायात प्रबंधन और डेटा निगरानी की प्रभावी योजना भी बनाई जाए।
राष्ट्रीय कार्यशाला 21 जून को उज्जैन में
मुख्यमंत्री डॉ. यादव के मुख्य आतिथ्य में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर उज्जैन के डोंगला में ‘खगोल विज्ञान एवं भारतीय ज्ञान परंपरा’ विषय पर राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित होगी। कार्यक्रम में योग शिविर, साइंस शो, शून्य छाया अवलोकन और व्याख्यान जैसी गतिविधियाँ शामिल होंगी।
ड्रोन नीति से निगरानी और डेटा संग्रहण को मिलेगा बल
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि ड्रोन से निगरानी व्यवस्था और डेटा संग्रहण की क्षमता को और मजबूत किया जाए। वर्तमान में ड्रोन का उपयोग राजस्व, जल संसाधन, लोक निर्माण समेत कई विभागों में हो रहा है।
आईटी सेक्टर में निवेश और साइबर सुरक्षा को मिलेगी प्राथमिकता
डॉ. यादव ने प्रदेश में आईटी पार्कों की संख्या बढ़ाने और उन्हें पीपीपी मॉडल पर विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी सरकारी वेबसाइटों और एप्स का सुरक्षा ऑडिट कर संभावित साइबर खतरों की रोकथाम की आवश्यकता बताई।
स्पेस टेक नीति और स्टार्टअप्स को मिलेगा प्रोत्साहन
मुख्य सचिव अनुराग जैन ने बताया कि राज्य की स्पेस टेक नीति पर कार्य किया जा रहा है। आईआईटी मद्रास मॉडल का अनुसरण करते हुए स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित किया जाएगा।
अपर मुख्य सचिव संजय दुबे ने मुख्यमंत्री को विभिन्न प्रौद्योगिकी योजनाओं जैसे ईएचआरएमएस, सिंगल साइन ऑन, डेटा सेंटर, ईएसडीएम पार्क और इनक्यूबेशन सेंटर की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य में आईटी, एवीजीसी और सेमीकंडक्टर सेक्टर के लिए कई योजनाएं प्रारंभ की जा रही हैं।