इंदौरधर्म-ज्योतिष

नवलखा कांटाफोड़ शिव मंदिर पर आज सजेगा शिव-पार्वती

विवाह का भव्य मंडप, लेंगे सात फेरे,पहनाएंगे वरमाला

नवलखा कांटाफोड़ शिव मंदिर पर आज सजेगा शिव-पार्वती

विवाह का भव्य मंडप, लेंगे सात फेरे,पहनाएंगे वरमाला

इंदौर, । नवलखा स्थित मनकामेश्वर कांटाफोड़ शिव मंदिर पर पांच दिवसीय शिव विवाह एवं शिवरात्रि महोत्सव के तीसरे दिन मंगलवार को सैकड़ों भक्तों ने दूल्हे बने भगवान शिव और दुल्हन बनी पार्वती मैया को सुगंधित उबटन, लेपन से अभीसिक्त कर ढोल ढमाकों के बीच नाचते-गाते हुए अपनी खुशियां व्यक्त की। महाशिवरात्रि पर इस बार शहर के भक्तों को बुधवार 26 फरवरी को सांय 6 बजे से कांटाफोड़ मंदिर पर बंगाल के एक दर्जन कलाकारों द्वारा निर्मित विवाह मंडप, वरमाला एवं सात फेरों सहित शिव विवाह की जीवंत झांकी के दर्शन हो सकेंगे।यह झांकी पिछले 12 दिनों के रातदिन परिश्रम के बाद बंगाल के कलाकारों ने बनाई है।

 

मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष विष्णु बिंदल, टीकमचंद गर्ग, सुभाष बजरंग एवं बी.के. गोयल ने बताया कि मंदिर पर आज सुबह भगवान को उबटन-लेपन की रस्म शुरू हुई, जो दोपहर तक चलती रही। महिलाओं ने घर-परिवार में होने वाले विवाह समारोह के गीतों की तरह मंदिर में भी गीत और भजन गाए तथा नाचते-गाते हुए भोले बाबा और गोरा माई को उबटन से अभीसिक्त किया। अनेक भक्त अपने साथ ढोल-बाजे भी लेकर मंदिर पहुंचे। मंदिर पर पहले दिन से ही ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष रामरतन अग्रवाल कीस्मृति में चल रहे ओम नमः शिवाय महामंत्र के अखंड जाप में कुल दस लाख महामंत्र के जाप पूरे हो गए। अब 26 फरवरी को केवल एक लाख महामंत्रों का जाप किया जाएगा।

 

*आज केसर जल से स्नान, झांकी दर्शन के लिए विशेष प्रबंध*- भक्त मंडल के संदीप गोयल ने बताया कि बुधवार को दोपहर एक बजे भगवान को केसर जल से स्नान कराया जाएगा। तदपश्चात सांय 6 बजे से पश्चिम बंगाल से आए कलाकारों द्वारा निर्मित शिव पार्वती विवाह मंडप की मनोहारी झांकी के दर्शन होंगे। विधायक गोलू शुक्ला इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। महाशिवरात्रि पर भक्तों की सुविधा के लिए मंदिर पर समुचित प्रबंध किए गए हैं। भक्तों के लिए फलाहारी प्रसाद की व्यवस्था भी की जा रही है। प्रतिवर्ष यहां इस झांकी को निहारने के लिए 50 हजार से अधिक दर्शक आते हैं। इस बार भी इतने ही दर्शकों के आगमन का अनुमान लगाते हुए व्यवस्था की गई है। महिला और पुरुषों के लिए दो अलग-अलग कतारें साथ चलेंगी, ताकि दर्शन में आधे घंटे से अधिक का समय नहीं लगे। मंदिर स्थित सभी देवालयों का भी विशेष श्रृंगार किया जा रहा है। गुरुवार, 27 फरवरी को महाकाल की तर्ज पर सुबह 5 बजे भस्मारती होगी। इसके पूर्व रात्रि 1. 30 बजे से बाबा भोलेनाथ का रूद्राभिषेक भी होगा। इसमें नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व विधायक आकाश विजयवर्गीय, विधायक गोलू शुक्ला, विधायक श्रीमती मालिनी गौड़, एकलव्य गौड़ सहित अनेक विशिष्टजन आरती में भी शामिल होंगे।

 

 

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