जिनकी कुर्बानियों के कारण आज हम देश की खुली हवा में सांस ले रहे हैं- सत्यनारायण सत्तन
100वीं शताब्दी का सूरज हम आज देख रहे हैं- सत्तन

इंदौर। खुशी इस बात की है कि देश की आजादी का वो दिवाना जिसने अपना घर-परिवार छोड़कर महात्मा गांधी के आव्हान पर देश को आजाद कराने में कुद पड़ा। वह दिवाना नरेन्द्र सिंह तोमर उर्फ नत्थुसिंह जिसने आज अपने जीवन के 100 वर्ष पूरे कर 101 वर्ष में प्रवेश किया, ऐसा लगता है कि मैं दो शताब्दियों को एक साथ देख रहा हूँ। अब इतिहास के पन्नों में ही हम जान पाएंगे कि देश को आजाद कराने वाले ऐसे सैनानी जो नहीं रहेंगे उन्हें मैं नतमस्तक होकर नमन करता हूँ और उनका सम्मान कर मैं अपने आपको अभिभुत हूँ कि 100 वर्ष का वो जाबांज सैनानी जो आज भी हस्ते हुए हम सब के बीच में है। उक्त विचार राष्ट्रीय कवि सत्यनारायण सत्तन ने नरेन्द्र सिंह तोमर के जन्मशताब्दी समारोह के अवसर पर कहे।
तोमर परिवार के करीबी एडव्होकेट अनिल त्रिवेदी ने श्री तोमर को नमन करते हुए कहा कि मेरे पिता ने भी देश की आजादी में भाग लेकर राष्ट्र पिता महात्मा गांधी के सपनों को पूर्ण करने में योगदान दिया।
कार्यक्रम का संयोजन कर रहे अ.भा. कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि श्री नरेन्द्रसिंह तोमर और मेरे पूज्य पिता स्वर्गीय रामेश्वर पटेल के पारिवारिक संबंध थे, जो आज भी कायम है। मैं आज उन्हें अपने पिता के रूप में देखता हूँ और समय-समय पर उनसे मिलकर सलाह मश्वरा कर कार्य करता हूँ।
इस अवसर पर विशेष रूप से वरिष्ठ पत्रकार श्रवण गर्ग, प्रोफेसर सरोज कुमार, पूर्व सभापति अजयसिंह नरूका एवं जिला पंचायत अध्यक्ष सतीश मालवीय, जनपत अध्यक्ष विश्वजीतसिंह सिसोदिया, सरपंच माखन गोखले ने भी संबोधित किया।
उक्त जानकारी समाजसेवी मदन परमालिया एवं विनोद सत्यनारायण पटेल ने देते हुए आगे बताया कि श्री तोमर के शताब्दी समारोह के सम्मान में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कार्यक्रम में व्यस्त होने के कारण उपस्थित न होने पर उन्हें फोन पर बधाई दी। आयोजन .भा. स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं उत्तराधिकारी संगठन एवं गीता रामेश्वरम् पारमार्थिक न्यास के तत्वावधान में आयोजित किया गया।
इस अवसर पर वरिष्ठ शिक्षक भागीरथ सैलानी, स्वतंत्रता संग्राम सैनानियों के लिए विगत 28 वर्षों से कार्य करने वाले मदन परमालिया, निराशितों की सेवा के लिए श्रीमती भावना पंवार, वरिष्ट नागरिकों की समस्याओं का निराकरण कर निदान दिलाने वाले निरंजनसिंह जादौन एवं शहीद लाला हुकमचंद एवं शहीद फकीरचंद जैन के वंशज अजीत कुमार जैन को उनकी सेवाओं के लिए तोमर अलंकरण से नवाजा गया।
प्रारंभ में बीएसएफ बैण्ड के जाबांज साथियों ने देशभक्ति धून के साथ अतिथियों के सम्मान में राष्ट्रीय धून से सबका मन मोह लिया। देशभक्ति गीत गायक आफताब आलम कुरैशी ने राष्ट्रीय गीत प्रस्तुत कर देशभक्तिमय माहौल बनाया। कबीर गायिकी के कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुति दी। श्रीतोमर के पुत्र योगेन्द्र सिंह तोमर (मुन्ना भैय्या), डॉ. सुरेन्द्र सिंह तोमर, लोकेन्द्र सिंह, शैलेन्द्र सिंह एवं उनके परिवार की मातृशक्तियों ने मिलकर मालवीय भाषा में भजनों की प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया।
अतिथियों का स्वागत हुकम यादव, गणेश वर्मा, संजय जयंत, राजकुमार वरुण, राजेन्द्र चंदेल, ज्योति तोमर, बद्रीलाल टेलर ने किया।