खरमोर अभ्यारण्य क्षेत्र मे सरदारपुर रेंज में कर्मचारियों पर ग्रामीणों ने किया हमला तीन वन कर्मचारी हुए जख्मी।
आरोपियों के विरूद्ध वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की विभिन्न धाराओं में वन अपराध प्रकरण दर्ज किया गया।

आशीष यादव धार
वन विभाग द्वारा खरमोर अभ्यारण में अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए लगातार वन विभाग द्वारा रात्रि भ्रमण किया जा रहा हे। उसके बाद भी लोगों द्वारा अभ्यारण के आसपास पशु चराने का कार्य किया जा भी कर्मचारीयो द्वारा लगातार समझाइश के बाद भी ग्रामीण नहीं समझ रहे थे वहीं वन विभाग के कर्मचारी द्वारा ग्रामीणों को अभ्यारण से बाहर जाने की बात को लेकर विवाद हुआ मगर चरवाह बाहर ना जाते हुए एक मुश्त होकर कर्मचारीयो पर हमला कर दिया जिसमें कर्मचारियों को गम्भीर चोट आई। वहीं पिछले दिनों सरकार द्वारा खरमोर अभ्यारण में आने वाले गावो को अलग के दिया उसके बाद वन विभाग की जगह पर विभाग देख रेख करता हे।
रात्रि गस्ती कार्य किया जा रहा
वहीं उपवनमंडलाधिकारी संतोष रनशौरे द्वारा बताया गया की शनिवार को वनमंडलाधिकारी विजयनंथम टी.आर. के मार्गदर्शन में वन विभागीय अमले द्वारा खरमोर अभ्यारण्य क्षेत्र में अवैध गतिविधी के रोकथाम हेतू रात्रि गस्ती कार्य किया जा रहा था। गस्त के दौरान खरमोर अभ्यारण्य सरदारपुर के कक्ष क्रमांक पी 423 में 5 बजे के तकरिबन अवैध चराई के रोकथाम के दौरान चरवाहों वेस्या पिता कसु, कालु पिता वेस्या, टेटिया पिता धनसिह, गोपाल पिता वेस्या, बबलु पिता नानकिया सभी निवासी उण्डाखाल के द्वारा विभागीय अमले व सुरक्षा श्रमिकों पर धारदार हथियार एवं पत्थरों से जानलेवा हमला किया गया जिससे अमनसिह टेगोर परिक्षेत्र सहायक राजगढ़, मनीष पंवार वनरक्षक व रमेशचंद्र मेढा वनरक्षक को चोट आई है। वनस्टॉफ द्वारा सभी आरोपियों के विरूद्ध वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की विभिन्न धाराओं में वन अपराध प्रकरण दर्ज किया गया।
शैलेन्द्र सोलंकी वन परिक्षेत्राधिकारी द्वारा विशेष दल गठित कर सघन गश्त की जा रही है वन क्षेत्र में कोई भी अवैध गतिविधियां पाए जाने पर कठोर कार्यवाही की जावेगी और अवैध प्रवेश करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध उचित कार्यवाही की जावेगी। विभागीय अमले द्वारा शासकीय कार्य में बाधा डालने एवं जानलेवा हमले के संबंध में विभीन्न धाराओं में उक्त आरोपियों के विरूद्ध पुलिस थाना राजगढ़ में भी एफ.आई. आर. दर्ज करवाई गई है।