सेंधवा: चान्द्रायण महाव्रत में जुटे 132 साधक, गायत्री धाम बना साधना का केंद्र

सेंधवा ; गायत्री धाम सेंधवा में गुरुपूर्णिमा से श्रावणी पूर्णिमा तक (09-07-2025 से 09-08-2025) भारत वर्ष के 12 राज्य (गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, झारखंड, बिहार, छत्तिसगढ, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, आन्ध्रप्रदेश) से कुल 132 गायत्री साधक एक माह के चान्द्रायण महाव्रत” करने हेतु पधारे। इस के अलावा कुल 33 गायत्री साधक “5 दिवसीय अनुभव चान्द्रायण व्रत” हेतु एवं 8 गायत्री साधक “15 दिवसीय चान्द्रायण साधना” हेतु पधारे।
चान्द्रायण साधना में साधक चान्द्रायण साधक द्वारा ही श्रमदान कर के बनाई जौ की उबली हुई दलीया और गौमाता के सानिध्य में आश्रम की गौ माताओं के दुग्ध से बनी छाछ को 15 ग्रास बनाकर चन्द्र की घटती एवं बढती कलाओं के अनुसार ग्रास लेते हैं और बचे हुए ग्रास को गौ माता को अपने हाथों से खिलातें है, साथ ही नित्य आरती, गौ परिक्रमा पंचगव्य पान, सामुहिक गायत्री यज्ञ करतें है और सुबह योग एवं शाम को ज्ञान-गोष्ठि की कक्षा में जुडते हैं। शारीरिक शुद्धि के अंतर्गत जलनेति, लघु शंखप्रक्षालन, नस्य पुरण भी कराया जाता है। योग के अंतर्गत उच्चस्तरीय आसन, प्राणायाम, बंध, मुद्रा एवं विविध प्रकार के ध्यान, प्रभुमिलन का मार्गदर्शन देकर प्रेक्टिकली कराया जाता है । आत्म साधना हेतु नित्य 42 माला गायत्री महामंत्र जाप (माह में सवा लाख गायत्री मंत्रजाप), विशिष्ट ध्यान साधना एवं श्रमदान भी कराया जाता है।
दिनांक 03-08-2025, रविवार को सेंधवा नगर में 56 चान्द्रायण साधकों द्वारा 109 घरों में गायत्री यज्ञ कराया गया । चान्द्रायण साधकों द्वारा दो चरण में 300 तरु का रोपण भी कराया गया ! श्रावण माह के अंतिम सोमवार को सभी साधकों और नगर से आए भावी भक्तो द्वारा पार्थिव शिवलिंग का पूजन कराया गया !