
सेंधवा। शहर की वसुतीर्थ कॉलोनी की महिलाओं ने मंगलवार को गणगौर का बाना निकाला। महिला और युवतियों ने रास्ते भर गणगौर के साथ गरबा रास और नृत्य किया। मारवाड़ी समाज की महिलाएं और बालिकाओं द्वारा गणगौर उत्सव के दौरान मां पार्वती की आराधना भक्तिभाव से की जा रही है। वसुतीर्थ कालोनी से निकाले गए बाने का स्वागत कालोनी वासियों ने किया।
अग्रवाल समाज महिला मंडल की रानी अग्रवाल ने बताया कि गणगौर उत्सव के दौरान व्रत का अलग ही महत्व है। चैत्र शुक्ल पक्ष की एकादशी को व्रतधारी महिलाएं प्रातः स्नान कर घर के पवित्र स्थान में लकड़ी की बनी टोकरी में जवारे बोती हैं। इन जवारो को ही गौरी (मां पार्वती) और ईशर (भगवान शंकर) का रूप माना जाता है। गणगौर का व्रत रखने वाली महिलाएं सिर्फ रात में एक समय का भोजन करती हैं। जवारो का विसर्जन होने तक प्रतिदिन दोनों समय गणगौर की पूजा करने के बाद भोग लगाया जाता है। निकाले गए बाने में दूल्हा दुल्हन बनकर बाना निकाला गया। गणगौर पूजा कर पानी पिलाया गया।