सेंधवामुख्य खबरे

सेंधवा: श्रीराम जन्म प्रसंग में बजीं बधाइयां, गूंजा “संस्कार नहीं तो सनातन नहीं” का संदेश

श्रीराम कथा में गीता किशोरी ने दी गौ रक्षा और संस्कारों की प्रेरणा

सेंधवा में एकल अभियान एवं श्रीहरि कथा योजना के तत्वावधान में आयोजित श्रीरामकथा के तृतीय दिवस पर कथा वाचक सुश्री गीता किशोरी ने गौ माता की महत्ता, भक्ति की समयसिद्धता और वर्तमान समाज में संस्कारों की आवश्यकता पर बल दिया।

उन्होंने कहा कि भक्ति, भजन, तीर्थयात्रा व पूजा-पाठ का आरंभ बुढ़ापे में नहीं, बल्कि युवावस्था में ही कर लेना चाहिए, क्योंकि जीवन का कोई भरोसा नहीं होता। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि धन अर्जन के साथ-साथ मनुष्य को भगवान का भजन, दान और सेवा भी करते रहना चाहिए – यही जीवन की सच्ची सार्थकता है।

e11fc7b5 81dc 4bc0 bbf1 21863c129def e1753362133689

श्रीराम जन्म प्रसंग और गो-रक्षा का आह्वान
राम जन्म के प्रसंग पर गीता किशोरी ने तुलसीदास रचित दोहा “जब-जब होई धरम की हानि…” का भावार्थ समझाते हुए कहा कि जब धरती पर अधर्म और अन्याय बढ़ता है, तब प्रभु अवतार लेते हैं। धरती माता गौ का रूप धारण कर प्रभु से प्रार्थना करती हैं कि मृत्युलोक संकट में है। गीता किशोरी ने कहा कि आज गौ माता की हत्या और उपेक्षा अत्यंत पीड़ादायक है। जब तक गाय दूध देती है, हम उसकी सेवा करते हैं, और बूढ़ी होने पर बेच देते हैं, यह मानसिकता दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने भावुक अपील की — “गौ माता में 33 कोटि देवताओं का वास है, उसे बेचना नहीं, सेवा करनी चाहिए। जब बिकेगी नहीं, तो कटेगी कैसे?”

sdw 24 july

 

बच्चों में राम जैसे संस्कार जरूरी
गीता किशोरी ने कहा कि आज समाज में बच्चों को राम जैसा संस्कार देना अनिवार्य है। इसके लिए उन्हें मंदिर, कथा और भजन से जोड़ना होगा। “संस्कार नहीं, तो सनातन नहीं” – यह कथन आज की आवश्यकता है। कथा के दौरान राम जन्म की बधाइयों में श्रोता भावविभोर होकर झूम उठे। ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे सेंधवा, अयोध्या धाम बन गया हो। एकल अभियान के अध्यक्ष गोपाल तायल ने संस्था के कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि 1989 में स्थापित इस संस्था का उद्देश्य प्राथमिक शिक्षा, आरोग्य, ग्राम विकास और संस्कार शिक्षा है। वर्तमान में सेंधवा अंचल में 200 से अधिक विद्यालयों में 5000 बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं। एक विद्यालय को एक वर्ष गोद लेने पर 22,000 हजार रुपए और एक विद्यार्थी के लिए 700 रुपए का खर्च आता है। आज दो लोगों ने एक-एक विद्यालय गोद लेने की घोषणा की।

a5cf762a 7053 45d0 bf02 1bacf7d18897

सम्मान और सहभागिता
कथा में नगर पालिका अध्यक्ष बसंतीबाई यादव, डॉ. अतुल पटेल, डॉ. गिरीश कानूनगो, डॉ. प्रतीक चोपड़ा, डॉ. आशुतोष शर्मा, डॉ. सुमित भट्ट, डॉ. अर्चना पटेल, डॉ. विनोद कदम, डॉ. राजेश सोनी, महेश्वरी समाज सेंधवा सहित कई गणमान्यजन उपस्थित रहे। सभी ने गीता किशोरी जी का शाल, श्रीफल और माला से अभिनंदन किया। आज के प्रसाद दाता डॉ. किरण मनीषा तावड़े थीं।

b9fb77a9 7f19 4a84 961f 89d8bb930a50

 

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!