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सेंधवा। गुरु हीं वह है जिसमे अपने शिष्य में परिवर्तन से लेकर उसे नई उर्जा, नई प्रेरणा प्रदान करने का भाव होता है

सेंधवा। वीर बलिदानी खाज्या नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सेंधवा में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर मुख्यमंत्री के मुख्य आतिथ्य में राज्य स्तरीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण को लाइव देखा गया। इसके पश्चात भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ के तत्वावधान में समस्त प्राध्यापक गुरुओं का तिलक लगाकर स्वागत किया गया ।

गुरु शिष्य परंपरा पर आयोजित कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ राहुल सुर्यवंशी ने कहा गुरु हीं वह है जिसमे अपने शिष्य में परिवर्तन से लेकर उसे नई उर्जा, नई प्रेरणा प्रदान करने का भाव होता है। ऐसे में उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आप समर्पित भाव अपने गुरु का मार्गदर्शन लेते रहे और अपने राष्ट्र को प्रगतिशील बनाने में सारथी बने रहे । प्राचीन समय गुरु शिष्य परंपरा में शास्त्रार्थ होते थे जो व्यक्ति के चरित्र निर्माण को अभिव्यक्त करता था ।प्रो दीपक मरमट ने कहा गुरु की महिमा केवल शिक्षा देने तक ही नहीं रहती इससे कहीं अधिक होती है । उन्होंने विद्यार्थियों से कहा आपके जीवन की सार्थकता तभी होगी जब आपके जीवन में एक न एक गुरु होगा । डॉ वैशाली मोरे ने कहा हमारा गुरु परंपरा वाला देश है । ऐसे में मेरा यही कहना है कि हम सबको उस गुरु शिष्य परंपरा का निर्वहन करते जाना है ।प्रो विरेन्द्र मुवेल ने गुरु से सदैव जुड़ने की बात कही उन्होंने प्रकृति को गुरु बनाने की बात कही क्योंकि यदि हम प्रकृति के प्रति सम्मान रखेंगे तो प्रदुषण जैसी समस्या स्वतरूही समाप्त हो जावेगी । डॉ संतरा चौहान ने कहा गुरु को भगवान से ऊंचा दर्जा दिया गया है क्योंकि गुरु ही हमें परमात्मा से जुड़ने का मार्ग बताता है ।

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डॉ जितेंद्र साईखेडिया ने कहा गुरु का होना बेहद आवश्यक है इतिहास के कई उदाहरण देकर गुरुओं की महिमा का गुणगान किया ।इस अवसर पर विद्यार्थी तानसेन जमरे ने गुरु शिष्य पर एक कविता के माध्यम से अपने विचार व्यक्त किए ।आभार प्रदर्शन करते हुए डॉ मनोज तारे ने कहा कि गुरु शिष्य का संबंध शिक्षा नहीं एक जीवंत साधना है
गुरु पूर्णिमा का यह अवसर गुरु के प्रति कृतज्ञता का पावन पर्व है ।इस अवसर पर भारतीय ज्ञान परंपरा को दृष्टिगत रखते हुए गुरु शिष्य संबंधों पर वृतचित्र का प्रदर्शन भी किया गया ।इस कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ जी एस वास्कले सहित महाविद्यालयीन स्टाफ एंव विद्यार्थी उपस्थित थे ।

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