रंगोली में बनाया अयोध्या का श्रीराम मंदिर और श्रीराम-हनुमान का मिलन, लक्ष्मी मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओ की भीड़, 2100 दीपों से लिखा श्रीराम

-जिलेभर में हर्षोल्लास से मनाई गई दीपावली,
सेंधवा।
जिलेभर में रविवार को दीपावली पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया। जिले के बडवानी, सेंधवा, राजपुर, अंजड, पानसेमल सहित ग्रामीण क्षेत्र में दीपावली का पर्व बड़े उत्साह के साथ मनाया। शुभ मुहूर्त में दुकानों और घरों में मां लक्ष्मी का पूजन कर खुशियां मनाते हुए रंगबिरंगी आकर्षक आतिशबाजी की। इससे पहले मां लक्ष्मी की घर आगवानी को लेकर घर दुकान और प्रतिष्ठान को फूलों, आकर्षक लाइटिंग से सजाने के साथ ही महिलाओं-युवतियों ने घर के आंगन में आकर्षक रंगोली भी सजाई।
सेंधवा के जोगवाडा रोड क्षेत्र पर दीपावली पर रंगोली से अयोध्या का श्रीराम मंदिर बनाया गया। जोगवाडा रोड स्थित चंदा किराना परिवार के द्वारा आयोध्या का मंदिर बनाया गया। शहर के देवझिरी कॉलोनी में रहने वाली निधि ने दीपावली पर भगवन श्री राम के अयोध्या में बनने वाले भव्य राम मंदिर की प्रतिकृति को रंगोली में उकेरा।

इसके साथ ही उन्होंने भगवान श्री राम के वनवास के दौरान हनुमान जी से मिलन के दृश्य को भी रंगोली में उकेरा। निधि ने बताया कि अपनी बहन के सहयोग से करीब 6 घंटे की मेहनत के बाद अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के प्रतिकृति को रंगोली में उकेरा। इसी प्रकार महावीर कॉलोनी स्थित श्रीविश्वेश्वर मंदिर में मंदिर समिति के सदस्यों ने 2100 दीपक से श्री राम लिखा। जिसमे लक्ष्मी शर्मा, अभिलाषा भट्ट, कमल शिंदे, भारती नाईक समस्त महिला मंडल महावीर कॉलोनी मित्र मंडल से पिंटू राजपूत, निलेश राजपूत, अक्षय नाईक, ममलेश भट्ट, बंटी राजपूत, पलाश भट्ट, अनुराग पवार, सुमित सिसोदिया, हेमंत राजपूत, हिमांशु राजपूत, रितेश राजपूत, अतुल पाटील, चौतन्य राजपूत, हिमेश पाटिल, पीयूष राजपूत, गिरीश भट्ट आदि ने योगदान दिया। सदर बाजार क्षेत्र में मंगल परिवार के द्वारा लंका दहन के बाद भगवान श्रीराम और माता सीता के वापस अयोध्या लौटने की रंगोली बनाई गई।

लक्ष्मी पूजन को उमडे-
सेंधवा शहर के पुराना एबी रोड स्थित महा लक्ष्मी माता मंदिर में दिवाली के चलते आकर्षक बिजली सज्जा की गई थी। रविवार को श्रद्धालु माता के दर्शन करने सुबह से देर रात तक पहुंचे। शाम 7.30 बजे महाआरती की गई। यहां युवाओं ने आरती के बाद आतिशबाजी की। श्रद्धालुओं को प्रसादी का वितरण किया। मंदिर के व्यवस्थापक पवन शर्मा ने बताया 1983 में मंदिर की स्थापना हुई थी। इसके बाद जीर्णाेद्धार किया गया। माता महालक्ष्मी कई परिवारों की कुलदेवी है। इस कारण दीपावली पर माता का विशेष पूजन करने पहुंचे। सुबह से देर शाम तक शहर की सडकों पर लोगों की खासी भीड रही। धानी, पताशे, मिठाई और फूल मालाओं के लिए लोगों की भीड उमडी।

