इंदौर

युवा उड़ान की कार्यशाला में युवाओं ने लिया बुराइयों पर जीत का संकल्प

नाइट कल्चर और नशे की बुराइयों को दूर करेंगे, साइबर ठगी रोकने के लिए जागृति लाएंगे

युवा उड़ान की कार्यशाला में युवाओं ने लिया बुराइयों पर जीत का संकल्प
नाइट कल्चर और नशे की बुराइयों को दूर करेंगे, साइबर ठगी रोकने के लिए जागृति लाएंगे

देश भक्ति नशा मुक्ति
इंदौर। अभ्यास मंडल के द्वारा आयोजित युवाओं की कार्यशाला युवा उड़ान में शामिल हुए युवाओं ने बुराइयों पर जीत का संकल्प लिया। इन युवाओं ने नाइट कल्चर और नशे की बुराइयों को शहर से दूर करने और साइबर ठगी रोकने के लिए जनता को जागृत करने का फैसला लिया है ।
अभ्यास मंडल के द्वारा आज युवाओं के लिए एक दिवसीय कार्यशाला युवा उड़ान के लिए रूप में आयोजित की गई। अभिनव कला समाज में आयोजित की गई इस कार्यशाला का उद्घाटन राष्ट्रकवि सत्यनारायण सत्तन ने किया। ‘मेरा शहर, शहर विकास में मेरी भुमिका’ विषय पर संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि शहर और देश की उन्नति के लिए यह जरूरी है कि युवा पीढ़ी ईमानदारी के साथ प्रयास करें। युवा पीढ़ी को आने वाली पीढ़ी और आने वाले युग की प्रगति का संकल्प लेना होगा। विकास की यात्रा नगर और मोहल्ले से शुरू होती है।
उन्होंने कान्ह नदी, हरियाली और पर्यावरण जैसे शहर के प्रमुख मुद्दों को युवाओं के सामने रखते हुए इन मामलों में काम करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि एक समय था जब इस नदी में जाकर हम नहाते थे। इसके जल का आचमन करते थे और आज यह यदि गंदे नाले के रूप में तब्दील हो गया है तो उसके लिए जिम्मेदार हम सभी नागरिक हैं। इस सत्र में वरिष्ठ पत्रकार गोविंद ठाकरे ने शहर के मुद्दों की तरफ युवाओं का ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने शहर में नाइट कल्चर के रूप में पनप रही बुराई और नशे की आदत, युवाओं की स्थिति पर विस्तार से चर्चा की।
राष्ट्र चिंतन, आत्म चिंतन और नागरिक बोध विषय पर बात करते हुए अभिभाषक मृणाल पंत ने कहा कि गलती को स्वीकार करना नागरिक बोध का काम है। हमारे देश में हर नागरिक का अधिकार एक समान है। घटनाओं को इग्नोर करने की अपनी आदत पर हमें आत्म चिंतन करना चाहिए। यदि हम अपने हक के लिए खड़े नहीं हुए तो फिर से गुलाम हो जाएंगे। इस बार गुलाम अंग्रेजों के नहीं बल्कि अपनी ही सरकार के होंगे। वरिष्ठ पत्रकार अमित मंडलोई ने कहा कि समाज में जो नेरेटिव सेट है, उसके कारण ही सबसे ज्यादा समस्या सामने आती है। हम लोगों को यह समझना होगा कि राष्ट्र चिंतन का मतलब क्या है और आत्म चिंतन किसे कहते हैं। हकीकत तो यह है कि हम लोग अपनी आत्मा की आवाज नहीं सुनने के आदी हो गए हैं।
एक अन्य सत्र में साइबर सिक्योरिटी और नशा मुक्ति विषय पर चर्चा की गई। इस चर्चा में इंदौर के एडिशनल पुलिस कमिश्नर अमित सिंह, डा राम गुलाम राजदान और वरिष्ठ पत्रकार जितेंद्र व्यास शामिल हुए। इस सत्र में सभी ने जहां साइबर सिक्योरिटी और ऑनलाइन ठगी को रोकने के लिए लोगों को जागरूक बनाए जाने पर जोर दिया तो वहीं दूसरी तरफ इंदौर में नशा मुक्ति का बड़ा अभियान चलाया जाने की आवश्यकता पर भी बल दिया गया।

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अंतिम सत्र में खुला मंच आयोजित किया गया। इस मौके पर मीडिया जागरूकता के लिए काम कर रही युवा व्यवसायी मोमल सिसोदिया ने कहा कि इस समय पूरे विश्व में सबसे युवा देश के रूप में भारत की गणना की जा रही है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण यह है कि भारत की 66% आबादी युवा है। अब हमें पूरे विश्व के सामने भारत को प्रोजेक्ट करना है। इस अंतिम सत्र में खुला मंच आयोजित किया गया। जहां इस कार्यशाला में भाग लेने वाले युवाओं ने नशा और नाइट कल्चर से शहर को मुक्त कराने तथा साइबर अपराध रोकने के लिए जनता को जागरूक करने का संकल्प लिया। इस कार्यशाला के विभिन्न सत्रों का संचालन आदित्य सिंह, कुणाल भंवर ,बृजेंद्र सिंह धाकड़, मयंक शर्मा और ग्रीष्मा त्रिवेदी ने किया । इन सत्र में अभ्यास मंडल के अध्यक्ष रामेश्वर गुप्ता,, अशोक कोठारी हरे राम वाजपाई, डॉ माला सिंह ठाकुर, स्वप्निल व्यास, वैशाली खरे, , शफी शेख ने विषय प्रवर्तन किया ।

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