अहमदनगर: शनि शिंगणापुर मंदिर ट्रस्ट भंग, महाराष्ट्र सरकार का बड़ा फैसला
भ्रष्टाचार और वित्तीय कुप्रबंधन के आरोपों के बाद राज्य सरकार की सख्त कार्रवाई

महाराष्ट्र सरकार ने शनि शिंगणापुर स्थित शनैश्वर मंदिर ट्रस्ट बोर्ड को भंग कर दिया है। मंदिर ट्रस्ट पर भ्रष्टाचार, वित्तीय अनियमितता और श्रद्धालुओं से फर्जी वसूली के आरोप थे। अब मंदिर का प्रबंधन और प्रशासनिक जिम्मेदारियां जिला कलेक्टर को सौंपी गई हैं।
भ्रष्टाचार के आरोपों पर गिरी गाज
अहमदनगर। महाराष्ट्र के शनि शिंगणापुर स्थित शनैश्वर मंदिर ट्रस्ट बोर्ड पर लंबे समय से वित्तीय कुप्रबंधन और भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे थे। श्रद्धालुओं ने फर्जी ऐप के जरिए वसूली और मंदिर की संपत्ति के गलत इस्तेमाल की शिकायतें दर्ज कराई थीं। लगातार बढ़ती शिकायतों के बाद राज्य सरकार ने जांच करवाई।
कलेक्टर को सौंपी जिम्मेदारी
जांच में आरोप सही पाए जाने पर राज्य सरकार ने सोमवार को बड़ा कदम उठाते हुए ट्रस्ट बोर्ड को भंग कर दिया। नए आदेश के अनुसार, मंदिर की सभी प्रशासनिक और वित्तीय जिम्मेदारियां अब जिला कलेक्टर के पास रहेंगी। कलेक्टर को मंदिर की अचल संपत्तियों की सुरक्षा, श्रद्धालुओं की सुविधाओं में सुधार और धार्मिक कार्यक्रमों की पारदर्शिता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर सरकार का फोकस
शनि शिंगणापुर मंदिर महाराष्ट्र के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है, जहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। सरकार ने निर्णय लेते समय भक्तों की सुविधाओं और मंदिर प्रशासन की पारदर्शिता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। आदेश में वित्तीय लेन-देन में सुधार और प्रबंधन को व्यवस्थित करने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं।



