बड़वानी बुलेटिन- 8 जुलाई- बड़वानी में जनसुनवाई, जनकल्याण और नवाचारों की त्रिमूर्ति — प्रशासनिक कार्यवाही, पर्यावरण चेतना और तकनीकी सशक्तिकरण पर विशेष ज़ोर ‘एक बगिया मां के नाम’ से लेकर शिक्षा ओलंपियाड तक — महिलाओं, किसानों और विद्यार्थियों के लिए बड़वानी में विकास की नई लहर

बड़वानी। रमन बोरखड़े। बड़वानी में जनसुनवाई में कलेक्टर गुंचा सनोबर ने 56 आवेदनों की सुनवाई कर त्वरित कार्यवाही की। हिट एंड रन पीड़ित को 50 हजार की सहायता दी गई। विभिन्न जन समस्याओं जैसे ट्रायसिकल, शाला प्रवेश, प्रमाण पत्र, अनुकंपा नियुक्ति आदि के समाधान हेतु विभागों को निर्देशित किया गया। ‘एक बगिया मां के नाम’ योजना के तहत महिलाओं की निजी भूमि पर फलोद्यान विकसित करने हेतु प्रशिक्षण और ऐप आधारित चयन शुरू हुआ। बीएलओ, इंजीनियर और कृषि सखियों को तकनीकी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साथ ही, साहित्यिक आयोजन, पौधरोपण, शिक्षा ओलंपियाड और करियर मार्गदर्शन जैसे कार्यक्रमों से जिले में समग्र विकास का माहौल बना है।
जनसुनवाई में आये 56 आवेदन
बड़वानी ; मंगलवार को हुई जनसुनवाई में कलेक्टर सुश्री गुंचा सनोबर ने जनसुनवाई करते हुये 56 आवेदकों को व्यक्तिगत रूप से सुना तथा आवेदनों के निराकरण हेतु संबंधित विभाग के अधिकारियों को भेजकर निराकरण करने हेतु निर्देशित किया।
दिलवाई जाये मोटराइज्ड ट्रायसिकल
जनसुनवाई में ग्राम चिचल्या निवासी श्रीमती रामबाई ने आवेदन देकर बताया कि वे 80 प्रतिशत विकलांग है। कही पर आने-जाने में दूसरे का सहारा लेना पड़ता है। जिससे उनको काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है। इसलिये मुझे शासन के नियमानुसार एवं मेरी परेशानियो को समझते हुये यदि मुझे मोटराइज्ड ट्रायसिकल मिल जाये तो वे उन्हें आने-जाने में परेशानियो का सामना न करना पड़ेगा । साथ ही मुझे अभी तक किसी प्रकार का आवास का लाभ भी नहीं मिल पाया है। इस पर जनसुनवाई कर रही कलेक्टर सुश्री गुंचा सनोबर ने आवेदन को सामाजिक न्याय विभाग में भेजकर आवेदक को हर संभव सहायता प्रदान की जाये एवं आवास हेतु संबंधित विभाग से प्राप्त जानकारी अनुसार आवेदक को बताया गया कि उनका नाम सूची में जुड़ा हुआ है, जिसमें पात्रतानुसार लाभ प्रदान किया जायेगा ।
पुत्र का शाला में नही हो रहा है प्रवेश
जनसुनवाई में ग्राम गायबैड़ा अंजड़ निवासी श्री ईश्वर पिता शिवराम ने आवेदन देकर बताया कि उनके पुत्र की आयु 6 वर्ष हैं। एकीकृत शाला शासकीय माध्यमिक विद्यालय अंजड़ में उन्होने पुत्र का पहली कक्षा में प्रवेश करवाया। प्रवेश के दौरान उनके संज्ञान में आया कि पुत्र की समग्र आईडी निवाली ब्लाक में कक्षा 5वीं में दर्ज बता रहा है। निवाली ब्लाक के स्कूल प्रबंधन की गलत मेपिंग के कारण उनके पुत्र का शाला में प्रवेश नही हो पा रहा है। अतः उनकी इस समस्या का निराकरण करवाया जाये। इस पर जनसुनवाई कर रही कलेक्टर सुश्री गुंचा सनोबर ने आवेदन को सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग को भेजकर निराकरण हेतु निर्देशित किया।
दिलवाई जाये अनुकंपा नियुक्ति
जनसुनवाई में ग्राम पानसेमल निवासी संतोष चौहान ने आवेदन देकर बताया कि उनके पिताजी नगर परिषद पानसेमल में राजस्व निरीक्षक के पद पर कार्य करते हुए 24 जून 2024 को उनका स्वर्गवास हो गया था। पिता की मृत्यु के पश्चात् उन्होने अनुकंपा नियुक्ति एवं पेंशन तथा शासन से मिलने वाली सहायता राशि प्राप्त करने हेतु आवेदन दिया परन्तु आवेदन पर अभी तक कोई सुनवाई नही हुई है। अतः उनकी माताजी की पेंशन प्रारंभ करवाते हुए उन्हे अनुकंपा नियुक्ति दिलवाई जाये। इस पर जनसुनवाई कर रही कलेक्टर सुश्री गुंचा सनोबर ने आवेदन को सीएमओ पानसेमल को भेजकर निराकरण हेतु निर्देशित किया।
प्राचार्य नही दे रहे अंकसूची
जनसुनवाई में समरीन बी पिता शकील खांन ने आवेदन देकर बताा कि वे नियमित परीक्षार्थी के रूप में शैक्षणिक सत्र 2021-22 में शासकीय माध्यमिक विद्यालय रोसमाल से कक्षा 8वीं उत्तीर्ण की है। प्रधानपाठक द्वारा उन्हे मूल अंकसूची एवं स्थानान्तरण प्रमाण पत्र नही दिया जा रहा है। जिसके कारण उन्हे आगामी अध्ययन करने में समस्या आ रही हैं। अतः उनके भविष्य को देखते हुए मूल अंकसूची एवं स्थानान्तरण प्रमाण पत्र दिलवाया जाये। इस पर जनसुनवाई कर रही कलेक्टर सुश्री गुंचा सनोबर ने आवेदन को सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग को भेजकर निराकरण हेतु निर्देशित किया।
बेटी को नही दिया जा रहा शाला में प्रवेश
जनसुनवाई में गायबयड़ा अंजड़ निवासी श्री दिनेश डोडवे ने आवेदन देकर बताया कि उनकी पुत्री मिनाक्षी डोडवे की जन्म दिनांक 25 अगस्त 2012 है। वे अपनी पुत्री का कक्षा 9वीं में नियमित प्रवेश दिलाने हेतु वे पीएमश्री एकीकृत शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अंजड़ गये तो संबंधित शिक्षक द्वारा बेटी की आयु कम होने का हवाला देते हुए प्रवेश देने से मना कर दिया। इस पर जनसुनवाई कर रही कलेक्टर सुश्री गुंचा सनोबर ने आवेदन को सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग को भेजकर निराकरण हेतु निर्देशित किया।
स्कूल द्वारा नही दिया जा रहा है बेटे का स्थानांतरण प्रमाण पत्र
जनसुनवाई में ग्राम छोटा बड़दा निवासी श्री इजराईल खांन ने आवेदन देकर बताया कि उनका बेटा वर्ष 2018 से माडर्न एकेडमी अंजड़ में अध्ययनरत है। उनके द्वारा समय-समय पर बच्चे की फीस जमा की जा रही है, इस वर्ष की फीस 58510 रुपये जमा करना बाकी था, किन्तु जब वे बेटे के स्थानांतरण प्रमाण पत्र लेने हेतु शाला में गये तो प्रबंधक द्वारा बताया गया कि उन्हे 76710 रुपये शेष बताकर स्थानांतरण प्रमाण पत्र नही दिया जा रहा है। इस पर जनसुनवाई कर रही कलेक्टर सुश्री गुंचा सनोबर ने आवेदन को जिला शिक्षा अधिकारी को भेजकर निराकरण हेतु निर्देशित किया।
50 हजार रूपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत
बड़वानी; कलेक्टर सुश्री गुंचा सनोबर ने 09 अप्रैल 2024 को शनि मंदिर के पास अंजड़ के सामने मोटरयान दुर्घटना में घायल होने पर अरविंद पिता कमल निवासी राजपुर को हिट एण्ड रन मोटरयान दुर्घटना पीड़ित प्रतिकर योजना 2022 के अंतर्गत 50 हजार रूपये की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है।
बड़वानी जिले में समर्थन मूल्य पर खरीदा जायेगा ग्रीष्मकालीन मूंग
बड़वानी; भारत सरकार की प्राईस सपोर्ट स्कीम के अंतर्गत वर्ष 2025 (विपणन वर्ष 2025-26) ग्रीष्मकालीन मूंग फसल को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपार्जन हेतु पंजीकृत किसानों को स्लॉट बुक करना होगा। किसान मूंग उपज का उपार्जन सेंधवा सहकारी विपणन संस्था मर्यादित सेंधवा केन्द्र क्रमांक 01 किला परिसर सेंधवा में 08 अगस्त तक विक्रय कर सकते है।
ग्रीष्मकालीन मूंग का समर्थन मूल्य 8682 प्रति क्विंटल दर से निर्धारित किया गया है। अतः किसान भाईयों से अनुरोध है कि पंजीकृत किसान अपनी मूंग फसल की स्लॉट बुकिंग करावें । स्लॉट बुकिंग पश्चात ही मूंग फसल का उपार्जन किया जावेगा ।
राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत बीएलओ को दिया जा रहा है प्रशिक्षण
बड़वानी; निर्वाचन आयोग भोपाल के द्वारा दिये गये निर्देशों के तहत बूथ लेवल आफिसर के लिये राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत निर्वाचक नामावली के त्रुटि रहित बनाने के निर्देशों के अंतर्गत बीएलओं के क्षमता विकास हेतु सभी बूथ लेवल आफिसर को प्रशिक्षित किया जाना है। ताकि बीएलओं निर्वाचक नामावली तैयार करने संबंधित घर-घर जाकर सर्वे कर निर्वाचक की जानकारी का सत्यापन करना, मृत/स्थानांतरित दोहरी प्रविष्टि की जानकारी तथा राजनितिक दलों के प्रतिनिधि, बूथ लेवल एजेंट से समन्वय, फार्माे, बीएलओं एप आदि के संबंध में बारिकीयों से भली-भांति अवगत हो सके से संबंधित विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 187 -सेंधवा (अ.ज.जा.) अंतर्गत बीएलओं का प्रशिक्षण वीर खाज्या नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सेंधवा में विधानसभा स्तर मास्टर ट्रेनर्स द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में बैैच अनुसार पृष्ठ क्रमांक 1,2, एवं 3 में बीएलओं उपस्थित रहे एवं मास्टर ट्रेनर्स के द्वारा दी गयी जानकारी का ध्यान पूर्वक श्रवण किया गया। इस दौरान प्रशिक्षण का निरीक्षण श्री सोहन कनाश, संयुक्त कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी बडवानी के द्वारा किया गया।
21 जुलाई को डाकघरों में नही होगा सार्वजनिक लेनदेन
बड़वानी; डाकविभाग में उन्नत डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सहज और सुरक्षित क्रियान्वन को सक्षम करने के लिए, 22 जुलाई को एक नया एपीटी एपलीकेशन की शुरूआत की जायेगी। जिसके कारण 21 जुलाई को डाकघरों में कोई सार्वजनिक लेनदेन नहीं किया जाएगा। डेटामाइग्रेशन, सिस्टम सत्यापन और कॉन्फ़िगरेशन प्रक्रियाओं को सुविधाजनक बनाने के लिए सेवाओं का यह अस्थायी निलंबन आवश्यक है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि नई प्रणाली सुचारू रूप से और कुशलता से लाइव हो।
राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेरसिंह सोलंकी ने नगर वन में किया एक पेड़ मां के नाम के तहत पौधारोपण
बड़वानी; राज्यससभा सांसद डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी द्वारा नगर वन बडवानी वन परिक्षेत्र बडवानी मे ‘’एक पेड़ मां के नाम’’ अंतर्गत बरगद के पौधे का रोपण किया गया । इस कार्यक्रम मे शासकीय कन्या कॉलेज बडवानी के छात्रा एवं माध्यमिक विद्यालय बंधान के छात्रो के साथ, वन विभाग के वनमण्डलाधिकारी श्री आशिष बनसोड़ एवं उप वनमण्डिलाधिकारी श्री बाबुलाल मुवेल, वन परिक्षेत्र अधिकारी श्री गुलाबसिंह बर्डे उपस्थित रह कर पौधा रोपण कराया गया । राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी ने बताया कि सभी नागरिेकों अपने जीवन काल मे अनेकों पेड़ लगाने चाहिये ‘’ एक पेड़ मां के नाम ’’ अभियान की शुरूआत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 05 जून 2024 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर शुरूआत की थी । और उन्होंने बताया कि जल संर्वधन मे वर्षा के जल को जगह-जगह पर जल संचयन के गड्डे खोद कर पानी को रोके और सम्पुार्ण वर्षा के जल को जमीन के अंदर संचयन करने की कोशिश करें क्योंकि ट्यूबवेल का पानी 500 से 600 फीट तक पानी निकलता है। जमीन मे वर्षा के जल को संग्रहित नही किये तो जलस्तर और भी नीचे चला जायेगा इसलिए वर्षा के जल को रोके ताकि भावी पीढ़ी को जल की समस्या से सामना ना करना पड़े । उन्होंने छात्रो एवं शिक्षक को बताया की किसी के भी जन्मदिन पर एक पेड़ अवश्य लगाये तथा उसकी सुरक्षा भी किया जाना अति आवश्यक है। इसी उपलक्ष्य मे राज्यसभा सांसद द्वारा एक छात्र कन्हैया मोगरे के जन्मदिन पर अमरूद का एक पौधा लगवाया गया । और उन्होने बताया की वन विभाग के द्वारा वन क्षेत्र मे वृक्षा रोपण कर जल को रोकना एवं वन क्षेत्र को बढाने का अच्छा प्रयास कर रहे है ।
वनमण्डल अधिकारी द्वारा राज्यसभा सांसद से कहा गया कि नगर वन में जन्मदिन के अवसर पर जन्मोत्सव वन तथा अपने प्रियजनों की याद में पौध लगाने हेतु स्मृति वन के लिए स्थल को आरक्षित रखा जाएगा । वन स्टॉफ राजेन्द्र बामनिया, दिपक सोलंकी, शांतिलाल हम्बड़, प्रेमसिंह भाबर, जितेन्द्र निगवाल, मुकेश सोलंकी, चंचला ठाकुर तथा कन्या महाविद्यालय बडवानी के प्राचार्या सविता भदोरिया के सहयोग से रेखा बिसन खेल अधिकारी, सुनिता भायल रासेयो प्रभारी उपस्थित रहे ।
हिंदी-निमाड़ी के कवियों ने बांधा समां, गुरुपूर्णिमा पखवाड़े में साहित्यिक आयोजन में गूंजे काव्य, भजन और व्यंग्य
बड़वानी: लोककला, संस्कृति, संगीत एवं साहित्य को समर्पित अग्रणी संस्था अखिल निमाड़ लोक परिषद् एवं साहित्य परिषद् जिला इकाई बड़वानी के संयुक्त तत्वावधान में गुरुपूर्णिमा पखवाड़े के अंतर्गत बैठक सह काव्यगोष्ठी का आयोजन स्काउट कार्यालय बड़वानी में सम्पन्न हुआ।
इस साहित्यिक आयोजन की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार प्रबोध मिश्र हितैषी ने की। कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में साहित्यकार प्रमोद त्रिवेदी पुष्प तथा विशेष अतिथि के रूप में जिला संगठन आयुक्त श्री गणेश श्रीवास्तव उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के पूजन एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इसके पश्चात कवि सुरेश व्यास मकरंद ने अपनी मधुर वाणी में सरस्वती वंदना प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। शिक्षक रमेश चंद्र सराफ ने गुरुवंदना प्रस्तुत कर कार्यक्रम को गरिमा प्रदान की।
राजपुर से पधारे साहित्यकार प्रमोद त्रिवेदी ने गुरुपूर्णिमा पर छंद व निमाड़ी हास्य-व्यंग्य रचना साळो ओको तिरभंग्यो…के माध्यम से श्रोताओं को खूब हँसाया। सुरेश व्यास ने ग़ज़ल उम्र भर आपकी राह तकते रहे… सुनाकर वाहवाही बटोरी।
डॉ. निशिकांत गुप्ता ने अपनी रचना ष्लालच के दो पेट हुए…के माध्यम से सामाजिक संदेश दिया। डॉ. अपूर्व शुक्ल ने चिर-परिचित हास्य-व्यंग्य शैली में प्रस्तुति दी, जबकि दिलीप कुशवाह की ग़ज़ल हँसती खेलती गाँव की गलियाँ छोड़ आए… को श्रोताओं ने खूब सराहा।
वरिष्ठ साहित्यकार प्रबोध मिश्र हितैषी ने गुरु को समर्पित दोहे में कहा-साहस दिल में शिष्य के, जो कर सके प्रसूत सच्चे गुरुवर हैं वही, वही ईश के दूत।
एस. एल. गंभीर ने गुरु-स्मरण करते हुए दोहों की प्रस्तुति दी। युवा रचनाकार गौरव ओचानी, प्रवीण पुरोहित, संजय गुप्ता, आर. आर. प्रिंस ने प्रभावशाली रचनाएं सुनाकर युवा पीढ़ी की सशक्त साहित्यिक उपस्थिति दर्ज कराई। कवयित्रियों निशा उपाध्याय, जीवनलता शर्मा, हेमलता गोठवाल एवं शोभा सोनी ने भावपूर्ण भजन व गीतों से श्रोताओं को भावविभोर किया।
सचिव रघुवीर सोलंकी ने अनिलोप संस्था के सदस्यता अभियान को गति देने एवं महिला इकाई के गठन की आवश्यकता पर बल दिया। जिला संयोजक राजीव वर्मा ने शीघ्र ही सेंधवा, बड़वानी व राजपुर के कवियों का एक वृहद हिंदी-निमाड़ी कवि समागम आयोजित करने की घोषणा की। कार्यक्रम का संचालन विवेक श्रोतिय एवं प्रवीण पुरोहित द्वारा संयुक्त रूप से किया गया तथा आभार प्रदर्शन कवयित्री शोभा सोनी द्वारा किया गया।
प्रदेश में पहली बार पौधरोपण के लिए अत्याधुनिक तकनीक का किया जाएगा उपयोग, ऐप के माध्यम से महिला हितग्राहियों का होगा चयन
15 अगस्त से “एक बगिया माँ के नाम” अंतर्गत शुरू होगा पौधरोपण
स्व-सहायता समूह की महिलाओं की निजी भूमि पर विकसित की जाएगी फलोद्यान बगिया
बड़वानी: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश की स्व-सहायता समूह की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिये प्रदेश सरकार द्वारा महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत “एक बगिया मां के नाम” परियोजना शुरू की गई है। इसके अंतर्गत स्व-सहायता समूह की महिलाओं की निजी भूमि पर फलोद्यान की बगिया विकसित की जाएगी। प्रदेश में ऐसा पहली बार होगा जब अत्याधुनिक तरीके पौधरोपण का कार्य किया जाएगा। ऐप के माध्यम से हितग्राहियों का चयन किया जाएगा। परियोजना के क्रियान्वयन को लेकर मनरेगा परिषद ने तैयारी शुरू कर दी है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा इस संबंध में निर्देश भी जारी किए गए हैं।
“एक बगिया मां के नाम” से होगा ऐप
“एक बगिया मां के नाम” परियोजना का लाभ लेने वाली आजीविका मिशन के स्व-सहायता समूह की महिला का चयन “एक बगिया मां के नाम” ऐप से किया जाएगा। मनरेगा परिषद द्वारा मध्यप्रदेश राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम लिमिटेड के माध्यम से ऐप का निर्माण किया गया है। अन्य किसी माध्यम से हितग्राही का चयन नहीं किया जाएगा। चयनित महिला हितग्राही के नाम पर भूमि नहीं होने की दशा में उस महिला के पति, पिता, ससुर और पुत्र की भूमि पर सहमति के आधार पर पौधरोपण किया जाएगा।
30 हजार से अधिक महिलाओं को मिलेगा लाभ
“एक बगिया माँ के नाम’’ परियोजना अंतर्गत प्रदेश की 30 हजार से अधिक स्व-सहायता समूह की महिलाओं को लाभ मिलेगा। इनकी निजी जमीन पर 30 लाख से अधिक फलदार पौधे लगाएं जाएंगे, जो समूह की महिलाओं की आर्थिक तरक्की का आधार बनेंगे
परियोजना के अंतर्गत हितग्राहियों को पौधे, खाद और गड्ढे खोदने के साथ ही पौधों की सुरक्षा के लिए कटीले तार की फेंसिंग और सिंचाई के लिए 50 हजार लीटर का जल कुंड बनाने के लिए राशि प्रदान की जाएगी।
प्रत्येक ब्लॉक में 100 हितग्राहियों का किया जाएगा चयन
“एक बगिया मां के नाम” परियोजना अंतर्गत प्रत्येक ब्लॉक में न्यूनमत 100 हितग्राहियों का चयन किया जाएगा। चयनित पात्र महिलाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण महिलाओं को वर्ष में दो बार दिया जाएगा।
सॉफ्टवेयर बताएगा किस प्रजाति के पौधे के लिए है जमीन उपयोगी
“एक बगिया माँ के नाम’’ परियोजना अंतर्गत पौधरोपण के लिए जमीन का चयन वैज्ञानिक पद्धति (सिपरी सॉफ्टवेयर) के माध्यम से किया जाएगा। जमीन चिन्हित होने के बाद सॉफ्टवेयर से भूमि का परीक्षण किया जाएगा। जलवायु के साथ ही किस जमीन पर कौन सा फलदार पौधा उपयुक्त है। पौधा कब और किस समय लगाया जाएगा। सिपरी सॉफ्टवेयर के माध्यम से यह पता लगाया जाएगा कि पौधों की सिंचाई के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी का स्त्रोत कहां उपलब्ध है। जमीन के उपयोगी नहीं पाए जाने पर पौधरोपण का कार्य नहीं होगा।
न्यूनतम आधा एकड़ अधिकतम 1 एकड़ जमीन होना अनिवार्य
“एक बगिया मां के नाम” परियोजना का लाभ लेने के लिए चयनित हुई समूह की महिला के पास बगिया लगाने के लिए भूमि भी निर्धारित की गई है। चयनित महिला के पास न्यूनतम आधा एकड़ या अधिकतम एक एकड़ जमीन होना अनिवार्य है।
प्रति 25 एकड़ पर एक कृषि सखी होगी नियुक्त
फलोद्यान की बगिया लगाने के लिए चयनित हितग्राहियों की सहायता के लिए कृषि सखी नियुक्त की जाएगी। ये कृषि सखी हितग्राहियों को खाद, पानी, कीटों की रोकथाम, जैविक खाद, जैविक कीटनाशक तैयार कराने और अंतर्वर्तीय फसलों की खेती के बारे में जानकारी देगी। प्रत्येक 25 एकड़ के फलदार पौधरोपण पर एक कृषि सखी नियुक्त होगी।
ड्रोन-सैटेलाइट इमेज से होगी निगरानी, पर्यवेक्षण के लिए बनाया जाएगा डेश बोर्ड
पौधरोपण का कार्य सही तरीके से हो रहा है या नहीं। पौधे कहा पर लगे है या नहीं। इसकी ड्रोन-सैटेलाइट इमेज से निगरानी भी की जाएगी। मनरेगा परिषद द्वारा पॉयलेट प्रोजेक्ट के तहत धार जिले की जनपद पंचायत बाग के ग्राम पंचायत बाग, बाणदा, घोटियादेव, पिपरियापानी, झाबा, चिकापोटी में इसका परीक्षण भी हो गया है। पर्यवेक्षण के लिए अलग से एक डेश बोर्ड भी बनाया जाएगा। साथ ही प्रदर्शन के आधार पर प्रथम 3 जिले, 10 जनपद पंचायत एवं 25 ग्राम पंचायतों को पुरस्कृत भी किया जाएगा।
15 जुलाई तक किया जाएगा हितग्राहियों का चयन
“एक बगिया मां के नाम” परियोजना के लिए पात्र महिला हितग्राहियों के चयन की प्रक्रिया 15 जुलाई तक पूरी कर ली जाएगी। हितग्राही की भूमि का स्थल निरीक्षण उसका भौतिक सत्यापन, तकनीकी व प्रशासकीय स्वीकृति का कार्य 25 जुलाई तक किया जाएगा। पौधरोपण के लिए गड्ढे की खुदाई, तार फेंसिंग सहित पौधरोपण से संबंधित अन्य तैयारियां 14 अगस्त तक की जाएंगी। अभियान के रूप में पौधरोपण का कार्य 15 अगस्त से 15 सितंबर तक होगा।
प्रदेश के 50 प्रतिशत ग्रामों को जोड़ेंगे दुग्ध नेटवर्क से- मुख्यमंत्री डॉ. यादव
बड़वानी ; मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेश में दुग्ध उत्पादन बढ़ाकर किसानों और पशुपालकों की आर्थिक उन्नति के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेश के 50 प्रतिशत गांवों को दुग्ध नेटवर्क में लाने की रणनीति पर कार्य किया जा रहा है। नई 381 दुग्ध सहकारी समितियों का गठन कर 9500 दुग्ध उत्पादकों को सहकारी डेयरी प्रणाली से जोड़ा गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव रविवार को मुख्यमंत्री निवास में पशुपालन एवं डेयरी विकास विभाग के वरष्ठि अधिकारियों से चर्चा कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने मध्यप्रदेश के लिए डेयरी विकास योजना को क्रियान्वित करने के लिए आवश्यक संशोधन कर अधिक लाभकारी बनाने के निर्देश दिए थे। अब राज्य में दुग्ध उत्पादन की 72 प्रतिशत संभावित क्षमता को कवर करने और बाजार पहुंच को 15प्रतिशत बढ़ाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने दुग्ध संग्रहण बढ़ाने, दुधारू पशुओं की नस्ल सुधार, राष्ट्रीय डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के सहयोग से देशी नस्ल के पशुओं के लिए मॉडल फार्म विकसित करने, सांची ब्रांड की लोकप्रियता बढ़ाने, भोपाल दुग्ध संघ के अंतर्गत हीफर रियरिंग सेंटर की स्थापना, दुग्ध उत्पादक किसानों को खरीदे गए दूध की कीमत का समय पर भुगतान, डिजीटाइजेशन वर्क की प्रगति की जानकारी प्राप्त कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
दुग्ध संघों ने बढ़ाई है ढाई से छह रुपए प्रति लीटर राशि
इस अवसर पर बताया गया कि प्रदेश के दुग्ध संघों में न सिर्फ दुग्ध संग्रहण बढ़ रहा है, बल्कि किसानों और दुग्ध उत्पादकों का हित भी सुनिश्चित हो रहा है। दुग्ध संघों में दुग्ध मूल्यों में ढाई रुपए से लेकर छह रुपए तक प्रति लीटर वृद्धि का कार्य किया है। प्रदेश में दो दुग्ध संघों जबलपुर और ग्वालियर में दुग्ध संग्रहण में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। जबलपुर और ग्वालियर दुग्ध संघ को दुग्ध उत्पादकों के लंबित भुगतान के लिए दो-दो करोड़ रुपए की कार्यशील पूंजी भी उपलब्ध करवाई गई है।
पौधरोपण में वैज्ञानिक और टिकाऊ तकनीकों के उपयोग के लिए प्रशिक्षण, मनरेगा के तहत इंजीनियर और कृषि सखियों को दिया जा रहा है तकनीकी प्रशिक्षण
बड़वानी; मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू की गई एक बगिया मां के नाम परियोजना, गंगोत्री हरित योजना और नर्मदा परिक्रमा पथ जैसी योजनाओं को सफलतापूर्वक क्रियान्वित करने की दिशा में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। इन योजनाओं के तहत मनरेगा के माध्यम से प्रदेश में बड़े पैमाने पर प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
इन कार्यक्रमों के अंतर्गत प्रदेश के 2101 इंजीनियर और 626 कृषि सखी को तकनीकी रूप से प्रशिक्षित किया जा रहा है। यह प्रशिक्षण मध्यप्रदेश जल-भूमि प्रबंध संस्थान, भोपाल और क्षेत्रीय ग्रामीण विकास-पंचायतराज प्रशिक्षण केंद्रों में संचालित किया जा रहा है। प्रशिक्षण का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि पौधरोपण कार्य वैज्ञानिक और टिकाऊ तरीके से किया जाए।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री प्रहलाद पटेल ने निर्देश दिए हैं कि नदियों के उद्गम स्थलों पर पौधरोपण को प्राथमिकता दी जाए। साथ ही मां नर्मदा परिक्रमा पथ पर आश्रय स्थलों में पौधरोपण कर तीर्थ यात्रियों को बेहतर सुविधाएं दी जाएं। उन्होंने ष्एक बगिया मां के नाम परियोजनाष् को महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण का एक सशक्त माध्यम बताया।
मनरेगा के अंतर्गत प्रशिक्षण पाने वाले अधिकारियों में 36 कार्यपालन यंत्री आरईएस, 215 सहायक यंत्री, 47 डीपीएम एसआरएलएम और 1803 उप यंत्री शामिल हैं। इन्हें पौधरोपण की तकनीकी बारीकियों से अवगत कराया जा रहा है, जिससे वे इस कार्य को सफलतापूर्वक संपन्न कर सकें।
प्रदेश में पहली बार पौधरोपण कार्य में अत्याधुनिक तकनीक सिपरी सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जा रहा है। इस सॉफ्टवेयर की मदद से संबंधित जिलों की जलवायु, मिट्टी की गुणवत्ता, एग्रो क्लाइमेट ज़ोन, स्थल चयन और पानी की उपलब्धता जैसी जानकारियां जुटाकर पौधों की उपयुक्त प्रजातियों का चयन किया जाएगा। जहां सॉफ्टवेयर उपयुक्तता नहीं दिखाता, वहां पौधरोपण नहीं किया जाएगा, जिससे संसाधनों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित हो सके।
एक बगिया मां के नामष् अभियान के तहत स्व-सहायता समूह की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए उनकी निजी भूमि पर फलदार पौधे लगाए जाएंगे। इसके लिए 626 कृषि सखी को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ये कृषि सखी बाद में अन्य स्व-सहायता समूहों की महिलाओं को पौधारोपण की तकनीक, पौधों के चयन और देखरेख के बारे में प्रशिक्षण देंगी और उन्हें आवश्यक सहयोग प्रदान करेंगी। इस व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से प्रदेश में न केवल पर्यावरण-संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि ग्रामीण महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनने का अवसर प्राप्त होगा।
शासकीय शालाओं में होगा शैक्षिक ओलंपियाड, विद्यार्थी कर सकेंगे 30 जुलाई तक ऑनलाइन पंजीयन
बडवानी: प्रदेश के साथ साथ जिले के समस्त शासकीय प्राथमिक माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा 2 से 8 के विद्यार्थियों को प्रदेश, देश और विश्व के सांस्कृतिक, भौगोलिक ऐतिहासिक परिदृश्य, समसामयिक सामान्य ज्ञान तथा हिन्दी, इंग्लिश, विज्ञान और गणित विषयों से जोड़ने के लिये मंच क्विज प्रतियोगिता ओलंपियाड का आयोजन विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी दो चरणों में जन शिक्षा केन्द्र और जिला स्तर पर किया जा रहा है। इस वर्ष जन शिक्षा केन्द्र स्तरीय आयोजन सितंबर और जिला स्तरीय आयोजन नवंबर माह में होगा। ओलंपियाड में सहभागिता के लिये विद्यार्थी शिक्षकों के सहयोग से ऑनलाइन पंजीयन आरएसकेएमपी पोर्टल पर 30 जुलाई तक कर सकेंगे।
दूसरी कक्षा से लगाकर आठवीं कक्षा तक के बच्चे ओएमआर शीट पर प्रश्न हल करेंगे
इस वर्ष ओलंपियाड में कक्षा दूसरी से लेकर 8वीं तक प्रारंभिक कक्षाओं के विद्यार्थी ओएमआर शीट पर प्रश्न हल करेंगे। इस व्यवस्था से बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये प्रारंभिक काल से अनुभव प्राप्त होगा। कक्षा 2 और 3 के लिये इंग्लिश, हिन्दी और गणित, कक्षा 4 और 5 के लिए इंग्लिश, हिन्दी, गणित एवं पर्यावरण विषय पर और कक्षा 6, 7 और 8 के लिए हिन्दी, संस्कृत, इंग्लिश, विज्ञान, गणित और सामाजिक विज्ञान विषय में ओलंपियाड प्रतियोगिता होगी। ओलंपियाड के संबंध में राज्य शिक्षा केन्द्र ने विस्तृत दिशा-निर्देश जिला शिक्षा केन्द्र और शालाओं को प्रेषित किए है। कक्षा 2 से 3 तक में प्रत्येक जन शिक्षा केन्द्र से कुल 28 विद्यार्थी जिला स्तर की प्रतियोगिता के लिये चयनित होंगे। कक्षा 6 से 8 में जन शिक्षा केन्द्र स्तर पर सर्वाधिक अंको के आधार पर 36 विद्यार्थियों का चयन जिला स्तरीय प्रतियोगिता के लिये होगा। राज्य शिक्षा केन्द्र के संचालक श्री हरजिंदर सिंह ने ओलंपियाड प्रतियोगिता के आयोजन के लिये जिला कलेक्टर्स और राज्य शिक्षा केन्द्र अधिकारियों को भी निर्देश जारी किये है। उक्त निर्देशों के परिपालन में जिला परियोजना समन्वयक, प्रमोद कुमार शर्मा ने जिले के समस्त बीआरसीसी और संस्था प्रमुख को बच्चों के पंजीयन और प्रतियोगिता की तैयारियों के संबंध में निर्देश जारी किए हैं ।
वनस्पति विज्ञान के प्रो. सुखलाल मुवेल ने कहा- राही को सही दिशा मिल जाने पर वह प्राप्त कर लेता है अपनी मंजिल
बड़वानी: निरंतर सक्रिय रहने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है. कर्म ही पूजा है. यदि आप अच्छा कर्म करेंगे तो आपको अच्छा फल मिलेगा. कर्म के माध्यम से ही आप करियर में बहुत अच्छे स्थान पर पहुंचेंगे. चलते हुए राही को यदि सही दिशा मिल जाए तो, वह अपनी मंजिल प्राप्त कर लेता है. करियर सेल आपको सही राह दिखाने का कार्य कर रहा है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में व्यावसायिक पाठ्यक्रम जोड़े गए हैं. ये कोर्स आपको इतना दक्ष करेंगे कि आप आत्म-निर्भर हो सकेंगे. आप इन्हें ठीक से समझिये और अव्वल बनिए. ये बातें प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस शहीद भीमा नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बड़वानी की मार्गदर्शन में स्वामी विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ के माध्यम से आयोजित सफलता के लिए मार्गदर्शन कार्यक्रम में वनस्पति विज्ञान के प्रो. सुखलाल मुवेल ने कहीं.
सेल की सक्रियता लाभदायक
प्रो. मुवेल ने कहा कि मैंने करियर सेल को निरंतर सक्रिय देखा है. सैकड़ों विद्यार्थी मार्गदर्शन प्राप्त कर रहे हैं. यह उनके लिए बहुत लाभदायक है. उन्होंने विद्यार्थियों को सात्विक जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित किया. जापान का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि वहां पर औसत आयु 84.7 वर्ष है, जबकि भारत में इसकी तुलना में कम है. आप संयमित आचरण, व्यायाम, योग, कर्म, जैविक उत्पाद तथा पौष्टिक भोजन के माध्यम से स्वस्थ, दीर्घजीवी और सफल हो सकते हैं. आप युवा हैं. विद्यार्थी हैं. आपका कर्म पढ़ाई करना है. आप अपने कर्म को ईमानदारी से कीजिये. आपको हर सफलता मिलेगी.