बड़वानी: जिला स्तर पर आवारा कुत्तों के आतंक पर कार्रवाई तेज करने के निर्देश, बढ़ते कुत्तों के हमलों पर नियंत्रण के लिए कलेक्टर की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक
कलेक्टर ने समय सीमा बैठक के दौरान विभिन्न विभागों के कार्यो की, कि समीक्षा

बड़वानी रमन बोरखड़े। जिले में आये दिन बढ़ रहे जानवरों के हमले की रोकथाम के मद्देनजर सोमवार को कलेक्टर सुश्री गुंचा सनोबर की अध्यक्षता में कलेक्टर कार्यालय बड़वानी के सभागृह में राष्ट्रीय रेबीज नियंत्रण कार्यक्रम के तहत वन, पशुपालन, स्वास्थ्य एवं शहरी विकास अभिकरण विभाग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक आयोजित की गई।
बैठक में कलेक्टर ने निर्देशित किया कि जिले में लगातार जानवरों के हमले के केस आ रहे है। जिसके लिए त्वरित हमला करने वाले जानवर की पहचान की जाना आवश्यक हैं, ताकि संशय की स्थिति न हो वही लोगों के कथन पर भी गौर किया जाये। साथ ही जागरूकता कैम्पेन को बढ़ाने की जरूरत है। सभी विभाग तत्परता से कार्य करे, टीम मौके पर जाकर निरीक्षण करे ताकि लोगों में भरोसा बढ़े। किसी भी माध्यम से लोगों में दहशत न फैलने पाये।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा श्रेणीवार अनुशासित उपचार के संबंध में जानकारी देेते हुए बताया गया कि श्रेणी 1 में संक्रमित जानवर मानव के संपर्क में आने पर संपर्क वाली जगह को बहते हुए पानी के नीचे साबुन से धोए। वही श्रेणी 2 एवं श्रेणी 3 के तहत मामूली खरोंच, दांत गड़ना या 1 बार से अधिक काटने सहित अन्य स्थिति में एआरबी टीकाकरण एवं इम्युनोग्लोब्युलिन लेने व घाव को 15 मिनट तक साबुन व बहते पानी के नीचे धोये।
कलेक्टर ने दिये निर्देश
– राष्ट्रीय रेबीज नियंत्रण कार्यक्रम के तहत पीएचसी, विकासखण्ड, जिला, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर जानवरों के हमले से संबंधित जानकारी स्वास्थ्य विभाग के द्वारा एनसीडीसी पोर्टल पर अंकित की जाये।
– जंगली जानवरों के कांटे जाने के हिसाब से उपचार दिया जाये। एआरबी एवं सीरम की उपलब्धता पीएचसी स्तर तक सुनिश्चित की जाये।
– पशुपालन विभाग को कुत्तो के टीकारण व परीक्षण, जोखिम वाले क्षेत्रों की पहचान करने के निर्देश दिये।
– शहरी विकास अभिकरण द्वारा कुत्तों के टीकारण व निगरानी करे। पालतू कुत्तों का पंजीयन सुनिश्चित करे व जागरूकता फैलाये। साथ ही समस्त विभाग इस ओर गंभीरता से कार्य करते हुए अपनी जिम्मेदारी निभाये।




