बड़वानी: अजजा आयोग अध्यक्ष अंतरसिंह आर्य बोले — जनजाति वर्ग के अत्याचार मामलों की शिकायत सीधे आयोग को करें
कुक्षी बायपास स्थित होटल जलसा में आयोजित दीपावली मिलन समारोह में अनुसूचित जनजाति आयोग अध्यक्ष अंतरसिंह आर्य ने कहा कि आयोग जनजाति वर्ग पर होने वाले अत्याचारों की सुनवाई कर सकता है। कार्यक्रम में पूर्व मंत्री प्रेमसिंह पटेल सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे।

अनुसूचित जनजाति आयोग अध्यक्ष अंतरसिंह आर्य ने कहा कि जनजाति वर्ग पर अत्याचार या सेवा संबंधी समस्याओं की शिकायत आयोग को सीधे की जा सकती है। बड़वानी में आयोजित दीपावली मिलन समारोह में उन्होंने आयोग की भूमिका और अधिकारों की जानकारी दी। कार्यक्रम में एच.आर. चौहान के कार्यों की भी सराहना की गई।
अजजा आयोग को करें अत्याचार की शिकायत: अंतरसिंह आर्य
बड़वानी। राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष अंतरसिंह आर्य ने कहा कि आयोग एक संवैधानिक संस्था है और उसे सिविल कोर्ट के समान अधिकार प्राप्त हैं। उन्होंने बताया कि आयोग को देशभर में जनजाति वर्ग पर हो रहे अत्याचार, कार्यस्थल पर दुर्व्यवहार और सेवा संबंधी मामलों की सुनवाई का अधिकार है। जनजाति वर्ग के किसी व्यक्ति को कोई समस्या हो तो वह सीधे आयोग को शिकायत कर सकता है, जिस पर समुचित कार्रवाई की जाएगी। आर्य बड़वानी में आभास मित्र मण्डल द्वारा आयोजित दीपावली मिलन और सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे। कार्यक्रम का आयोजन आभास मित्र मण्डल बड़वानी के अध्यक्ष एल.एस. सोलंकी और मेंबर इंजीनियर (एनव्हीडीए, भोपाल) एच.आर. चौहान द्वारा किया गया। समारोह में अधिकारी-कर्मचारी और आमजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
इंजीनियर एच.आर. चौहान के कार्यों की सराहना
कार्यक्रम के विशेष अतिथि पूर्व केबिनेट मंत्री प्रेमसिंह पटेल ने कहा कि एच.आर. चौहान ने अनेक चुनौतियों के बावजूद लोअर गोई और इंदिरा सागर नहरों के कार्यों को पूरा करवाकर क्षेत्र की हजारों एकड़ भूमि को सिंचित किया। धार जिले के पूर्व सांसद छतरसिंह दरबार, जिला भाजपा अध्यक्ष अजय यादव और पूर्व अध्यक्ष ओम सोनी ने भी चौहान के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि ठीकरी तहसील के छोटे से गांव पान्या से निकलकर चौहान ने प्रदेश की साढ़े पांच लाख हेक्टेयर भूमि को नर्मदा जल से सिंचित करने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है।

परियोजनाओं से बदलेगा किसानों का भविष्य
वरिष्ठ पत्रकार और अधिवक्ता रूपेश दवाने ने कहा कि एच.आर. चौहान के 20 महीने के कार्यकाल में मध्यप्रदेश की 14 बड़ी परियोजनाओं को स्वीकृति मिली। नर्मदा-शिप्रा लिंक प्रोजेक्ट के पूरा होने से धार्मिक आयोजनों में अब शिप्रा में पर्याप्त जल उपलब्ध है। उनके कार्यकाल में पांच परियोजनाएं समयपूर्व पूर्ण हुईं और सात परियोजनाएं निर्धारित समय में पूरी होंगी। जोबट डेम, लोअर गोई, अपरवेदा, नगलवाड़ी लिफ्ट एरिगेशन, पाटी स्प्रिंकलर उदवहन, भिकनगांव-बिजलपुर, महेश्वर लिफ्ट, निवाली और सेंधवा लिफ्ट एरिगेशन सहित कई परियोजनाओं ने किसानों की स्थिति सुधारने में योगदान दिया। चौहान ने सीमांत किसानों को स्प्रिंकलर तकनीक से सिंचाई में सब्सिडी देने की मांग शासन से की और विभागीय अधिकारियों से इस दिशा में योजना बनाने का अनुरोध किया।
कार्यक्रम में हुए विचार-विमर्श और सम्मान
कार्यक्रम में अनिल जोशी ने एच.आर. चौहान के बचपन के अनुभव साझा किए। संचालन पूर्व कुल सचिव एल.एस. सोलंकी ने किया और आभार पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष लक्ष्मण चौहान ने व्यक्त किया। इस अवसर पर कई अधिकारियों और कर्मचारियों का सम्मान भी किया गया।



