
-नेहरू स्मृति हासे स्कूल के वार्षिकोत्सव में मुख्य अतिथि ने कहा
सेंधवा। जीवन में हमेशा चुनौतियाँ आती है। जिसमें कुछ आसान तो कुछ मुश्किल होगी। हर चुनौती आपको कुछ करने का अवसर देती है। हर कठिनाई से कुछ ना कुछ सींखने को मिलता है। इस विद्यालय से मैंने सिर्फ किताबी ज्ञान ही नहीं वरन् जीवन का व्यवहारिक पाठ भी सींखा है। यह विचार नेहरू स्मृति हा. से. स्कूल के इंद्रधनुष उत्साह के संग वार्षिकोत्सव कार्यक्रम के समापन समारोह के दौरान मुख्य अतिथि नेहरू स्कूल के पूर्व छात्र एवं डायरेक्टर एलएसए लीडरशीप एंड सस्टेनएबलिटी जर्मनी, मुंबई डॉ. निलेश कानूनगो ने अपने उदबोधन में कहे। साथ ही उन्होंने कहा कि सपने हमेशा बड़े देखे, कोई भी सपना असंभव नहीं है। जीवन में हमेशा कृतज्ञता का भाव रखे जहाँ से हमने सीखा है वहा पर योगदान करें। दस लाख मील चलों पर ध्यान रहें पहला कदम छोटा ही होता है।
कार्यक्रम की विशेष अतिथि नेहरू स्कूल की पूर्व छात्रा एसोसिएट टेक्निकल मेनेजर (साफ्टवेयर इंजीनीयर) एक्स्पीलियो जर्मनी पल्लवी पाटील ने कहा कि जीवन में एक लक्ष्य बनाओ उस पर आगे बढ़ों मुश्किले तो आती है पर मुश्किलों के बाद ही सफलता मिलती है। उन्होंने विद्यार्थियों को कैरियर संबंधित मागदर्शन देने एवं संपर्क में रहने का आश्वासन दिया।
सीखने के लिए कोई उम्र नहीं होती-
संस्था अध्यक्ष बी. एल. जैन ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि सीखने के लिए कोई उम्र नहीं होती हमें अपने जीवन में कभी सींखना नहीं छोड़ना चाहिए। हम अपनी ऊर्जा को सही दिशा में लगाए। जीवन में आलस्य से बचे व हमेशा अच्छे कार्य करते रहे। इतिहास में उन्हीें लागों का नाम दर्ज है जिन्होंने जीवन में त्याग के साथ पुरूषार्थ किया है, यदि आप भी इतिहास पुरूष बनना चाहते है तो अपने कर्म शैली में इन दोनों गुणों का समावेश करें।

नाम रोशन करें-
पूर्व अध्यक्ष पीरचंद मित्तल ने अपने उद्बोधन में बच्चों से कहा कि अच्छी शिक्षा प्राप्त कर आगे बढ़े एवं अपने माता पिता, समाज व देश का नाम रोशन करें। कार्यक्रम में डॉ. निलेश कानूनगो ने अपनी माताजी श्रीमती शीला कानूनगो की स्मृति में संस्था के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों में कक्षा 12वीं में 90 प्रतिशत या उससे अधिक अंक लाने पर रू 21000/- एवं यदि 90 प्रतिशत से कम है तो हिन्दी माध्यम व अंग्रेजी माध्यम के कक्षा 12वीं के एक-एक टॉपर विद्यार्थी को 11000/-रूपये पारितोषिक देने की घोषणा की।
विजेताओं को पुरस्कार वितरण-
कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरण अतिथियों द्वारा किये गए। कार्यक्रम में विद्यार्थीयों द्वारा शिव भक्ति, हनुमान चालिसा, राजस्थानी, फॉक नृत्य, कोलकाता रेप केस पर प्रस्तुतियां दी गई। कार्यक्रम का संचालन विद्यालयीन विद्यार्थी प्राजक्ता चंद्रात्रै व अलिफा साखले द्वारा किया गया। आभार संस्था प्राचार्य राहुल मंडलोई द्वारा माना गया। कार्यक्रम में पूर्व अध्यक्ष दिलीप कानूनगो, उपाध्यक्ष रविंद्रसिंह मंडलोई, सचिव शैलेष कुमार जोशी, कोषाध्यक्ष गोविंद मंगल सह सचिव दीपक लालका, महेश सोनी, मनोज कानूनगो, प्रहलाद यादव, शरद पालीवाल, गोपीकिशन अग्रवाल, मोहनशरण खण्डेलवाल, शरद कानूनगो, सुबोध सोनी, के.सी. पालीवाल, प्राचार्या डॉ. भारती भट्ट प्राचार्य हेमंत खेड़े, प्रधान पाठक देवेन्द्र कानूनगो तथा समस्त शिक्षक व शिक्षीकाएं मौजूद थे ।