
बड़वानी, सत्याग्रह लाइव।
शासकीय कन्या महाविद्यालय बड़वानी में आज स्वामी विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ के अन्तर्गत एक दिवसीय खाद्य प्रसंस्करण कार्यशाला का आयोजन उद्यमिता विकास केन्द्र (सेडमेप) संस्था के सहयोग से किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री संतोष आर्य, उद्यान विस्तार अधिकारी एवं मास्टर ट्रेनर एजुकेशन, प्लान्ट, बिल्डिंग एण्ड जेनेटिक्स, विशेष अतिथि श्री अरविन्द चौहान, सेडमेप श्रीमती सीमा मिश्रा, सदस्य युवा सेल, प्राचार्य एवं नेक प्रभारी डॉ. जगदीश मुजाल्दे, डॉ. स्नेहलता मुझाल्दा, प्रो. सीमा नाईक, डॉ. प्रियंका देवड़ा, डॉ. सुनीता भायल, डॉ. इन्दु डावर, कार्यक्रम प्रभारी डॉ. कविता भदौरिया के कर कमलो द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
कॅरियर सेल प्रभारी डॉ. कविता भदौरिया ने कार्यशाला आयोजन के उद्देश्य के बारे में बताते हुये कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्राओं को स्वरोजगार से अवगत कराना है। श्री अरविन्द चौहान सेडमेप के द्वारा कार्यक्रम की रूप रेखा बताते हुये कहा गया कि खाद्य प्रसंस्करण में अनेक उद्योग स्थापित किये जा सकते है और उनके लिये शासन की बहुत सारी योजनाएँ संचालित है इसमें मुख्यरूप से स्थानीय स्तर पर संसाधनों की जानकारी होना आवश्यक है। आपने बताया कि उद्यम भी दो प्रकार के होते है कुछ कौशन आधारित उद्यम होते है और कुछ उद्यमों के लिये विशेष कौशल की आवश्यक नहीं होती है कम पढ़ा लिखा व्यक्ति भी स्वरोजगार की दिशा में अपने कदम बढ़ा सकता है। इसका श्रेष्ठ उदाहरण हरीबड़ की मंजु गेहलोत जी है जिन्होंने कम पढ़े लिखे होने के बावजूद भी जिले के प्रसंस्करण उद्योग में अपना नाम दर्ज करवा लिया है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री संतोष आर्य ने बताया कि जिले ही नहीं बल्की सम्पूर्ण म.प्र. में होने वाली प्रमुख बागवानी फसले व फलों के बारे में बताते हुये कहा कि किसी भी फसल का प्रसंस्करण करके उसमें उद्योग स्थापित कर सकते है। इसमें आपने मुख्य रूप से मिर्च, हल्दी, धनियाँ पावडर, पावभाजी मसाला, चाट मसाला, गरम मसाले आदि के उत्पाद एवं मूल्यों की जानकारी प्रदान की तथा इन उद्योगों में रोजगार की संभावनाओं को व्यक्त किया। आपने किसी भी प्रकार के उद्योग स्थापित करने के लिये विभिन्न संस्थाओं से मिलने वाले ऋणों के बारे में भी छात्राओं को बताया और अंतिम संस्था के रूप में जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के अन्तर्गत व्यवसाय का प्रारूप बनाकर ऋण आवेदन के लिये ऋण आवेदन की बात कहीं। आपने बताया कि स्व सहायता समूह के माध्यम से प्रसंस्करण उद्योग को बड़े अच्छे तरीके से समूह की महिलाएँ क्रियान्वित कर रही है और इन उत्पादों को अहमदाबाद, सूरजकुण्ड एवं दिल्ली के प्रगति मैदान में लगने वाले मेलो में बेचा जा रहा है।
प्रभारी प्राचार्य डॉ. जगदीश मुजाल्दे द्वारा कार्यशाला के सफल होने के लिये बधाई दी एवं कहा कि नवाचार के रूप में महाविद्यालय में भी छात्राओं का ग्रुप बनाकर प्रसंस्करण से संबंधित स्वरोजगारोन्मुखी उत्पाद तैयार किये जाए और उन्हें बाजार में लाए जिससे महाविद्यालय का नाम होगा एवं अच्छी ग्रेड प्राप्त करने में भी सफला मिलेगी। कार्यक्रम उद्यमिता विभाग सेडमेप के द्वारा प्रायोजित एवं शासकीय कन्या महाविद्यालय बड़वानी एवं स्वामी विवेकानंद कॅरियर सेल द्वारा आयोजित किया गया। अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। आभार – डॉ. स्नेहलता मुझाल्दा वरिष्ठ प्राध्यापक के द्वारा दिया गया।
इस अवसर पर महाविद्यालय वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. स्नेहलता मुझाल्दा, डॉ. प्रियंका देवड़ा, डॉ. सुनीता भायल, डॉ. इन्दु डावर, प्रो. सीमा नाईक, डॉ. तंज़ीम कायनात शेख प्रो. अनिल राठौर उपस्थित थे ।
