
सेंधवा। होली के दूसरे दिन से शहर में गणगौर का पर्व शुरू हो गया है। पर्व के तहत बियावली लड़कियांें द्वारा पीहर में गणगौर पूजन किया जा रहा है। नगर में श्याम बाजार स्थित सत्यनारायण मंदिर पर बियावली लड़कियां व कुवांरी कन्याएं गणगौर की पूजा कर रही है। शाम को सभी एकत्रित होकर गणगौर को पानी पिलाती हैं। वही मनोरंजन कर खाना-पीना करती है। गणगौर की बिदाई पर बैंडबाजे के साथ दूल्हा दुल्हन बनकर बिदा करती है।
शनिवार को बियावली व कुंवारी लड़कियां वसुतीर्थ कालोनी में एकत्रित हुई। गणगौर को पानी पिलाया गणगौर के गीत गाकर पिफल्म देखी। इस दौरान श्रेया गोयल, आयुषी मंगल, मोना सेन, श्रुति तायल, कीर्ति सैन, साक्षी शर्मा, सादगी तायल, अनुषा सिंघल, निशि अग्रवाल, शिवानी गर्ग, रचना शर्मा, विराली शर्मा के साथ 70 लड़कियां मौजूद थी।
16 दिनों तक चलने वाला त्योहार-
अग्रवाल समाज की ऋतु गोयल ने बताया कि गणगौर होलिका दहन के दूसरे दिन चैत्र कृष्ण प्रतिपदा से 16 दिनों तक चलने वाला त्योहार है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार माता गवरजा (मां पार्वती) होली के दूसरे दिन अपने पीहर आती हैं और आठ दिनों के बाद भगवान शिव (इसर जी) उन्हें वापस लेने के लिए आते हैं। फिर चैत्र शुक्ल तृतीया को उनकी विदाई होती है। होली के दूसरे दिन चैत्र कृष्ण प्रतिपदा से सुहागिन महिलाएं और कुंवारी कन्याएं मिट्टी के शिवजी यानी की गण एवं माता पार्वती यानी की गौर बनाकर प्रतिदिन पूजन करती हैं।