
सेंधवा-नागलवाड़ी । ऑपरेशन मुस्कान अभियान के तहत थाना नागलवाड़ी पुलिस ने नाबालिक गुमशुदा – अपह्त बालिका को जिला खरगोन से ढूंढ कर परिजनों के सुपुर्द किया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 17 मार्च को 17 वर्ष की नाबालिग बालिका घर से बिना बताये कही चली गई थी। परिजनों की रिपोर्ट पर पुलिस ने धारा 363 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया।
मामले की गंभीरता को देखते हुये बड़वानी पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गेहलोद व्दारा गुम अपह्रता की जल्द से जल्द पतारसी करने हेतु नागलवाड़ी थाना प्रभारी को निर्देश दिये गये। जिस पर नागलवाड़ी थाना प्रभारी वीर बहादुर सिंह चौहान ने पुलिस अधीक्षक बड़वानी के निर्देशन में व अति. पुलिस अधीक्षक श्री अनिल पाटीदार, एसडीओपी श्री कमल सिंह चौहान के मार्गदर्शन में बालसमुद पुलिस चौकी प्रभारी महेंद्र चौहान की एक टीम गठित कर टीम को अपह्रता की जल्द से जल्द पतारसी के निर्देश दिये गये। दिनांक 8 अप्रैल पुलिस टीम ने खरगोन जिले के बलकवाड़ा थाना क्षेत्र से अपह्रता की तलाश कर पुलिस चौकी बालसमुद पर महिला पुलिस अधिकारी द्वारा कथन लिए गए। जिसमे भूपेंद्र पिता मोते सिंह सिसोदिया जाति भील निवासी कुसुमपुरा थाना बलकवाड़ा द्वारा बहला फुसलाकर भगा कर ले जाना बताया। एवं पत्नि बनाकर उसके साथ दुष्कर्म करना बताया। जिस पर पुलिस ने दुष्कर्म, पाक्सों एक्ट में कार्रवाई की।
विशेष भूमिका- उक्त कार्रवाई में उप निरी. वीर बहादुर सिंह चौहान, सहायक निरीक्षक महेंद्र सिंह चौहान चौकी बालसमुद, प्रधान आरक्षक 49 संदीप परमार, आरक्षक 424 अरुण राठौर का सराहनीय योगदान रहा।