धार वन विभाग को मिलेंगे 10 वनरक्षक पूर्ण हुई भर्ती प्रक्रिया मेडिकल के साथ जांचे दस्तावेज।
देर शाम तक चलती रही वनरक्षकों की भर्ती प्रकिया 10 वनरक्षक ओर मिले जिले को।

आशीष यादव धार
धार जिले में 10 और नए वंनरक्षकों की नियुक्ति होने से कई हद तक जिले में विभाग को फायदा मिलेगा क्योकि अभी लगातार जगलो से अवैध कटाई काम चल रहा। वही विभाग के पास अभी पर्याप्त वनरक्षक नही होने के चलते भी अवैध लकड़ी के कारोबारियो के हौसले बुलंद है। वही नए वनरक्षकों की भर्ती से जिले में अलग अलग रेंज ऑफिस में इसकी नियुक्त होने से कुछ हद तक स्टाफ बढेगा वही गुरुवार को सुबह से तय समय पर अभियार्थी आ गए थे जिनका भोज अस्पताल में मेडकिल हुआ व उनकी शारीरिक जांच की गई। वही मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद वनरक्षक भर्ती परीक्षा में पास हुए वनरक्षक भर्ती के उम्मीदवारों को दस्तावेज की जांच की गई। जांच के दौरान 10 वनरक्षको के सारे दस्तावेजों की जांच की गई। गुरुवार को 10 वनरक्षक उम्मीदवारों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। जिनकी जांच देर शाम तक हुई।
सात परिक्षेत्र में 3 में प्रभारी के भरोसे:
मध्य प्रदेश में सबसे बड़े जिले धार की पहचान होती है मगर यहा 1330.34 वर्ग किलो मीटर जंगल का इलाका फैला हुआ है। जिसमे तेंदूए नीलगाय व अन्य वन्यप्राणी मौजूद है।
जिनके लिए अभी 143 वनरक्षको के हवाले जंगल है जिसमें कुल 200 से अधिक लोगो का स्टाफ कार्य करता है जिले में पर्याप्त वनरक्षक नहीं होने के कारण भी यहां अवैध लकड़ी व राजस्व जमीन का आए दिन कब्जा होता रहता है। वनरक्षक की भर्ती के बाद जिले में कुछ प्रतिशत बल बढेगा। वही जांच के बाद अलग से नियुक्ति पत्र जारी किया जायेगा
वनरक्षक भर्ती 22-23 अभ्यर्थियों की नियुक्ति
वन विभाग बड़े पैमाने पर वन रक्षकों की भर्ती की गई थी जिसमे वन रक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में हाईटेक तकनीक का इस्तेमाल वन विभाग ने किया था। फिजिकल टेस्ट में हजार से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए।. फिजिकल टेस्ट में सेंसर और चिप की मदद से अभ्यर्थियों की मॉनिटरिंग की गई थी।इसबार वन विभाग ने भी टेस्ट को पूरी तरह से कंप्यूटराइज्ड कर सेंसर और चिप की मदद से वन रक्षकों की भर्ती में वन रक्षकों भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए पूरे सिस्टम को वन विभाग ने कंप्यूटराइज्ड कर दिया है।
10 अभियार्थी सात सदस्यों की टीम बनाई:
वहीं गुरुवार सुबह से ही वन मंडल धार ऑफिस में
10 अभ्यर्थियों मौजूद थे जिसमें में 3 महिला 7 पुरुष
उपस्थित हुए थे। वही सभी अभ्यर्थी आने के साथ उनकी उपस्थिति दर्ज की गई जिसमें उनका नाम लिखा इसके बाद विद्यार्थियों का भोज हॉस्पिटल में कर्मचारियों के साथ मेडिकल कराया। वही एक महिला कर्मचारी गर्भवती होने से वन विभाग के कर्मचारियों ने डॉक्टर की टीम बुलाकर परीक्षण करवाया जिसके बाद उनकी प्रकिया की गई। वन विभाग ने डीएफओ अशोक सौलंकी के मार्गदर्शन में 7 अधिकारियों की टीम बनाई जिसमे एसडीओ रामसिंह मेड़ा ,एसके रणछोरे रेंजर कमलेश मिश्रा ,धर्मेंद्र शर्मा ,स्थापना शाखा चेतना कुशवाह व मंगीलाल वसुनिया में टीम मौजूद थे।
यह है अभी जिले की स्थिति
जिले में सात परिक्षेत्र
एक वनमंडलाधिकारी
दो डिवीजन में दो एसडीओ
जिले में छह रेंजर
जिले में 143 वनरक्षक
जिले 18 वनपाल
जिले 2 डिप्टी
जिले 200 ज्यादा कर्मचारी