दो वनकर्मियों पर तेंदुए ने हमला किया, वनपाल व तेंदुए के बीच कुछ देर हुआ संघर्ष, ग्रामीण ने पत्थर मारकर तेंदुए को भगाया तो उस पर भी लपका
सुबह हुए शिकार के बाद पशु हानि का पंचनामा बनाने गए थे कर्मचारी, अब वन विभाग पिंजरा लगाकर पकड़ेगा तेंदुआ

आशीष यादव धार/अलीराजपुर
जिले में लगातार इन दिनों तेंदुए की हलचल ज्यादा देखने को मिल रही है। वही झाड़ियों में छिपकर बैठे एक तेंदुर ने दो वनकर्मियों पर हमला कर दिया। एक वनकर्मी को कुछ देर तेंदुए ने दबोचकर रखा। समीप ही खड़े एक ग्रामीण ने पत्थर मारे तब तेंदुए ने उसे छोड़ा। दोनों कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया है। घटना जिला मुख्यालय से करीब 30 किमी दूर सोंडवा विकासखंड के ग्राम बड़दली की है। सोमवार सुबह तेंदुए ने गांव में ही एक बकरी का शिकार किया था। इस पशु हानि का पंचनामा बनाने के लिए फुलमाल वन परिक्षेत्र सहायक वनपाल जीवन प्रकाश मंडलोई और बोरडाबरा के बीट गार्ड विपुल चौहान बड़दली गए थे।
मौका देखने घटना स्थल पर जा रहे थे:
शाम करीब साढ़े 4 बजे दोनों मौके पर जा रहे थे तभी झाड़ी में से अचानक तेंदुआ निकला और विपुल पर अटैक कर दिया। उसे बचाने के लिए जीवन ने तेंदुए को पत्थर मारे, तभी तेंदुए ने जीवन को दबोच लिया। दोनों के बीच कुछ देर संघर्ष हुआ। पास ही खड़े ग्रामीण कविंद्र ने तेंदुए को पत्थर मारकर भगाने का प्रयास किया। तभी तेंदुए ने जीवन को छोड़ा और उस ग्रामीण पर लपक गया। हालांकि ग्रामीण बच गया। इसके बाद तेंदुआ जंगल की ओर भाग निकला। वन विभाग अब तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाएगा।
घायलों के साथ आए एक वनकर्मी का बीपी बढ़ा:
ग्रामीणों की मदद से घायल जीवन और विपुल को उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया। वन कर्मचारी लोकेंद्र सिंह कुशवाह दोनों घायलों को लेकर शाम करीब साढ़े 6 बजे अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने तुरंत दोनों को टाके लगाए। इस दौरान कुशवाह की तबियत भी बिगड़ गई। उनका बीपी बढ़ने पर डॉक्टरों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती किया।
साथी कर्मचारी ने लगाई दौड़:
अन्य ग्रामीण तमाशबीन बने रह कर देख रहे थे। वही घटना के वीडियो में देखा जा सकता है कि तेंदुआ वनकर्मियों पर हमला कर रहा है। इस बीच एक वनकर्मी किसो तरह खुद को बचाकर भागने लगा। इस बीच तेंदुआ दूसरे वनकर्मी पर लगातार हमला करता रहा। गनीमत रही कि एक ग्रामीण ने हिम्मत दिखाई और पास जाकर तेंदुए पर पथराव किया, जिससे वह भाग निकला। इस बीच अन्य ग्रामीण भी दूर से सिर्फ घटना को देखते नजर आए। अगर एक ग्रामीण हिम्मतनही करता तो एक वनकर्मी की जान चली जाती।
लगातार देख रहे तेंदुए:
वही बता देकि जगलो पर ह्यो रहे अवैध कब्जों के बाद ग्रमीण क्षेत्रो में ज्यादा ही वन्य जीव नजर आने लगे है। वही पिछले दिनों भी अलीराजपुर, धार, झाबुआ में लगातार तेदुओं का मूमेंट देखने को मिला है। जहाँ एक ओर सरकार वन अधिकार पट्टा देखकर जंगलों में मनुष्यों का प्रवेश करवा रही है। यही आने वाले दिनों में परेशानी का सबक बन जायेगा। जगलो में वनों की कटाई कर वन्यप्राणी को बैघर करने का काम भी लोगो द्वारा किया जा रहा है।