मेघालय में इंदौर के ट्रांसपोर्टर की हत्या की गूंज: शव इंदौर पहुंचा, पत्नी अब भी लापता, परिजनों ने की CBI जांच की मांग

इंदौर | मेघालय में संदिग्ध हालात में मारे गए इंदौर निवासी ट्रांसपोर्ट व्यवसायी राजा रघुवंशी का शव बुधवार शाम करीब पांच बजे इंदौर लाया गया। पार्थिव शरीर को एयरपोर्ट से उनके निवास पर अंतिम दर्शन के लिए ले जाया गया, जहां परिजनों, रिश्तेदारों और मित्रों की भीड़ उमड़ पड़ी। अंतिम यात्रा के बाद शव को रीजनल पार्क मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया।
पूर्वी खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक विवेक सिह ने मंगलवार को पुष्टि की थी कि राजा की हत्या किसी पेड़ काटने वाले धारदार औजार से की गई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी इस बात की पुष्टि हुई है। हत्या में प्रयुक्त हथियार पुलिस ने बरामद कर लिया है। जल्द ही मामले में बड़ा खुलासा होने की उम्मीद है।
राजा रघुवंशी का शव सोमवार को शिलांग के वेइसा डोंग क्षेत्र की एक गहरी खाई से बरामद हुआ था। वे अपनी पत्नी सोनम के साथ हनीमून पर 20 मई को रवाना हुए थे। 23 मई को नोंग्रियाट गांव के होटल से बाहर निकलने के बाद दोनों लापता हो गए। सोनम अब भी लापता है और उसकी तलाश में एनडीआरएफ की टीम सर्च ऑपरेशन चला रही है।
राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने हत्या और अपहरण की आशंका जताई है और पूरे मामले की जांच CBI से कराने की मांग की है। उन्होंने पुलिस पर लापरवाही और मामले को दबाने का भी आरोप लगाया। विपिन का कहना है कि राजा के साथ मौजूद जरूरी सामान – जैसे पर्स, गहने, बैग और पावर बैंक – बरामद नहीं हुए हैं, जिससे संदेह और गहराता जा रहा है।
पुलिस ने जीपीएस ट्रैकर के जरिए यह जानकारी दी है कि दंपती की एक्टिवा स्कूटी 23 मई को मावक्मा गांव के पास कुछ देर रुकी थी। यह इलाका उस स्थान से लगभग 20–25 किलोमीटर दूर है, जहां राजा का शव मिला।
11 मई को शादी करने के बाद दंपती ने हनीमून के लिए गुवाहाटी और फिर शिलांग का रुख किया था। 24 मई से दोनों के मोबाइल बंद हो गए थे, जिसके बाद परिजनों को अनहोनी की आशंका हुई और वे शिलांग पहुंचकर तलाश में जुट गए।