MP NEWS पटवारी ने किए मृतकों के हस्ताक्षर, एसडीएम ने किया निलंबित,सीमांकन में फर्जीवाड़ा उजागर
सीमांकन कार्य में मृत व्यक्तियों के नाम पर हस्ताक्षर करना पटवारी को पड़ा महंगा, जांच में दोषी पाए जाने पर एसडीएम ने तत्काल निलंबित किया।

ढीमरखेड़ा। कटनी। सत्याग्रह लाइव। सीमांकन कार्य में मृत व्यक्तियों के नाम पर हस्ताक्षर करने के गंभीर आरोप में ढीमरखेड़ा के पटवारी दान सिंह को एसडीएम निधि गोहल ने निलंबित कर दिया है। जांच में शिकायत सही पाए जाने के बाद यह कार्रवाई की गई।
ढीमरखेड़ा तहसील के सीमांकन कार्य में मृत व्यक्तियों के नाम से फर्जी हस्ताक्षर करना पटवारी दान सिंह को भारी पड़ गया। ढीमरखेड़ा निवासी विवेक निधि रजक की शिकायत पर जब मामले की जांच की गई तो आरोपों की पुष्टि हुई, जिसके बाद एसडीएम निधि गोहल ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
शिकायत और प्रारंभिक प्रतिक्रिया
शिकायतकर्ता विवेक निधि रजक ने आरोप लगाया था कि पटवारी दान सिंह ने सीमांकन के दस्तावेज़ों में उन व्यक्तियों के हस्ताक्षर दर्शाए हैं, जिनकी मृत्यु पहले ही हो चुकी है। आरोपों पर सफाई देते हुए पटवारी ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया और कहा कि उन्होंने नियमानुसार ही कार्य किया है। तहसीलदार नितिन पटेल द्वारा की गई प्राथमिक जांच में गड़बड़ी की पुष्टि के बाद पटवारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।
एसडीएम का निर्णय और निलंबन आदेश
तहसीलदार द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन के आधार पर एसडीएम निधि गोहल ने मामले की विस्तृत जांच कराई और पाया कि शिकायत सही है। इसके बाद उन्होंने पटवारी दान सिंह को निलंबित करने के आदेश जारी किए। आदेश में उल्लेख किया गया है कि निलंबन की अवधि में दान सिंह तहसील मुख्यालय की कानून गो शाखा में उपस्थित रहेंगे।
राजस्व महकमे में हड़कंप
इस कार्रवाई के बाद राजस्व विभाग में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। अधिकारी स्तर पर ऐसी लापरवाही को गंभीरता से लिया जा रहा है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, इस तरह की कार्यप्रणाली न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि आमजन का भरोसा भी तोड़ती है।