नर्मदा किनारे जगल को बढ़ाना अवैध कटाई पर रोक के साथ कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाना प्राथमिता,- डीएफओ विजयआनंदम।
ज्वाइन करने के बाद मिलेगे कर्मचारी, पुराने डीएफओ को भावविभार होकर दी विदाई।

आशीष यादव धार,
वन विभाग ने बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए भारतीय वन सेवा तबादले कर दिए हैं। इसी क्रम में धार 2018 बैच के आईएफएस नवागत डीएफओ विजयआनंदम टीआर ने प्रभार लिया वही प्रभार अशोक कुमार सोलंकी द्वारा दिया गया। वही जिले वास्तविक स्थिति पर भी चर्चा की गई। वहीं विभाग के रेंजर व कर्मचारी से मुलाकात की व विभाग की वस्तु स्थिति समझी वही डिविजन के शाखा प्रभारियों से मिले व कर्मचारीयो का परिचय लिया गया। व कार्य के प्रति लग की बात कहीं। जिले में वन जीव को लेकर भी योजना बनाई जायेगी कि वह आबादी वाले क्षेत्र में प्रवेश ना हो और मानवीय जीव पर हमला ना करे वहीं इसी दौरान एसडीओ एसके रनशोरे, रेंजर महेश अहिरवार, कमलेश मिश्रा, शैलेन्द्र सोलंकी, होशियार सिंह कन्नौजे, मुख्यलिपिक उर्मिला वसुनिया, सुधीर शर्मा,राकेश ठाकुर, विनोद राठौर, सुशील यादव, रेखा अलावा ,चेतना कुशवाहा, जलालुद्दीन कुर्रेशी,शालू ठाकुर, आशा आर्य मोहन सिसोदिया, मधुकर सोनी, सोनाली चौहान,ललिता भारती,विष्णु,नितिन पवार आदि कर्मचारी उपस्थित थे।

वहीं नवागतनर्मदा किनारे बढ़ाएंगे जंगल अवैध कटाई पर रोक:
डीएफओ विजयआनंदम ने चर्चा में बताया कि जिले में नर्मदा किनारे जंगलों को बढ़ाया जायेगा वहीं इसको लेकर पहले जिले की वास्तविक स्थिति को समझना पड़ेगा वहीं जिले में अवैध कटाई के साथ जंगलो में जो अतिक्रमणकर्ता पर भी सख्ती से कार्रवाई की जायेगी जिसे जिले में जंगल का रकबा कम नहीं हो। जिले में जंगलों में अवैध गतिविधियों को बंद करवाया जायेगा।
वन समितियों के जरिए जंगल बचना:
वहीं जिले में 241 वन समितियों के जरिए ग्रामीणों से संवाद में जंगलों की रक्षा के लिए कार्य किया जायेगा।
उन उनको बैठकों के माध्यम से समझाई दी जायेगी।
वहीं जिले डीएफओ अशोक कुमार सोलंकी द्वारा जिले में आम जनता के साथ खाटला बैठक के जरिए आम जनता को जागरूक करने का कार्य किया था। वह कार्य निरंतर जारी रहेंगा। जिले में भ्रमण कर जिले की वास्तविक स्थिति को देखा जायेगा और कर्मचारी का मनोबल बढ़ाया जाएगा।
जमीनीस्तर जाकर किया कार्य डीएफओ दी विदाई।
लम्बे समय बाद अगर धार वन मंडल को कोई अधिकारी मिला था तो वह अशोक कुमार सोलंकी दबंग अधिकारियों में से थे। जिन्होंने कर्मचारी को कार्य करने की ललक जगाई और निचली कर्मचारी से लगाकर रेंजर एसडीओ रैंक के अधिकारीयो से एक सा व्यवहार करना उनके स्वभाव में था वही दो साल के कार्यकाल में जमीनीस्तर पर कार्य करवाए वहीं धार वनमंडल में ठेकेदारों का आधिपत्य भी खत्म किया। प्रदेशभर में चर्चा का विषय बना हुआ था यह बात सीएम तक पहुंची थी जो अधिकारी व कर्मचारियों को अपने इशारों पर चलाते थे वहीं सोलंकी के आने के बाद से ही विभाग में ठेकेदारों की छुट्टी की थी जिनको आज विभाग के भावक होकर कर्मचारी ने विदाई दी।