रिमझिम बारिश के बीच इंद्रदेव ने किया धारनाथ बाबा का अभिषेक बाबा शाही पालकी में सवार होकर भ्रमण कर प्रजा का हाल जाना।
राजशाही ठाठ से निकले बाबा धूमधाम से निकली सवारी दर्शन के लिए लगी रही कतारें जय धारनाथ बाबा जयघोष के साथ यात्रा की शुरुआत।

आशीष यादव धार
इस दिन का इंतजार धार जिले को नहीं बल्कि आसपास के जिलों की जनता को भी रहता है क्योंकि इस दिन प्रजा का हाल जानने निकलते हैं बाबा धारनाथ निकलते हैं क्योकि शहरवासियों की आस्था का केंद्र भगवान धारनाथ का छबीना सोमवार को निकाल गया। गाजे- बाजे और शाही ठाठबाट के साथ धारेश्वर मंदिर से माझी समाज के युवा भगवान शिव की पालकी को कंधे पर उठाकर निकले। पालकी के आगे-आगे श्रद्धालुओं की लंबी कतारें में हाथ मे झाड़ू लिए लोग सड़कों को बुहार रहे थे। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। वही व्यवस्था के लिए हर बड़े पॉइंट पर पुलिस व नगर पालिका टीम मौजूद थी । वही छबीने मे झांज मंजीरे बजाते हुए युवाओं की दर्जनों टोलियों ने माहौल धर्ममय कर दिया।
भजनों की रही डमरू की झंकार:
पालकी के साथ चल रहे समारोहों में कर्पूर गौरम करणौ अवतरण, तेरे जैसा यार से मिला दे भोले, भोला नहीं माने तो नहीं माने…, नदी की सवारी आई
भोला भांग तुम्हारी…, बम लहरी बाबा बम लहरी…, भोले हो भोले… की धुन जब डीजे और बैंड पर बजी तो भक्तगण भगवान धारनाथ के रंग में झूमते चले रहे थे। वही शहर के प्रमुख मार्गों से गुजरा, लोगों ने आराध्य भगवान शिव का पूजन व आरती उतारी छबीने की शुरूआत शाम 4 बजकर 15 मिनट धारेश्वर महादेव मंदिर से हुई इस दिन का इंतजार धार जिला ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों की जनता को भी रहता है क्योंकि इस दिन प्रजा का हाल जानने निकलते धार के राजा धारनाथ शिव नगर भृमण के लिए निकलते हैं। इस दौरान विधायक नीना वर्मा, कलेक्टर प्रियंक मिश्रा व एसपी मनोज कुमार सिंह सिंह, ने भगवान शिव के पवित्र मुखौटे का पूजन कर आरती की। इसके का पुलिस सशस्त्र बल की टुकड़ी द्वारा गॉड ऑफ आर्नर दिया गया। गार्ड ऑफ आनर के बाद पालकी की शुरूआत हुई। छबीना के आगे भक्तगण मार्ग की सफाई करते हुए नजर आए, जिनमें जनप्रतिनिधि व सामाजिक कार्यकर्ता भी शामिल रहे।
धारनाथ की एक नजर पाने के लिए उमड़े भक्त:
पालकी जैसे ही धारेश्वर मार्ग पर आई तो उनकी पूजा अर्चना का दौर शुरु हो गया। हर वर्ष श्रावण माह की समाप्ति के दूसरे सोमवार पर निकलने वाला भव्य छबीना इस बार भी धूमधाम से निकला। धर्म स्थान रक्षक मंडल के तत्वावधान में पिछले कई दशकों से सवारी निकलते आ रही है। राजा भोज के समय से व राजवंश परिवार भगवान शाही पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण के लिए निकलते हैं और प्रजा का हाल जानते हैं। वही यह परंपरा का निर्वाह धार की जनता के साथ धर्मस्थान रक्षक मंडल , समाजसेवीओ के धारेश्वर मंदिर व अलग-अलग संगठन भाग लेते हैं वह छबीने को सफल बनाते है।
हर साल बढ़ रहा छबिने का महत्व:
जिले के राजा कहे जाने वाले धारेश्वर भगवान की पालकी यात्रा सोमवार को धूमधाम से निकाली गई, जिसमें जनप्रतिनिधियों के अलावा पुलिस व प्रशासन का बड़ा अमला तैनात रहा। छबीने में भक्तों की भारी भीड़ रही। मंदिर परिसर में सुबह ब्राह्मणों ने रूद्राभिषेक किया साथ 3 बजे भगवान का मुखटा बाहर निकला गया वही धार के छबिने का महत्व बड़ा ही अलग है। जो सालों से निर्वाह किया जा रहा है वही पहले और अब में स्वरूप तो बदला है। मगर परंपरा आज भी वही है। पहले बैलगाड़ी के साथ हारफूल केल के पत्तो से पालकी को सजाया जाता था आज के समय में पालकी को धूमधाम के साथ शहर में नगर भ्रमण करवाया जाता है।
दो दर्जन से ज्यादा झांकियां व अखाड़े हुए शामिल हुईः
छबीने में झांकियां के साथ अखाड़े भी शामिल जो चल समारोह का हिस्सा थे। नगर के प्रमुख मार्गों से यह चल समारोह निकला। धारेश्वर मंदिर से इसकी शुरुआत हुई और पूरे शहर में नगर भ्रमण के लिए भगवान निकलें और अपनी प्रजा का हाल जानेंगे। इस आयोजन के लिए जगह-जगह स्वागत मंच और अन्य व्यवस्थाएं की जाएंगी। नगर भ्रमण के दौरान नगर के मुख्य क्षेत्र में आवाजाही बंद रहेगी। वहीं पालकी के पीछे सभी अखाड़े व झांकी रहे थे वही शिव महिमा आधारित झांकी भी छबीने में शामिल हुई। अधिकांश झांकियों के विषय शिव महिमा पर आधारित थे। इसमें बड़े आकार की शिव प्रतिमा भी बनाई गई थी। वही मोहन टॉकीज के पिपलेश्वर महादेव का चल समारोह भी आकर्षण का केंद्र था, । वही जिसमें बारूद की बन्दूको के साथ बाबा धरनाथ को का स्वागत किया। वही एक्वा फ्रेंड्स क्लब द्वारा बनाई गई झांकी प्रेमानंद जी पर आधारित झाकी थीं। जो आकर्षण का केंद्र रही।
6 डीएसपी 12 थाना प्रभारीः
बाबा धारनाथ की सवारी के लिए पुलिस ने पुख्ता इंतजाम किए। हाइराइज बिल्डिंग्स पर तैनाती के साथ शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस की पहरेदारी रही। एएसपी विजय डाबर के अनुसार 6 डीएसपी, 10 से अधिक थाना प्रभारी सहित लगभग 400 के लगभग पुलिस बल शहर में तैनात किया गया। सोमवार दोपहर को पुलिस कंट्रोल रूम पर एसपी मनोज कुमार सिह के निर्देशन में आरआई विजय डाबर द्वारा कार्य का विभाजन कर पुलिस दल को शहर के अलग-अलग क्षेत्र के लिए रवाना किया था जो छबीने में तैनात थे।
यह थे छबीने में मौजूद:
विधायक नीना विक्रम वर्मा, जिला उपाध्यक्ष विश्वास पांडे मिश्रा, कलेक्टर प्रियंक मिश्रा, एसपी मनोजकुमार सिंह, जिला पचायत अध्यक्ष सरदार मेडा, दिलीप पाटोदिया, नवनीत जैन, कुलदीप बुंदेला, अजय ठाकुर, एसडीएम राहुल गुप्ता सीएसपी सुजावल जग्गा,तहसीलदार दिनेश उईके,नायब तहसीलदार, आशीष राठौर, कोतवाली टीआई समीर पाटीदार, नौगांव टीआई सुनील शर्मा, यातायात टीआई , प्रेमसिंह ठाकुर ,रोहित निक्कम ,पीडब्ल्यूडी एसडीओ भास्कर मालवीय सीएमओ केवी सिंह,राकेश बनेल, अश्वनी डावर, एसडीओपी विश्वजीत परिहार, टीआई , ,दीपक चौहान, कमलेश सिगार बीपी तिवारी महिला व आदि अधिकारी व्यवस्था सम्भाल रहे थे।
यह थी खास झलकियां –
●पालकी के मुख्य मार्ग पर आने के पूर्व ही पुलिस प्रशासन ने झाबुआ, अलीराजपुर की बसों सहित ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया था। इससे वाहन चालकों को परेशानी नहीं हुई।
●छबीने में शामिल भक्तों के लिए मंच से शरबत, केला, खिचड़ी दूध का वितरिण किया गया।
●संकरे मार्ग पर वाहनों के बीच में पार्क होने के कारण बड़ी परेशानी हुई।
●छबीना मार्ग पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहे। इसके साथ संवेदनशील इलाकों में पुलिसबल की तैनाती देखने को मिली।
●सुरक्षा के लिए हाइराइज बिल्डिंगों पर भी पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस प्रशासन ने पूरी पालकी यात्रा की वीडियोग्राफी भी कराई।
●पालकी यात्रा के आगे घुड़सवार पुलिसकर्मी चल रहे थे।
दोपहर करीब 4 बजकर 15 मिनट पर बाबा धारनाथ की सवारी मंदिर परिसर से निकली।
●विधायक और भाजपा कांग्रेस कहीं जनप्रतिनिधियों ने भी छबीने के आगे झाडू लगाई।
●सुबह से सूरज ने तो दोपहर को पालकी ने इंद्रदेव को फुहारों से अभिषेक किया। लोगों ने बाबा धारनाथ की जगह-जगह पूजा अर्चना भी की।
●पालकी यात्रा में आगे एसडीएम, सीएसपी, डिप्टी कलेक्टर, सिटी मजिस्ट्रेट, सीएमओ व तहसीलदार पटवारी व्यवस्था देख रहे थे।
●छबीने में अलग-अलग संस्थाओं के युवा हाथ में झांज-मजीरे और डमरू बजाते हुए चल रहे थे
यह थी पुलिस व्यवस्था
■ 500 पुलिसकर्मी थे तैनात ।
■ 7 डीएसीपी थे मौजूद।
■ 12 टीआई व सब सब इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी थे।
■ 2 एसएफ की कंपनी भी रहेगी मौजूद।
■ 4 सदस्यीय अवश्वरोही दल था पालकी के आगे।
■ 20 सदस्यीय पुलिस दल बैंड ने दी सलामी।
■ 2 ड्रोन से साथ 100 कैमरों ने रखी निगरानी।
■ आसपास थानों का बल भी था तैनात
■ 05 मोबाइल टीम तैनात।
■10 बाइक टीम ने किया भ्रमण।