खरगोन; कॉन्स्टेबल पिटाई केस में आरआई सस्पेंड, आदिवासी संगठन आरआई पर एफआईआर की मांग को लेकर सड़क पर उतरे लोग
आरक्षक राहुल चौहान से मारपीट के मामले में निलंबन के बावजूद प्रदर्शन जारी, संगठनों ने FIR करने की मांग तेज की।

खरगोन। दिनेश गीते। कॉन्स्टेबल राहुल चौहान पिटाई मामले में आरआई सौरभ कुशवाहा के निलंबन के बाद भी विरोध थमा नहीं है। आदिवासी संगठनों और कार्यकर्ताओं ने FIR की मांग को लेकर खरगोनदृइंदौर हाईवे जाम कर दिया।
कॉन्स्टेबल राहुल चौहान से मारपीट के मामले ने तूल पकड़ लिया है। एसपी धर्मराज मीना ने आरआई सौरभ सिंह कुशवाहा को निलंबित कर जिला मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश दिए। यह कार्रवाई घटना का वीडियो वायरल होने के बाद बुधवार रात करीब 11.30 बजे की गई।
संगठनों का चक्काजाम
आरक्षक राहुल और उसकी पत्नी जयश्री की शिकायत के आधार पर संगठनों ने निलंबन को अपर्याप्त बताते हुए थ्प्त् दर्ज करने की मांग की है। सर्व आदिवासी समाज, जयस और कांग्रेस से जुड़े कार्यकर्ताओं ने खरगोनदृइंदौर राजमार्ग पर चक्काजाम कर नारेबाजी की। सेंधवा विधायक भी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से बातचीत की।
लगभग 24 घंटे तक आजाक थाना परिसर के सामने धरना देने के बाद गुरुवार को दोपहर 1 बजे आंदोलनकारी कलेक्टर कार्यालय की ओर बढ़े। इस दौरान कलेक्टर परिसर के बाहर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई। जिले के 6 थानों के टीआई तैनात किए गए और ट्रैफिक को कुंदा नदी के रपटे से डायवर्ट किया गया। धरने के दौरान प्रदर्शनकारियों ने रास्ते से गुजर रही दो एंबुलेंस को सुरक्षित जाने दिया। बहुजन समाजवादी पार्टी ने भी आंदोलन को समर्थन दिया।
जांच एएसपी अंतर सिंह कनेश को सौंपी
निमाड़ रेंज के डीआईजी सिद्धार्थ बहुगुणा ने जांच बुरहानपुर एएसपी अंतर सिंह कनेश को सौंपी है। पुलिस ने आरक्षक का मेडिकल परीक्षण करा लिया है और अब आरआई तथा उनकी पत्नी से पूछताछ की जाएगी।
पूरा मामला
23 अगस्त की रात आरक्षक राहुल चौहान की ड्यूटी आरआई सौरभ कुशवाहा के सरकारी आवास पर थी। ड्यूटी पूरी कर रात 10 बजे राहुल घर लौट गया। आरोप है कि रात 1रू30 बजे आरआई ने फोन कर बुलाया और पालतू कुत्ता गायब होने पर बेल्ट से पिटाई की। राहुल ने अपने हाथ, पैर, कमर और पीठ पर पड़े चोट के निशानों का वीडियो वायरल किया। बाद में उसने आजाक थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई। घटना के लगभग 20 घंटे बाद कुत्ता घर के पास मिल गया।
आरआई का पक्ष
आरआई सौरभ कुशवाहा ने सभी आरोपों से इनकार किया। उनका कहना है कि घटना के दिन वे शहर से बाहर थे। ड्यूटी पर तैनात आरक्षक नशे की हालत में था और उसने ही कुत्ते को पीटा और बाहर छोड़ दिया। बाद में वह नशे की हालत में मिला।



