भोपाल; विधानसभा में कांग्रेस का ड्रग्स विरोध प्रदर्शन, इंजेक्शन की माला पहन लगाए नारे
इंजेक्शन की माला और सांकेतिक पुड़िया लेकर पहुंचे विधायक, नेता प्रतिपक्ष ने बीजेपी नेताओं पर लगाए गंभीर आरोप

भोपाल। सत्याग्रह लाइव। मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन कांग्रेस विधायकों ने ड्रग्स मुद्दे को लेकर अनोखा प्रदर्शन किया। इंजेक्शन की माला और ड्रग्स की सांकेतिक पुड़िया पहनकर पहुंचे विधायकों ने बीजेपी नेताओं पर सीधे आरोप लगाए और सरकार से कार्रवाई की मांग की।
मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन कांग्रेस विधायकों ने ड्रग्स मामले को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। विधायक इंजेक्शन की माला और ड्रग्स की सांकेतिक पुड़िया पहनकर विधानसभा पहुंचे। परिसर में नारेबाजी करते हुए उन्होंने सवाल उठाया—”ये मछली किसकी है?” जवाब में खुद ही बोले—”बीजेपी की मछली है।”
सरकार पर तीखे आरोप
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने विधानसभा के बाहर मीडिया से चर्चा करते हुए आरोप लगाया कि शारिक मछली केस में बीजेपी के मंत्री, विधायक और नेताओं की सीधी संलिप्तता है। उन्होंने कहा, “ड्रग्स जैसे गंभीर मामले में कार्रवाई छोटी मछलियों पर नहीं बल्कि असली मगरमच्छों पर होनी चाहिए।”
बीजेपी नेताओं पर निशाना
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि ड्रग्स मामलों में हर बार किसी न किसी बीजेपी नेता या उनके करीबी का नाम सामने आता है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिन पर कार्रवाई होनी चाहिए, वे सरकार से संरक्षण पा रहे हैं। पटवारी ने आगे कहा कि “नशा अब सिर्फ पंजाब की समस्या नहीं, मध्य प्रदेश में इससे ज्यादा भयावह स्थिति हो चुकी है।”
उन्होंने कहा कि शराब की बिक्री डेढ़ गुना बढ़ गई है और प्रदेश का युवा वर्ग नशे की चपेट में है। पटवारी ने तीखा हमला करते हुए कहा कि “यह सिर्फ सरकार का फेल्यर नहीं, बल्कि कानून व्यवस्था को लेकर उसकी बदनीयती है।”
कांग्रेस विधायकों द्वारा विधानसभा में विरोध की यह पहली बार नहीं है। सत्र के पहले दिन विधायक गिरगिट लेकर पहुंचे थे, दूसरे दिन भैंस के आगे बीन बजाई गई, जबकि तीसरे दिन हरे पत्तों की माला पहनकर पेसा एक्ट को लेकर सरकार पर निशाना साधा गया।
सदन में हंगामे के आसार
विधानसभा के चौथे दिन भी सदन में भारी हंगामे की आशंका जताई जा रही है। डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा विभिन्न विधेयकों और प्रस्तावों को सदन में प्रस्तुत करेंगे। मंत्री विजय शाह परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी लिमिटेड के प्रतिवेदन और कैलाश विजयवर्गीय मेट्रो रेल कॉरपोरेशन का रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। वहीं, पहलाद पटेल श्रम विधियां संशोधन विधेयक पर विचार का प्रस्ताव लाएंगे।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सदन में प्रदेश की गिरती कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है। वहीं, 68 याचिकाओं की प्रस्तुति भी प्रस्तावित है।