भोपाल: मध्यप्रदेश बना वन्यजीव संरक्षण का आदर्श मॉडल, चीतों के पुनर्स्थापन में भी रचा कीर्तिमान-CM
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने वन्यजीव संरक्षण पर केंद्रित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में दी योजनाओं की सौगात, कहा – बाघ और इंसान का सहअस्तित्व ही मध्यप्रदेश की ताकत

भोपाल। सत्याग्रह लाइव। अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश न सिर्फ देश में बाघों की संख्या में अव्वल है, बल्कि वन्यजीव संरक्षण और प्रबंधन के क्षेत्र में भी देश के लिए एक प्रेरणा बना है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंगलवार को भोपाल स्थित कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में ‘अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस’ के अवसर पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश को टाइगर स्टेट का गौरव प्राप्त है। राज्य में 9 टाइगर रिजर्व हैं और बाघों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रदेश चीतों के पुनर्स्थापन में भी सफल रहा है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि उज्जैन और जबलपुर में आधुनिक चिड़ियाघर और वन्यजीव रेस्क्यू सेंटर विकसित किए जाएंगे। यह पारंपरिक जू नहीं होंगे, बल्कि संरक्षण और पुनर्वास केंद्र होंगे। रातापानी को आठवें टाइगर रिजर्व का दर्जा मिल चुका है।
वाहन लोकार्पण और ‘गजरक्षक’ ऐप लॉन्च
डॉ. यादव ने इस अवसर पर तीन वन्यजीव वाहन, तीन चिकित्सा वाहन और दो डॉग स्क्वॉड रेस्क्यू वाहनों का लोकार्पण किया। हाथी-मानव संघर्ष को कम करने के लिए ‘गजरक्षक’ नामक मोबाइल ऐप का शुभारंभ भी किया।
सम्मान और प्रेरणादायक कहानियां
कार्यक्रम में वन्यजीव संरक्षण में उत्कृष्ट कार्य करने वाले वनकर्मियों को सम्मानित किया गया। इनमें अपराध अन्वेषण दल, चीता प्रबंधन टीम, शोभा जावरे, शुभी जैन, महावीर सिंह पांडे, मणिराम महावत, दिनेश सिंह कुशवाह, रामसुरेश वर्मा, रामपाल प्रजापति, गुलाब सिंह उईके और हृदय मसकोले सहित कई नाम शामिल हैं।
साहित्य, फिल्म और प्रदर्शनी विमोचन
डॉ. यादव ने राज्य वन्यजीव योजना 2023-2043, चीता प्रबंधन मैन्युअल, गिद्ध गणना रिपोर्ट सहित कई प्रकाशनों का विमोचन किया। साथ ही ‘अबोड़ ऑफ चीताज़’, ‘मृत्युंजय’, ‘सतपुड़ा कल आज और कल’ जैसी फिल्मों के टीज़र भी जारी किए गए। पेंच टाइगर रिजर्व की “बाघ देव” प्रदर्शनी और आदिवासी बहनों द्वारा राखी बांधने का दृश्य आयोजन का भावनात्मक केंद्र बना।
मंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों की सहभागिता
कार्यक्रम में वन मंत्री दिलीप सिंह अहिरवार ने कहा कि मध्यप्रदेश गिद्ध, भेड़िया, बाघ और चीता सभी में अग्रणी राज्य है। कार्यक्रम में रामेश्वर शर्मा, किशन सूर्यवंशी, रवींद्र यति, अशोक बर्णवाल, असीम श्रीवास्तव समेत कई अधिकारी और वन विभाग के कर्मचारी उपस्थित थे।